भूमिका
• वर्तमान: भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर है और 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 3 मैच (जुलाई 17 तक) का परिणाम रहा इंडिया 1 – इंग्लैंड 2।
• तीन टेस्ट मैचों की हलचल में, सबसे चमकदार उपलब्धि आई है ऋषभ पंत की बल्ले से—जो ना सिर्फ शतक और अर्धशतक मार रहे हैं, बल्कि उन्होंने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में एक अभूतपूर्व रिकॉर्ड भी तोड़ा है।
पंत की बल्ले की संजीवनी: 2 शतक, 2 अर्धशतक
- 3 मैचों में प्रदर्शित रनों की लहर:
- पहली पारी (लीड्स): 134 रनों की बेहतरीन पारी जिसमें 6 छक्के और 12 चौके ।
- दूसरी पारी (लीड्स): नाबाद 65, जिसमें दो छक्कों ने रूटर्स और दर्शकों को भी उड़ेल दिया
- तीसरा टेस्ट (लॉर्ड्स): 74 रन, जिसमें दो बेहद आकर्षक छक्के ये साबित करते हैं कि चोट बेशक्त करती, लेकिन पंत अडिग
- पहली पारी (लीड्स): 134 रनों की बेहतरीन पारी जिसमें 6 छक्के और 12 चौके ।
इसमें शामिल हैं 2 शतकीय पारियाँ और 2 अर्धशतक, दर्शा रही है उनकी निरंतरता और मानसिक दृढ़ता।
WTC में छक्कों की बर्षा: चार एडिशन, 15+ छक्के हर बार!
1. चार WTC संस्करणों की यह खास उपलब्धि:
- पंत ने WTC के सभी चार संस्करणों में कम से कम 15 छक्के मारे—ये पहले किसी खिलाड़ी के लिए संभव नहीं हुआ।
- उन्होंने WTC 4 के अभी तीन टेस्ट मैचों में 15 छक्के लगा लिए हैं
- इसके पूर्व:
- संस्करण 1 में: 22 छक्के
- संस्करण 2 में: 16
- संस्करण 3 में: 16
2. WTC में भारतीय सर्वाधिक छक्के:
- पंत ने इस टूर्नामेंट में 62 छक्के लगाकर रोहित शर्मा (56) को पीछे छोड़ा ।
- यह छक्के केवल संख्या नहीं—यह पावर, आक्रामकता और टेस्ट में साहस की मिसाल हैं।
इंग्लैंड में रिकॉर्ड की झड़ी
- लॉर्ड्स में पंत की 74 रनों की पारी में दो छक्के—यह रिकॉर्ड बना क्योंकि वह विवियन रिचर्ड्स के 34 छक्कों के पार चले गए, अब 35 हो गए ।
- इसके साथ ही:
- पंत ने रोहित शर्मा (88 छक्के) के बराबरी की—उनके नाम अब भी 88 छक्के हैं, जबकि केवल 2 छक्के दूर हैं सर्वोच्च विरेंद्र सहवाग (90) से ।
- मैनचेस्टर टेस्ट (23 जुलाई से) में पंत के पास उस रिकॉर्ड को छूने का सुनहरा मौके है।
विकेटकीपर-बल्लेबाज़ के रूप में नई ऊँचाइयाँ
- पंत टेस्ट में 3,000 रन भी पार कर चुके हैं—यह उपलब्धि MS Dhoni के साए में संभव हुई, लेकिन पंत ने उनसे तेज़ी से हासिल की ।
- इंग्लैंड में एक सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विदेशी विकेटकीपर।
- WTC के तीसरे संस्करण में भी सबसे ज्यादा छक्के लगाए और लगातार ताकत दिखाई।
चोट की चोट, आत्मविश्वास की डोर
- तीसरे टेस्ट (लॉर्ड्स) में पंत की उंगली चोटिल हुई, लेकिन उन्होंने दर्द को बेपरवाह करते हुए बल्लेबाज़ी जारी रखी SportsTak।
- उनकी यह पराक্রম यही संदेश देती है कि सम्मान की भूख है उनकी विकेटकीपिंग-बल्लेबाज़ी में।
आक्रामकता की भाषाएँ: आंकड़ों में बयान

श्रेणी | आंकड़े |
---|---|
टेस्ट में कुल 6 छक्के | 88 (भारत के दूसरे सबसे बड़े छक्केबाज़) |
WTC में छक्के | 62 (भारतीय सर्वोच्च), कुल WTC 4 में 15+ हर संस्करण |
तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड पर 35 छक्के | विवियन रिचर्ड्स से आगे |
अगला पड़ाव: मैनचेस्टर में सहवाग को टक्कर
- सहवाग का भारत में सबसे ज्यादा टेस्ट छक्के (90) का रिकॉर्ड पंत के निशाने पर है।
- पंत के नाम अब 88 छक्के—इस बीच मात्र 2 छक्के की दूरी है।
- मैनचेस्टर टेस्ट में यदि पंत आक्रामक बल्लेबाज़ी दिखाते हैं, तो यह आंकड़ा टूट सकता है।
भावनात्मक स्याही: पंत की बल्लेबाज़ी का असर
- हर छक्का केवल रनों की संख्या नहीं; यह आत्मबल का प्रतीक है—जैसे टेस्ट की पुरातन दीवारों में नई लकीरें खींच दें।
- चोट के बावजूद पंत की हिम्मत दर्शाती है कि यह खिलाड़ी कोशिशों से सम्मान बनाता है।
- भारतीय टीम की आत्मविश्वास बढ़ी है—जब विकेटकीपिंग लाइन में इतनी ताकत हो, तो विपक्ष पर दबाव बना रहता है।
निष्कर्ष: पंत का नवीनतम अध्याय
ऋषभ पंत केवल टेस्ट बल्लेबाज़ नहीं—वह द ब्लेज़िंग जेनरेशन का प्रतीक हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट को नया रूप दिया है।
उनके छक्के WTC में récord‑श्रेणी की शक्ति, इंग्लैंड में रिकॉर्ड‑तोड़ प्रदर्शनों का सबूत हैं, और सबसे बड़ी बात—हमारे क्रिकेट का नया युग शुरू कर दिया है।
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मैनचेस्टर टेस्ट उनकी योजना की अगली कड़ी है—जहाँ एक या दो छक्के से उसकी टी20 स्टाइल टेस्ट रिकॉर्ड में बदल सकती है। और इस यात्रा में हम सभी एक विस्मयकारी साहस की गाथा देख रहे हैं—जो टेस्ट क्रिकेट, भारत और विश्व के लिए प्रेरणा साबित हो गई है।