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क्या आपकी आंखें बता रही हैं कुछ अहम खतरे का संकेत?

आज की तेज़-तर्रार और अस्वस्थ जीवनशैली के चलते खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) का स्तर बिना किसी चेतावनी के उच्च हो सकता है। अगर समय रहते पहचान न हो, तो यह हार्ट अटैक, स्ट्रोक और गंभीर धमनी बीमारी जैसी स्थिति को जन्म दे सकता है। दिलचस्प बात यह है कि कुछ आँखों में दिखाई देने वाले लक्षण—हालांकि अक्सर नजरअंदाज किए जाते हैं—हाई कोलेस्ट्रॉल के शुरुआती संकेत हो सकते हैं। आइए जानते हैं इन 6 मुख्य लक्षणों के बारे में:


1. ✳️ Xanthelasma (पलकियों पर पीले धब्बे)


2. Arcus Senilis (कॉर्निया के चारों ओर सफेद/ग्रे रिंग)


3. 👁️ रेटिना में फटी नसें और धुंधली दृष्टि


4. 🧊 आंखों में गर्मी, जलन, सूखापन


5. 🔵 Hollenhorst Plaque (रेटिना की नसों में क्रिस्टल जमा)


6. 🔄 धुँधली दृष्टि और दृष्टि में रंग परिवर्तन


⚠️ इन लक्षणों को नजरअंदाज़ करना कितना खतरनाक है?

  1. हार्ट अटैक और स्ट्रोक — LDL कोलेस्ट्रॉल धमनियों में प्लाक जमा करता है, जिससे रक्त प्रवाह बाधित हो सकता है। इससे एंजाइना, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसे जोखिम बढ़ जाते हैं। (turn0news13)
  2. Peripheral artery disease (PAD) — पैरों की नसों में ब्लॉकेज होता है, जिससे चलने में दर्द, सुन्नता, ठंडक और घाव भरने में समस्या होने लगती है। (turn0news13)

क्या करें अगर आंखों में ये लक्षण दिखें?

कार्रवाईविवरण
चिकित्सक से संपर्क करेंएक ophthalmologist से आंखों की जाँच करवाएं और जहाँ आवश्यक हो lipid profile पूरी करवाएं।
Lipid profile टेस्ट करवाएंकुल कोलेस्ट्रॉल, LDL, HDL और ट्राइग्लिसराइड्स की जाँच ज़रूरी है।
जीवनशैली सुधारेंसंतुलित आहार, कम संतृप्त वसा, अधिक फाइबर, नियमित व्यायाम और धूम्रपान व शराब से बचाव करें।
दवाओं का मार्गदर्शनडॉक्टर की सलाह से statins जैसी दवाओं से LDL नियंत्रित किया जा सकता है।
नियमित फॉलो-अपकोलेस्ट्रॉल और आंखों की स्थिति की समय-समय पर निगरानी रखें।

📝 निष्कर्ष

अगर आपकी आंखों के आसपास पीले धब्बे (xanthelasma) हैं, कॉर्निया पर सफेद/ग्रे रिंग (arcus senilis) दिखाई दे रही है, या दृष्टि में अचानक बदलाव हो रहे हैं, तो यह सिर्फ सौंदर्य समस्या नहीं—ये कोलेस्ट्रॉल का चेतावनी संकेत हो सकते हैं। समय रहते इन संकेतों की पहचान करके रीतिकर परीक्षण (lipid profile) और डॉक्टरी सलाह लेना आपके दिल और जीवन दोनों की सुरक्षा कर सकता है।

आखें नहीं सिर्फ देखने के लिए होती, बल्कि स्वास्थ्य की खिड़की भी होती हैं—इन्हें नजरअंदाज किया, तो बड़े स्वास्थ्य जोखिम को न्योता देना हो सकता है।

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