23 जुलाई से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड के खिलाफ भारत का चौथा टेस्ट मैच होने जा रहा है। इस महत्वपूर्ण मुकाबले से पहले टीम इंडिया को दो बड़े झटके लगे हैं। ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी और तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह चोट के कारण बाहर हो गए हैं, जिससे टीम की प्लेइंग इलेवन में बड़े बदलाव करने पड़ सकते हैं। इस लेख में हम इन चोटों के प्रभाव, टीम पर पड़ने वाले असर, और आगामी टेस्ट की रणनीतियों पर गहराई से चर्चा करेंगे।
1. मैनचेस्टर टेस्ट की पृष्ठभूमि
भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज काफी रोमांचक रही है। तीन मैचों के बाद इंग्लैंड 2-1 से बढ़त बनाए हुए है। चौथा टेस्ट सीरीज में भारत के लिए ‘करो या मरो’ जैसा है। इस मैच को जीतकर ही भारत ओवल में अंतिम टेस्ट से पहले सीरीज बराबर कर सकता है। मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान इतिहास में कई निर्णायक मुकाबलों का गवाह रहा है, और इस बार भी दोनों टीमों के बीच जबरदस्त टकराव की उम्मीद है।

लेकिन इस हाई प्रेशर मुकाबले से ठीक पहले भारत को दो खिलाड़ियों के चोटिल होने की बुरी खबर मिली है, जो टीम की रणनीति और प्रदर्शन दोनों पर गहरा असर डाल सकती है।
2. दो बड़े झटके: नीतीश कुमार रेड्डी और अर्शदीप सिंह चोटिल
नीतीश कुमार रेड्डी की चोट और टीम पर प्रभाव
नीतीश कुमार रेड्डी, जो भारत के लिए ऑलराउंडर के रूप में उभरते हुए सितारे हैं, बाएं घुटने की चोट के कारण बचे हुए दोनों टेस्ट मैचों से बाहर कर दिए गए हैं। BCCI की मेडिकल टीम ने पुष्टि की है कि रेड्डी को तत्काल आराम और रिहैबिलिटेशन की जरूरत है। नीतीश गेंद और बल्ले दोनों में टीम को मजबूत बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
उनकी चोट से टीम के निचले क्रम में बल्लेबाजी की गहराई प्रभावित होगी, साथ ही मिडिल ओवरों में गेंदबाजी का विकल्प भी सीमित हो जाएगा। रेड्डी ने इस सीरीज में अभी तक अपनी छाप छोड़ी है और उनकी गैरमौजूदगी से कप्तान शुभमन गिल और कोच राहुल द्रविड़ को रणनीति बदलनी पड़ सकती है।
अर्शदीप सिंह भी चौथे टेस्ट से बाहर
तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह की चोट की वजह से वह चौथे टेस्ट में टीम का हिस्सा नहीं बन पाएंगे। बेकेनहैम के नेट्स अभ्यास के दौरान अंगूठे में लगी चोट ने उन्हें मैदान से दूर कर दिया। अर्शदीप अभी तक इस टेस्ट सीरीज में प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं पा सके थे, लेकिन मैनचेस्टर में उनका डेब्यू तय माना जा रहा था।

उनकी अनुपस्थिति से टीम इंडिया के तेज गेंदबाजी विभाग में विकल्प कम हो जाएंगे, खासकर इंग्लैंड की मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप के खिलाफ।
3. BCCI का आधिकारिक बयान और टीम में बदलाव
BCCI ने दोनों खिलाड़ियों के चोटिल होने पर बयान जारी कर कहा:
- “नीतीश कुमार रेड्डी के बाएं घुटने में चोट है, जिसके कारण वह बाकी दोनों टेस्ट से बाहर हैं। हम उम्मीद करते हैं कि वह जल्द स्वस्थ होकर टीम में वापस आएंगे।”
- “अर्शदीप सिंह की बाएं अंगूठे की चोट के कारण वह मैनचेस्टर टेस्ट से बाहर हैं। उनकी फिटनेस पर हमारी मेडिकल टीम नजर रख रही है।”
चोटिल खिलाड़ियों की जगह कवर के तौर पर युवा तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को टीम में शामिल किया गया है, जो मैनचेस्टर में टीम से जुड़ गए हैं। यह युवा गेंदबाज अब टीम के लिए अहम रोल निभा सकता है।
4. चौथे टेस्ट के लिए टीम इंडिया की अपडेटेड सूची
नीचे भारत की वर्तमान टीम सूची दी गई है, जिसमें चोटों के बाद हुए बदलाव शामिल हैं:
