लॉर्ड्स में पहली पारी की बाँकी लड़ाई: दोनों टीमें 387 पर ऑल‑आउट
लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले में एक दुर्लभ संयोग ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। इस मुकाबले की पहली पारी में दोनों टीमों ने 387 रन बनाकर मैच को अद्भुत स्थिति में पहुंचा दिया है। टेस्ट क्रिकेट के 147 साल लंबे इतिहास में यह सिर्फ नौवीं बार हुआ है जब दोनों टीमों ने पहली पारी में बराबरी का स्कोर खड़ा किया हो।

🗓 मैच का पृष्ठभूमि
- मैदान: लॉर्ड्स, लंदन
- तीसरा टेस्ट (पाँच मैचों की सीरीज में मध्य)
- इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और 387 रन बनाए
- भारत की पहली पारी भी 387 रन पर समाप्त — पहले पारी में यह उनकी तीसरी बार ऐसा हुआ है
🏟️ पहला सत्र: इंग्लैंड की ठोस शुरुआत
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने 387 रन बनाए, जिसमें कप्तान बेन स्टोक्स की 124 रनों की शानदार शतकीय पारी और ओपनर जैक क्रॉली के 78 रन अहम रहे। इंग्लैंड की पारी हालांकि भारत के तेज़ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की धारदार गेंदबाजी के सामने टिक नहीं सकी और पूरी टीम 110वें ओवर में ऑलआउट हो गई।
बुमराह का प्रदर्शन:
- विकेट: 5
- ओवर: 25
- रन: 72
- लॉर्ड्स ऑनर बोर्ड में नाम दर्ज
भारत की तरफ से अन्य उल्लेखनीय गेंदबाज:
- रविंद्र जडेजा – 2 विकेट
- मोहम्मद सिराज – 1 विकेट
- कुलदीप यादव – 1 विकेट

🏏 दूसरी पारी: भारत की वापसी — पंत और राहुल की साझेदारी ने दिखाया दम
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ओपनर यशस्वी जायसवाल जल्दी आउट हो गए, लेकिन इसके बाद केएल राहुल (100 रन) और रविंद्र जडेजा (72 रन) ने पारी को संभाला।
मुख्य साझेदारियाँ:
- राहुल और जडेजा: 141 रन की साझेदारी
- पंत और जडेजा: 97 रन की साझेदारी
- अक्षर पटेल और tail-enders ने 10वें विकेट तक स्कोर को 387 तक पहुंचाया
रिषभ पंत ने 74 रन की तेज़तर्रार पारी खेली, लेकिन वह बेन स्टोक्स के एक शानदार डायरेक्ट थ्रो पर रनआउट हो गए।
🔁 तीसरे दिन की समाप्ति: दोनों टीमें बराबर, इंग्लैंड फिर से बैटिंग
तीसरे दिन के खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड ने दूसरी पारी में सिर्फ 1 ओवर में 2 रन बनाए और बिना कोई विकेट गंवाए स्टंप्स पर लौट गई।
तीसरे दिन के बाद स्कोर:
टीम | पहली पारी | दूसरी पारी | कुल |
---|---|---|---|
इंग्लैंड | 387 ऑलआउट | 2/0 | 389/0 |
भारत | 387 ऑलआउट | — | 387 |
📚 पिछली समानताओं का इतिहास – यह मामला चौथा नहीं, तीसरा है
भारत ने टेस्ट क्रिकेट में विरोधी टीम के बराबर स्कोर केवल तीन बार बनाया है:
- 1958 (कानपुर) – बनाम वेस्ट इंडीज, दोनों ने 222 रन बनाए
- 1986 (एड्गबास्टन) – बनाम इंग्लैंड, दोनों ने 390 रन का स्कोर दर्ज किया
- 2025 (लॉर्ड्स) – बनाम इंग्लैंड, इस पारी के आधार पर दोनों ने 387 रन बनाए
🌍 टेस्ट इतिहास में यह नौवीं घटना — बेहद दुर्लभ!
टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ नौ बार ऐसी घटना हुई है जब दोनों टीमों ने पहली पारी में समान स्कोर बनाए हों:
- 1910 से 2015 तक की घटनाओं में स्क्रीन पर प्रमुख स्कोर इस प्रकार हैं:
- 199, 222, 402, 428, 390, 593, 240, 350, और अब 387
- 199, 222, 402, 428, 390, 593, 240, 350, और अब 387
📈 दिन 3—महाभारत के समान रोमांच
- कल तक भारत था पीछे: England 387 vs India overnight 145/3, पीछा कर रहा था 242
- KL राहुल ने 100 रन बनाए, लॉर्ड्स के इतिहास में Dilip Vengsarkar के कैलिबर के बाद केवल दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने जिन्होंने यहाँ दोहरा शतक जड़ा
- रिशभ पंत ने 74 रन की पारी खेली, जो Ben Stokes द्वारा क्रांतिक run-out से बीच में ही समाप्त हो गई
- रविंद्र जडेजा ने 72 रन जोड़े, अक्खड़ भारतीय मध्यक्रम के एक और मजबूत स्तंभ के रूप में
- अंत तक भारतीय टीम 387 रन पर ढेर, इंग्लैंड के सामने कोई रन का फर्क नहीं बचा
🎖 गेंदबाजों के प्रयास
- जसप्रीत बुमराह ने पहले दिन इंग्लिश बल्लेबाजों को घेरा, लिया 5 विकेट, और लॉर्ड्स ऑनर बोर्ड पर अपना नाम खुदवाया
- जॉफ्रा आर्चर ने टेस्ट में वापसी की तेज़ और शानदार ओवरें, 90+ माइल की गति से बॉल की
- शाहब आज़्फ़बीर चोट के चलते मैदान छोड़ गए, जिससे इंग्लैंड की गेंदबाज़ी संयोजना प्रभावित हुई
🧩 दिन 3 की अंतिम स्थिति
- स्टम्पिंग पर स्कोर:
- इंग्लैंड की 1st innings: 387 & 2/0
- भारत की 1st innings: 387 (completed)
- इंग्लैंड के बार में 2 रन की लीड
- मैदान की बनावट:
- पिच में अब बदलाव आना शुरू हुआ है
- चौथे दिन बल्लेबाज़ी और डिफेंस दोनों टीमों के लिए अहम होगी
- मैच बेहद संतुलित, अंतिम दो दिनों के लिए दोनों की मजबूत स्थिति
🔥 विश्लेषण — क्या होता अगर?
- बुमराह की सटीक शुरुआत: अगर वो इंग्लैंड को जल्दी दो विकेट दे देते, तो भारत के पास अपनी पारी में बढ़त बन सकती थी
- पंत और जडेजा की साझेदारी: इनकी 150+ रनों की साझेदारी ने भारत को संकट से उबारा
- शाहब की अनुपस्थिति: इंग्लैंड को चौथे दिन गेंदबाज़ी में कमज़ोरी हो सकती है
- पिच का असर: जल्द ही गेंदबाज़ों को मदद मिलेगी, जिससे टेस्ट में रोमांच बरकरार रहेगा
📌 आगे की रणनीति
- भारत को चाहिए कि:
- चौथे दिन शुरुआत से जबरदस्त गेंदबाज़ी की तैयारी
- चोटिल स्पिनर्स की जगह नई गेंदबाज़ों को प्रयोग
- तनाव और चूक से बचने के लिए तेज़ शुरुआत
- इंग्लैंड को चाहिए कि:
- स्ट्राइक वॉटर्स, खासकर क्रॉली और डकेट को संभल कर आगे बढ़ना होगा
- प्रतिक्रिया में पेस और स्पिन का अच्छा मिश्रण
- बाँकी बल्लेबाजों को धीमे लेकिन स्थिर खेलना चाहिए
📣 सामाजिक माहौल और प्रतिक्रियाएं
- मीडियाई कवरेज: लॉर्ड्स में 100+ वर्षों में एक बेमिसाल घटना — पहले पारी में बराबरी
- ट्विटर पर प्रतिक्रिया: “यह किस्सा टेस्ट क्रिकेट के असली महाभारत जैसा!”
“पांच मैचों की सीरीज के बीच, यह तीसरा टेस्ट अब निर्णायक मोड़ पर”— क्रिकेट विश्लेषकों की नज़रों में
🏁 निष्कर्ष
- लॉर्ड्स में टेस्ट का तीसरा दिन इतिहास से भरा हुआ था: पहली पारी में दोनों टीमों का 387 रन पर ऑल‑आउट होना
- भारत की यह बराबरी इतनी दुर्लभ घटना है कि टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सिर्फ नौवीं बार हुआ है
- KL राहुल, पंत, जडेजा की पारी और बुमराह, आर्चर की शुरूआत ने इस मैच को रोमांचक बना दिया
- चौथा दिन तय करेगा कि कौन इसे निर्णायक मोड़ पर ले जाता है और सिरा किसमें झुकता है
अब इंतजार है चौथे दिन की रणनीतिक लड़ाई का, जहाँ पिच की चाल, गेंदबाज़ी की फुर्ती और बल्लेबाज़ों की नोंकझोंक मैच का रुख तय करेंगे।
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