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कॉमनवेल्थ 2030 भारत में घोषणा होते ही जश्न

भारत के खेल इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ गया है। लगभग दो दशक बाद कॉमनवेल्थ गेम्स एक बार फिर भारत लौटने वाले हैं। ग्लासगो में आयोजित कॉमनवेल्थ स्पोर्ट जनरल असेंबली में आधिकारिक रूप से घोषणा कर दी गई—2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी भारत करेगा और मेजबान शहर होगा अहमदाबाद।

यह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि विश्व मंच पर भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा, क्षमता और खेल शक्ति का बड़ा प्रमाण है।


🔵 भारत को क्यों मिली CWG 2030 की मेजबानी?

कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के एग्जिक्यूटिव बोर्ड ने पिछले महीने ही अहमदाबाद की बोली को सबसे मजबूत और उचित बताया था। भारत जिस तरह पिछले एक दशक में इन्फ्रास्ट्रक्चर, स्पोर्ट्स ट्रेनिंग, और बड़े खेल आयोजनों में सक्षम हुआ है, उसे देखते हुए यह फैसला लगभग तय माना जा रहा था।

74 सदस्यों वाली जनरल असेंबली ने इस पर मुहर लगाने में बिल्कुल देर नहीं की।


🔵 दूसरी बार भारत में होंगे CWG | पिछली बार क्या हुआ था?

भारत ने इससे पहले 2010 में नई दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स कराए थे।
उस समय—

अब दो दशक बाद एक बार फिर वही मौका आ रहा है, लेकिन इस बार खेल आयोजन का दायरा और विज़न दोनों कहीं ज़्यादा बड़ा है।


🔵 अहमदाबाद क्यों चुना गया?

भारत का यह सबसे तेज़ी से विकसित होता शहर खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में पहले से ही विश्वस्तर का बन चुका है।

यहां मौजूद हैं—

✔ नरेंद्र मोदी स्टेडियम – दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम

✔ अत्याधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स

✔ बेहतरीन रोड, एयर और मेट्रो कनेक्टिविटी

✔ एथलीट विलेज और मॉडर्न आवास सुविधाओं की तैयारी

✔ 2036 ओलंपिक की संभावित बोली का भी हिस्सा

दरअसल, गुजरात सरकार कई वर्षों से अहमदाबाद को वैश्विक स्पोर्ट्स हब बनाने की तैयारी कर रही थी।


🔵 पीटी उषा ने कहा—”यह हमारा सम्मान है”

कॉमनवेल्थ गेम्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की प्रेसिडेंट डॉ. पीटी उषा ने खुशी जताते हुए कहा—

“कॉमनवेल्थ स्पोर्ट ने जो भरोसा भारत पर जताया है, वह हमारे लिए गर्व का क्षण है।
2030 के गेम्स न सिर्फ 100 साल पूरे होने का जश्न होंगे, बल्कि आने वाले सौ सालों की आधारशिला भी रखेंगे।”

उनके अनुसार ये गेम्स भारत को खेलों में नई पहचान दिलाएँगे।


🔵 कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के अध्यक्ष ने क्या कहा?

डॉ. डोनाल्ड रुकारे ने इसे कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स के “नए स्वर्णिम दौर की शुरुआत” बताया।

उन्होंने कहा—

“ग्लासगो 2026 के बाद हम अहमदाबाद 2030 की तरफ बड़ी उम्मीद से देख रहे हैं। यह शताब्दी एडिशन होगा—ऐतिहासिक और शानदार।”


🔵 CWG 2030 में कौन-कौन से खेल होंगे?

अभी तक 15–17 स्पोर्ट्स तय किए जा चुके हैं। इनमें शामिल हैं:

पुष्ट खेल

विचाराधीन खेल

होस्ट दो नए खेल भी शामिल कर सकता है

इसका मतलब भारत अपने पारंपरिक भारतीय खेल या ऐसी डिसिप्लिन को शामिल कर सकता है, जिनमें भारतीय मजबूत हैं।


🔵 2030 CWG के लिए अहमदाबाद में क्या होगा?

सरकार और भारतीय ओलंपिक संघ जल्द ही तैयारियों को तेज़ करेंगे।
अहमदाबाद में—

• नए खेल स्टेडियम

• एक “नया एथलीट विलेज”

• खेलों के लिए विशेष हाई-टेक ज़ोन

• विशेष CWG इन्फ्रास्ट्रक्चर

बनाया जाएगा ताकि दुनिया के 74 देशों के खिलाड़ी आएँ और शानदार अनुभव लेकर जाएँ।


🔵 भारत के लिए इसका मतलब क्या है?

यह आयोजन सिर्फ खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि—

✔ भारत के ग्लोबल पावर बनने का प्रतीक

✔ खेल पर्यटन को बढ़ावा

✔ आर्थिक गतिविधियों में बड़ा इजाफा

✔ लाखों नौकरियाँ

✔ युवा खिलाड़ियों के लिए विश्वस्तरीय exposure

—का बड़ा मंच बनने जा रहा है।

2030 का कॉमनवेल्थ गेम्स भारत के लिए कई मायनों में 2010 से बड़ी उपलब्धि होगा।


🔵 खेल विशेषज्ञों की राय

देश के पूर्व एथलीट और कोच मानते हैं कि—

कुछ विशेषज्ञ इसे “भारत की खेल क्रांति का टर्निंग प्वाइंट” बता रहे हैं।


🔵 क्या CWG 2030 के बाद India Olympics 2036 की दावेदारी मजबूत करेगा?

इसमें कोई शक नहीं।
अहमदाबाद लंबे समय से 2036 ओलंपिक के लिए भी कोशिश में है।

2030 CWG की शानदार मेजबानी भारत की अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता बढ़ाएगी और भारत ओलंपिक 2036 के लिए दुनिया में सबसे बड़े दावेदारों में शामिल हो जाएगा।


🔵 निष्कर्ष: 2030 भारत के लिए ऐतिहासिक बनने वाला है

कॉमनवेल्थ गेम्स 2030—
✔ भारत की विकास यात्रा का प्रतीक
✔ खेल शक्ति का दावा
✔ विश्व मंच पर नई पहचान
✔ युवाओं को प्रेरित करने वाला आयोजन

यह सिर्फ एक इवेंट नहीं, बल्कि भारत की नई खेल-शक्ति का भव्य प्रदर्शन होगा।
अहमदाबाद अब सिर्फ एक शहर नहीं रहेगा—2030 में यह दुनिया के खेल मानचित्र का सबसे चमकता केंद्र बनने वाला है।

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