इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय Google Chrome को अपनी सुरक्षा का मुख्य हथियार मानते हुए लाखों लोग इसके एक्सटेंशन्स का उपयोग करते हैं। लेकिन अब एक नई रिपोर्ट ने इंटरनेट यूज़र्स की चिंताएँ बढ़ा दी हैं, क्योंकि Chrome एक्सटेंशन्स में हैकर्स ने घुसपैठ कर ली है, जिससे यूज़र्स का निजी डेटा खतरे में पड़ सकता है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इन एक्सटेंशन्स के ज़रिए हैकर्स ने संवेदनशील डेटा जैसे पासवर्ड, व्यक्तिगत जानकारी और बैंक डिटेल्स चुराने का रास्ता ढूंढ लिया है।
क्या है यह सुरक्षा खामी?
पिछले कुछ दिनों में सुरक्षा विशेषज्ञों ने पाया कि Chrome एक्सटेंशन्स में कुछ खतरनाक कोड घुसकर यूज़र्स के डेटा को चुराने की कोशिश कर रहे हैं। ये एक्सटेंशन्स सामान्यतः वेब ब्राउज़िंग के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए इंस्टॉल किए जाते हैं, लेकिन इनमें छिपे मालवेयर यूज़र्स के व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड डिटेल्स, और ब्राउज़िंग हिस्ट्री, को चुराने का काम कर रहे हैं।
Google Chrome के एक्सटेंशन्स आम तौर पर विभिन्न कार्यों को सरल बनाने के लिए इंस्टॉल किए जाते हैं, जैसे कि विज्ञापन ब्लॉकिंग, पासवर्ड मैनेजमेंट, या डाटा सेविंग। लेकिन अब हैकर्स इन एक्सटेंशन्स का इस्तेमाल यूज़र्स की जानकारी चुराने के लिए कर रहे हैं। वे इन एक्सटेंशन्स में malicious code या spyware को जोड़कर यूज़र्स के ब्राउज़िंग डेटा पर नज़र रखते हैं।
कैसे हो रहा है डेटा चोरी?
सुरक्षा शोधकर्ताओं के अनुसार, यह खामी JavaScript और WebAssembly जैसी तकनीकों का उपयोग करके काम करती है। हैकर्स ने Chrome वेब स्टोर पर उपयोगी दिखने वाले एक्सटेंशन्स को अपलोड किया है, और एक बार जब यूज़र्स इन्हें इंस्टॉल करते हैं, तो ये एक्सटेंशन्स उनके ब्राउज़र और निजी डेटा को ट्रैक करने लगते हैं।
इन एक्सटेंशन्स के माध्यम से हैकर्स यूज़र्स के गुप्त पासवर्ड, पर्सनल डिटेल्स, बैंकिंग जानकारी, और यहां तक कि उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी एक्सेस कर सकते हैं। कई बार, यूज़र्स को इस खतरे का एहसास भी नहीं होता क्योंकि ये एक्सटेंशन्स बैकग्राउंड में चुपके से काम कर रहे होते हैं।
किसे है सबसे ज्यादा खतरा?
यह खतरा मुख्य रूप से उन यूज़र्स को है जो अनजाने में बिना वेरिफाइड एक्सटेंशन्स इंस्टॉल कर लेते हैं। कई बार एक्सटेंशन्स की रेटिंग्स और रिव्यूज़ भी धोखा देने वाले होते हैं, जिससे यूज़र्स को इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाती। इसलिए, अधिकतर लोग उन एक्सटेंशन्स को इंस्टॉल कर लेते हैं जो उपयोगी दिखते हैं, लेकिन असल में वे खतरनाक हो सकते हैं।
क्या हैं समाधान और बचाव के तरीके?
- वेरिफाइड एक्सटेंशन्स का ही इस्तेमाल करें: हमेशा ऐसे एक्सटेंशन्स इंस्टॉल करें जिनकी गूगल द्वारा सख्ती से समीक्षा की गई हो। Chrome वेब स्टोर पर उपलब्ध किसी भी एक्सटेंशन को डाउनलोड करने से पहले उसके रिव्यू और रेटिंग्स को अच्छे से जांचें।
- एंटीवायरस और सिक्योरिटी सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें: अपने डिवाइस पर एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें जो आपको संदिग्ध एक्सटेंशन्स और मालवेयर से बचाएगा।
- Chrome के सुरक्षा सेटिंग्स को कस्टमाइज़ करें: Chrome में Privacy and Security सेटिंग्स को अपडेट रखें और उन सभी एक्सटेंशन्स को हटाएं जिनकी अब जरूरत नहीं है या जो संदिग्ध लगते हैं।
- डाटा की निगरानी रखें: अपने निजी डेटा की निगरानी रखें और नियमित रूप से अपने Google Account के Activity Log को चेक करें। इससे आप देख सकते हैं कि कहीं कोई असामान्य गतिविधि तो नहीं हो रही है।
- फिंगरप्रिंट या पासवर्ड सेट करें: यदि आप महत्वपूर्ण डेटा को अपने Chrome अकाउंट में स्टोर करते हैं, तो अपने अकाउंट में two-factor authentication और strong password सेट करें।
क्या है मामला?
