भारतीय आईटी उद्योग में जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तेजी से विकास कर रहा है और इसके प्रभाव से कंपनियों की उत्पादकता में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। TCS (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि AI आधारित तकनीकों का उपयोग, विशेष रूप से जनरेटिव AI, आईटी के विभिन्न क्षेत्रों में दक्षता और गति को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है।
जनरेटिव AI का उदय TCS अधिकारी ने कहा कि जनरेटिव AI न केवल आईटी उद्योग में प्रक्रियाओं को स्वचालित कर रहा है, बल्कि डेटा एनालिटिक्स, कोडिंग, ग्राहक सेवा, और प्रोजेक्ट प्रबंधन में भी उत्पादन में वृद्धि कर रहा है। इससे ना केवल कार्य में तेजी आ रही है, बल्कि कर्मचारियों का कार्यभार भी कम हो रहा है, जिससे वे अधिक नवाचार और रणनीतिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
तेजी से बढ़ता IT क्षेत्र भारतीय आईटी उद्योग के इस क्षेत्र में AI के जरिए तकनीकी परिवर्तन होने से, यह उद्योग अपनी तेजी से बढ़ती गति को और मजबूत कर रहा है। TCS समेत कई बड़ी आईटी कंपनियों ने AI को अपने कारोबार का अभिन्न हिस्सा बना लिया है, जिससे वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा में बने रहने के साथ-साथ ग्राहकों को अधिक किफायती और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं दे रहे हैं।
भविष्य की राह TCS अधिकारी के अनुसार, आने वाले वर्षों में जनरेटिव AI का और अधिक व्यापक उपयोग होगा, जिससे न केवल उत्पादन में तेजी आएगी बल्कि आईटी उद्योग के नए आयाम भी खुलेंगे। भारत के IT सेक्टर में AI का बढ़ता उपयोग देश की डिजिटल क्रांति को एक नई दिशा दे रहा है और यह निकट भविष्य में देश के आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनेगा।
इस तकनीकी क्रांति का लाभ उठाते हुए भारतीय आईटी कंपनियां वैश्विक मंच पर एक नए युग का नेतृत्व करने की ओर अग्रसर हैं।