टेक्नोलॉजी जगत में दो सबसे बड़े नाम—मार्क जुकरबर्ग और एलन मस्क—की प्राइवेसी को लेकर हाल ही में एक बड़ा कदम उठाया गया है। Meta (पहले Facebook) ने एक नया फैसला लिया है, जिसके तहत उन सभी अकाउंट्स पर बैन लगाया गया है जो सार्वजनिक रूप से जुकरबर्ग और मस्क के निजी जेट्स की लोकेशन को ट्रैक और साझा कर रहे थे। यह कदम उन अकाउंट्स के खिलाफ उठाया गया है, जो लगातार उनकी उड़ानों का डेटा पब्लिक प्लेटफार्म पर साझा कर रहे थे, जिससे उनकी सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे थे।
क्या है मामला?
सोशल मीडिया पर कुछ अकाउंट्स, खासकर Twitter (अब X) और Instagram पर, एलन मस्क और मार्क जुकरबर्ग जैसे हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों के प्राइवेट जेट्स की लाइव ट्रैकिंग की जानकारी साझा कर रहे थे। यह डेटा खुले तौर पर फ्लाइट ट्रैकिंग सेवाओं से निकाला जाता था और सार्वजनिक कर दिया जाता था। लेकिन अब Meta ने ऐसे अकाउंट्स पर सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें प्लेटफार्म से बैन करने का फैसला किया है।
प्राइवेसी की सुरक्षा पर जोर
Meta का यह कदम अपने प्लेटफार्म पर व्यक्तियों की सुरक्षा और प्राइवेसी को प्राथमिकता देने के इरादे से उठाया गया है। यह कदम इस बात का संकेत है कि अब सोशल मीडिया कंपनियां भी अपनी सेवाओं पर प्राइवेसी से जुड़ी गतिविधियों पर सख्ती से नजर रखेंगी। मस्क और जुकरबर्ग जैसे हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों की उड़ान जानकारी को पब्लिक करने से उन्हें न केवल प्राइवेसी का उल्लंघन होता था, बल्कि उनकी सुरक्षा को भी खतरा पैदा होता था।
Meta की नीति में बदलाव
Meta ने अपने प्लेटफार्म्स—Facebook और Instagram—पर प्राइवेसी सुरक्षा के नियमों को और सख्त कर दिया है। अब किसी भी सार्वजनिक आंकड़े को व्यक्तिगत रूप से इस्तेमाल करना या उसकी ट्रैकिंग करना कंपनी की पॉलिसी का उल्लंघन माना जाएगा। Meta का कहना है कि यह कदम न केवल हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों बल्कि सभी यूजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है।
मस्क बनाम जुकरबर्ग: एक और मोर्चा?
मस्क और जुकरबर्ग पहले से ही सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी के विभिन्न मुद्दों पर आमने-सामने रहे हैं। मस्क के प्लेटफार्म X (पहले Twitter) पर इस तरह के जेट ट्रैकिंग अकाउंट्स को पहले से बैन किया जा चुका है, और अब Meta ने भी इसी दिशा में कदम बढ़ा दिया है। इसे जुकरबर्ग-मस्क की पुरानी प्रतिद्वंद्विता का एक और मोर्चा माना जा रहा है।
क्या है जेट ट्रैकिंग?
जेट ट्रैकिंग असल में उन सेवाओं के जरिए होती है, जो एयर ट्रैफिक कंट्रोल और अन्य फ्लाइट डेटा पब्लिक करती हैं। ये सेवाएं किसी भी फ्लाइट की जानकारी को लाइव साझा करती हैं, जिसमें उड़ान की दिशा, गति, और लोकेशन जैसी जानकारी शामिल होती है। हालांकि, यह डेटा सार्वजनिक होता है, लेकिन जब इसका इस्तेमाल व्यक्तियों की प्राइवेसी को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जाता है, तो यह चिंता का विषय बन जाता है।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया
Meta के इस फैसले को यूजर्स की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है। कुछ लोग इसे प्राइवेसी की सुरक्षा के लिए सही कदम मान रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि यह अभिव्यक्ति की आजादी पर एक प्रकार की रोक है। फिर भी, सुरक्षा की दृष्टि से यह एक आवश्यक कदम माना जा रहा है, खासकर हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों के लिए।
यूजर्स की प्रतिक्रिया
Meta के इस कदम पर सोशल मीडिया यूजर्स की मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोग इसे निजता के अधिकार की रक्षा के लिए जरूरी कदम मानते हैं, जबकि कुछ का कहना है कि सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी को रोकना सही नहीं है।
एक यूजर ने लिखा, “यह प्राइवेसी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। किसी की निजी जिंदगी को सार्वजनिक करना गलत है।” वहीं, एक अन्य यूजर ने सवाल उठाते हुए कहा, “यदि डेटा सार्वजनिक है, तो इसे रोकने का क्या मतलब?”
क्या भविष्य में और सख्ती होगी?
Meta के इस कदम से यह साफ है कि बड़ी टेक कंपनियां अब प्राइवेसी को गंभीरता से ले रही हैं। आने वाले समय में अन्य प्लेटफार्म्स पर भी ऐसे प्रतिबंध देखने को मिल सकते हैं, खासकर जब बात बड़ी हस्तियों की हो।
निष्कर्ष
जुकरबर्ग और मस्क की प्राइवेसी को लेकर Meta का यह कदम टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर प्राइवेसी सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं को दर्शाता है। यह कदम भविष्य में अन्य प्लेटफार्म्स के लिए भी एक नजीर बन सकता है, जो प्राइवेसी और सुरक्षा को लेकर और सख्त नियम लागू करेंगे।