हाल ही में एक सुरक्षा अनुसंधान संस्था ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें खुलासा किया गया कि कुछ लोकप्रिय Chrome एक्सटेंशन्स में एक malicious (दुष्ट) कोड को एम्बेड किया गया है। ये एक्सटेंशन्स यूज़र्स को अपनी सेवाओं का फायदा दिखाते हैं, लेकिन असल में ये बिना यूज़र की जानकारी के उनका डेटा चुराते हैं। इसके माध्यम से हैकर्स यूज़र की ब्राउज़िंग एक्टिविटी, पासवर्ड्स, और बैंकिंग डिटेल्स तक पहुंच सकते हैं। ये एक्सटेंशन्स यूज़र के ब्राउज़र में बैकग्राउंड में काम करते हैं, बिना किसी संदेह के।
कैसे काम करता है यह खतरा?
हैकर्स ने इन एक्सटेंशन्स में malicious JavaScript code को छुपाया है, जो यूज़र्स के ब्राउज़िंग सत्र के दौरान सक्रिय हो जाता है। जैसे ही यूज़र किसी वेबसाइट पर लॉगिन करते हैं, यह कोड यूज़र के क्रेडेंशियल्स और संवेदनशील जानकारी को रिकॉर्ड कर लेता है और उसे हैकर्स के सर्वर पर भेज देता है। इसके बाद, हैकर्स इसे डेटा चोरी करने के लिए इस्तेमाल करते हैं।
क्या करें Chrome यूज़र्स को?
यदि आप Chrome ब्राउज़र का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको अपने एक्सटेंशन्स की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। यहां कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दी जा रही हैं, जिनसे आप अपने डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं:
- विश्वसनीय एक्सटेंशन्स ही डाउनलोड करें: हमेशा Chrome Web Store से ही एक्सटेंशन्स डाउनलोड करें और सुनिश्चित करें कि एक्सटेंशन की रेटिंग और रिव्यू सही हैं।
- अनावश्यक एक्सटेंशन्स को हटाएं: जो एक्सटेंशन्स आप नियमित रूप से उपयोग नहीं करते, उन्हें हटा दें। इससे आपकी ब्राउज़िंग सुरक्षित रहेगी।
- ब्राउज़र सेटिंग्स चेक करें: अपने Chrome ब्राउज़र की सुरक्षा सेटिंग्स और प्राइवेसी सेटिंग्स को अपडेट करें ताकि आपकी जानकारी अधिक सुरक्षित रहे।
- एक्सटेंशन पर अनुमति की जाँच करें: एक्सटेंशन्स को जो अनुमति दी जाती है, उसे अच्छे से चेक करें और सुनिश्चित करें कि वो केवल उन्हीं चीज़ों तक ही पहुंच बना सके, जिनकी उसे जरूरत है।
- एंटीवायरस और एंटीमैलवेयर का उपयोग करें: अपने सिस्टम में एंटीवायरस और एंटीमैलवेयर सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें ताकि इन खतरों से सुरक्षा मिल सके।
Chrome और Google की प्रतिक्रिया
Google ने इस मामले में अपनी सुरक्षा टीम को सक्रिय कर दिया है और कहा है कि वे किसी भी प्रकार के malicious activities पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। Google ने यह भी वादा किया है कि वे Chrome Web Store में मौजूद इन खतरनाक एक्सटेंशन्स को जल्द से जल्द हटा देंगे और इसके लिए वह एक्सटेंशन डेवलपर्स को चेतावनी देने के साथ-साथ अतिरिक्त सुरक्षा उपायों को लागू करेंगे।
निष्कर्ष
Chrome एक्सटेंशन्स का इस्तेमाल यूज़र्स के लिए एक सरल और सुविधाजनक अनुभव हो सकता है, लेकिन यह साइबर खतरों से भी पूरी तरह से मुक्त नहीं है। यूज़र्स को अपनी सुरक्षा और प्राइवेसी को लेकर सचेत रहने की जरूरत है, ताकि उनकी व्यक्तिगत जानकारी और डेटा चोरी होने से बच सके। जैसे-जैसे इंटरनेट का उपयोग बढ़ रहा है, ऐसे मामलों में सुरक्षा के उपायों की अहमियत और भी बढ़ जाती है।
अपने ब्राउज़र की सुरक्षा को बढ़ाने और खतरनाक एक्सटेंशन्स से बचने के लिए सही कदम उठाएं, ताकि आपका डिजिटल अनुभव सुरक्षित और बिना किसी चिंता के हो।