- कप्तान: शुभमन गिल
- उपकप्तान और विकेटकीपर: ऋषभ पंत
- बल्लेबाज: यशस्वी जयसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर
- ऑलराउंडर: रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर
- विकेटकीपर (बैकअप): ध्रुव जुरेल
- तेज गेंदबाज: जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाश दीप, अंशुल कंबोज
- स्पिनर: कुलदीप यादव
5. चोटों के बाद टीम की रणनीति पर पड़ने वाला असर
बैटिंग में संतुलन
नीतीश रेड्डी की गैरमौजूदगी से भारत के मध्यक्रम और निचले क्रम की बल्लेबाजी कमजोर हो सकती है। नीतीश की बल्लेबाजी तकनीक और रन बनाने की क्षमता टीम को गहराई देती है, जो इंग्लैंड की तेज गेंदबाजी के खिलाफ बहुत जरूरी है। अब टीम के अन्य बल्लेबाजों को इस कमी को पूरा करना होगा, और युवा खिलाड़ियों जैसे यशस्वी जयसवाल और अभिमन्यु ईश्वरन को भरोसा दिखाना होगा।
गेंदबाजी विभाग
तेज गेंदबाजी में अर्शदीप के बाहर होने से भारत को कड़ा झटका लगा है। अंशुल कंबोज को मौका दिया गया है, लेकिन उनका अनुभव कम है। बुमराह, सिराज, कृष्णा और आकाश दीप को ज्यादा जिम्मेदारी उठानी होगी। स्पिन विभाग में जडेजा, सुंदर और कुलदीप को अपने टैलेंट का पूरा इस्तेमाल करना होगा।
6. विशेषज्ञों की राय
पूर्व भारतीय कप्तान और क्रिकेट विशेषज्ञों ने इस परिस्थिति पर अपने विचार व्यक्त किए हैं।
- अनिल कुंबले ने कहा, “टीम इंडिया को संयम और धैर्य के साथ खेलना होगा। चोटें एक बड़ी चुनौती हैं, लेकिन टीम के पास प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जो इस कमी को पूरा कर सकते हैं।”
- विरेंद्र सहवाग ने ट्वीट कर कहा, “नीतीश और अर्शदीप की कमी जरूर खलेगी, लेकिन यह मौका है युवा खिलाड़ियों के लिए अपनी छाप छोड़ने का। गिल और पंत की कप्तानी में टीम को एकजुट होकर खेलने की जरूरत है।”
7. मैनचेस्टर टेस्ट की चुनौती
मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान एक पारंपरिक इंग्लिश पिच है, जहां स्विंग और तेज गेंदबाजी का बोलबाला रहता है। भारत के बल्लेबाजों के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि इंग्लैंड के तेज गेंदबाज वहां डटकर खेलते हैं। भारत के लिए यह जरूरी होगा कि वे शुरुआत मजबूत करें और विकेट बचाकर खेलें।
चोटिल खिलाड़ियों के बावजूद भारत के पास कई अनुभवी और युवा खिलाड़ी हैं जो इस टेस्ट को सीरीज में नया मोड़ दे सकते हैं।
8. भारतीय टीम के लिए रणनीतिक सुझाव
- प्रारंभिक विकेट बचाना जरूरी: शुभमन गिल और केएल राहुल को जिम्मेदारी से शुरुआत करनी होगी।
- मिडिल ऑर्डर को मजबूत बनाना: जयसवाल, अभिमन्यु और नायर को स्थिरता लानी होगी।
- गेंदबाजी में विविधता और तालमेल: तेज और स्पिन दोनों विभागों को मजबूती से खेलना होगा।
- मनोवैज्ञानिक मजबूती: चोटों के बावजूद टीम को हौसला बनाए रखना होगा।
9. निष्कर्ष
चोटों ने टीम इंडिया के चौथे टेस्ट मैच से पहले स्थिति को जटिल कर दिया है। नीतीश कुमार रेड्डी और अर्शदीप सिंह की अनुपस्थिति बड़ी चुनौती है, लेकिन यह वही समय है जब भारतीय टीम को एकजुट होकर अपने अनुभव और युवा जोश का मिश्रण दिखाना होगा।
23 जुलाई से शुरू होने वाला मैनचेस्टर टेस्ट न केवल भारत के लिए सीरीज को बराबर करने का मौका है, बल्कि यह उनकी टीम की मजबूती और गहराई की परीक्षा भी होगा।
टीम इंडिया के समर्थक उम्मीद कर रहे हैं कि कप्तान शुभमन गिल और उपकप्तान ऋषभ पंत की अगुवाई में भारतीय खिलाड़ी अपनी पूरी क्षमता दिखाएंगे और इंग्लैंड के खिलाफ इस कठिन मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करेंगे।
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