नई दिल्ली, 15 अगस्त 2025।
आज का दिन हर भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का है। आज भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। यह सिर्फ़ एक ऐतिहासिक अवसर नहीं, बल्कि यह उस आज़ादी के सफ़र की याद दिलाता है, जिसे हमारे पूर्वजों ने अपने खून और बलिदान से हासिल किया। इस बार का समारोह खास है, क्योंकि इसका विषय है — “नया भारत”, जो देश को 2047 तक विकसित भारत बनाने के संकल्प की ओर आगे बढ़ाने का प्रतीक है।
दिल्ली के लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरंगा फहराकर पूरे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। ऐतिहासिक परंपरा के तहत सुबह 7:30 बजे के आसपास समारोह शुरू होगा और यह कार्यक्रम देश के कोने-कोने में टीवी, रेडियो और डिजिटल माध्यम से प्रसारित किया जाएगा।
लाल किले पर भव्य स्वागत

प्रधानमंत्री के लाल किले पर आगमन पर उनका स्वागत करेंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह। दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार प्रधानमंत्री को सलामी मंच तक ले जाएंगे। यहां अंतर-सेवा और दिल्ली पुलिस गार्ड की संयुक्त टुकड़ी प्रधानमंत्री को सलामी देगी।
गार्ड ऑफ ऑनर: 96 वीर जवानों का जत्था
इस वर्ष प्रधानमंत्री के लिए गार्ड ऑफ ऑनर में 96 जवान शामिल होंगे — सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस, प्रत्येक से 24 जवान।
- कमान: विंग कमांडर ए. एस. सेखों
- सेना दल: मेजर अर्जुन सिंह
- नौसेना दल: लेफ्टिनेंट कमांडर कोमलदीप सिंह
- वायु सेना दल: स्क्वाड्रन लीडर राजन अरोड़ा
- दिल्ली पुलिस दल: अतिरिक्त डीसीपी रोहित राजबीर सिंह
तीनों सेनाओं के प्रमुख भी रहेंगे मौजूद
सलामी के बाद प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे, जहां उनका स्वागत करेंगे:

- चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान
- थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी
- नौसेनाध्यक्ष एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी
- वायु सेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह
प्रधानमंत्री के ध्वजारोहण में फ्लाइंग ऑफिसर रशिका शर्मा सहायता करेंगी। ध्वजारोहण के साथ ही 21 तोपों की सलामी दी जाएगी, जिसकी कमान मेजर पवन सिंह शेखावत के हाथ में होगी।
राष्ट्रीय सलामी और तिरंगे की शान
ध्वजारोहण के दौरान 128 कर्मियों वाला राष्ट्रीय ध्वज रक्षक दल मौजूद रहेगा। इसकी कमान विंग कमांडर तरुण डागर के हाथ में होगी।
- थल सेना टुकड़ी: मेजर प्रकाश सिंह
- नौसेना टुकड़ी: लेफ्टिनेंट कमांडर मोहम्मद परवेज
- वायु सेना टुकड़ी: स्क्वाड्रन लीडर वी.वी. शरवन
- दिल्ली पुलिस टुकड़ी: अतिरिक्त डीसीपी अभिमन्यु पोसवाल
देशभक्ति से गूंजेगा बैंड
तिरंगे के फहराते ही वायु सेना का बैंड राष्ट्रगान बजाएगा। इसकी कमान जूनियर वारंट ऑफिसर एम. डेका संभालेंगे। पहली बार 11 अग्निवीर वायु संगीतकार भी इस बैंड का हिस्सा होंगे।
आसमान से पुष्पवर्षा और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का संदेश
ध्वजारोहण के साथ ही भारतीय वायु सेना के दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर आकाश से पुष्पवर्षा करेंगे। एक हेलीकॉप्टर राष्ट्रीय ध्वज और दूसरा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का ध्वज लहराएगा।
ऑपरेशन सिंदूर, आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीतिक जीत का प्रतीक है। लाल किले और ज्ञानपथ पर इसकी झलक फूलों की सजावट, आमंत्रण पत्र और लोगो में दिखेगी।
प्रधानमंत्री का संबोधन: नए भारत का खाका
पुष्पवर्षा के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे 2047 तक विकसित भारत के विज़न, ‘नया भारत’ के लक्ष्यों, और हालिया उपलब्धियों पर चर्चा करेंगे।
ज्ञानपथ पर ‘नए भारत’ का लोगो
इस समारोह में 2,500 एनसीसी कैडेट और ‘माई भारत’ स्वयंसेवक भाग लेंगे, जो ज्ञानपथ पर ‘नए भारत’ के लोगो के आकार में बैठेंगे।
5,000 विशेष अतिथि: हर क्षेत्र के नायक
इस बार लगभग 5,000 विशेष अतिथि शामिल होंगे, जिनमें शामिल हैं:
- स्पेशल ओलंपिक 2025 का भारतीय दल
- अंतर्राष्ट्रीय खेल विजेता
- स्वच्छता कर्मी, किसान, उद्यमी, एनसीसी कैडेट
- ‘लखपति दीदी’ जैसी योजनाओं के लाभार्थी
- बचाए गए बंधुआ मज़दूर, पुनर्वासित महिलाएं
- वाइब्रेंट गांवों से सरपंच
- विभिन्न राज्यों से पारंपरिक वेशभूषा में आए 1,500 लोग
जनसुविधाएं: पहली बार क्लॉक रूम, अतिरिक्त पार्किंग
- क्लॉक रूम: 25 स्थानों पर
- हेल्पडेस्क: 190 स्वयंसेवक
- व्हीलचेयर: एनसीसी कैडेट की मदद से
- मेट्रो सेवा: सुबह 4 बजे से
- अतिरिक्त पार्किंग: 250 कारों की सुविधा
प्रतियोगिताएं और देशभक्ति का जश्न
रक्षा मंत्रालय और माय गॉव ने कई प्रतियोगिताएं आयोजित कीं:
- निबंध: ‘ऑपरेशन सिंदूर’
- चित्रकला: ‘नया भारत सशक्त भारत’
- रील प्रतियोगिता: स्वतंत्रता स्थलों की यात्रा
- ऑनलाइन क्विज़: राष्ट्रीय सुरक्षा, महिलाओं की भूमिका आदि
करीब 1,000 विजेता इस समारोह में विशेष आमंत्रित होंगे।
शाम को देशभर में सैन्य बैंड का प्रदर्शन
पहली बार स्वतंत्रता दिवस की शाम 140 से अधिक स्थानों पर सेना, नौसेना, वायु सेना और अर्धसैनिक बलों के बैंड प्रदर्शन करेंगे। यह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जीत और देशभक्ति का उत्सव होगा।
अंतिम विचार
15 अगस्त 2025 का यह समारोह सिर्फ़ आज़ादी का पर्व नहीं, बल्कि ‘नए भारत’ के संकल्प का उद्घोष है। जब तिरंगा लहराएगा, तो हर भारतीय का दिल गर्व से भर जाएगा और आंखें एक उज्ज्वल, सशक्त और समृद्ध भारत के सपने देखेंगी।
यह भी पढ़ें- गणेश चतुर्थी 2025:पूजा कब करें? जानिए शुभ मुहूर्त, विधि