अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख, भारतीय राजनीति में एक ऐसा नाम बन चुके हैं, जिनका प्रभाव हर वर्ग पर है। उनकी राजनीति का सफर उतार-चढ़ाव से भरा हुआ है, और उनका नेतृत्व कई बार आलोचनाओं का शिकार रहा है। अब, इस सफर को एक नई रोशनी में देखने का मौका मिल रहा है। प्रसिद्ध पत्रकार और डॉक्यूमेंट्री निर्माता ध्रुव राठी ने अरविंद केजरीवाल पर एक विशेष डॉक्यूमेंट्री बनाई है, जिसका नाम है “अरविंद केजरीवाल का अनकहा सफर”। इस डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से ध्रुव राठी ने केजरीवाल के जीवन के उन पहलुओं को उजागर किया है, जो आमतौर पर मीडिया और राजनीति में नजरअंदाज कर दिए जाते हैं।
डॉक्यूमेंट्री का उद्देश्य और विचारधारा
ध्रुव राठी की इस डॉक्यूमेंट्री का उद्देश्य केवल अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक यात्रा को दिखाना नहीं है, बल्कि यह उनके संघर्षों, उनके विचारों और उनके नेतृत्व के उस पक्ष को सामने लाना है जिसे जनता शायद ठीक से समझ नहीं पाई है। डॉक्यूमेंट्री में केजरीवाल के शुरुआती दिनों से लेकर उनके मुख्यमंत्री बनने तक के सफर को दस्तावेजित किया गया है। इसके अलावा, उनकी विचारधारा, उनके फैसले, और उन फैसलों के पीछे की प्रेरणा को भी बड़े ही दिलचस्प तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
ध्रुव राठी ने इस डॉक्यूमेंट्री में यह दिखाने की कोशिश की है कि अरविंद केजरीवाल केवल एक राजनीतिज्ञ नहीं हैं, बल्कि वह एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने भारतीय राजनीति को एक नया दृष्टिकोण दिया। वे भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करने वाले एक नेता के रूप में सामने आए, और “आम आदमी” के अधिकारों की लड़ाई लड़ते हुए अपनी पहचान बनाई।
अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक सफर
इस डॉक्यूमेंट्री में केजरीवाल के राजनीति में आने के कारणों को भी बहुत स्पष्ट तरीके से दर्शाया गया है। कैसे एक आम व्यक्ति, जो कभी आईआईटी के छात्रों में से एक था, एक आईएएस अफसर बना, और फिर वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ा और आंदोलन का हिस्सा बना। अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से लेकर “आम आदमी पार्टी” के गठन तक, इस पूरी यात्रा को बारीकी से दिखाया गया है।
डॉक्यूमेंट्री में यह भी दिखाया गया है कि केजरीवाल का संघर्ष सिर्फ राजनीतिक सत्ता तक सीमित नहीं था, बल्कि यह देश की व्यवस्था और सिस्टम के खिलाफ था, जो उन्हें भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, और शिक्षा जैसे मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाता था। उनके विरोधियों की आलोचनाओं के बावजूद, उन्होंने हर चुनौती का सामना किया और अपने विचारों पर डटे रहे।
केजरीवाल की कार्यशैली और उनके निर्णय
ध्रुव राठी ने इस डॉक्यूमेंट्री में अरविंद केजरीवाल की कार्यशैली को भी बारीकी से प्रस्तुत किया है। उनका तरीका हमेशा विवादों में घिरा रहा है, लेकिन उनकी नीतियों ने कई लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया है। उदाहरण के तौर पर, दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए सुधारों को खास तौर पर उजागर किया गया है।
दिल्ली के स्कूलों में सुधार, मुफ्त बिजली और पानी की योजनाएं, और स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि – इन सब को इस डॉक्यूमेंट्री में विशेष स्थान दिया गया है। डॉक्यूमेंट्री में यह दिखाया गया है कि कैसे केजरीवाल ने दिल्ली की व्यवस्था को बदलने के लिए न केवल पारंपरिक राजनीति को छोड़कर नए विचारों को अपनाया, बल्कि सख्त फैसले भी लिए।
मीडिया और आलोचनाओं का सामना
अरविंद केजरीवाल की राजनीति में मीडिया का एक बड़ा प्रभाव रहा है। उनकी हर गतिविधि पर मीडिया की पैनी नजर रहती है, और वह हमेशा आलोचनाओं का सामना करते आए हैं। इस डॉक्यूमेंट्री में यह दिखाया गया है कि कैसे केजरीवाल ने मीडिया की आलोचनाओं को भी अपने पक्ष में बदलने की कोशिश की। उनका मानना था कि अगर वे सही काम कर रहे हैं, तो जनता का समर्थन उनके साथ होगा, और यही उनका सबसे बड़ा हथियार था।
इसके अलावा, केजरीवाल के रिश्ते भी राजनीति में घुसे इस मामले में देखने लायक हैं। उनकी पार्टी के भीतर से कई बार विद्रोह की आवाजें उठी हैं, और उनके खिलाफ आलोचनाएं की गई हैं। लेकिन इस डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से यह स्पष्ट किया गया है कि इन सभी संघर्षों और आलोचनाओं के बावजूद, केजरीवाल ने अपनी विचारधारा पर कभी समझौता नहीं किया।
डॉक्यूमेंट्री की प्रतिक्रिया और प्रभाव
“अरविंद केजरीवाल का अनकहा सफर” डॉक्यूमेंट्री ने रिलीज होते ही काफी ध्यान आकर्षित किया है। यह डॉक्यूमेंट्री न केवल केजरीवाल के समर्थकों के लिए, बल्कि उन लोगों के लिए भी देखने योग्य है जो उनकी आलोचना करते हैं। ध्रुव राठी ने इस डॉक्यूमेंट्री में केजरीवाल के जीवन को एक नए दृष्टिकोण से दिखाया है, और यह केवल एक राजनीतिक नेता के बारे में नहीं, बल्कि एक व्यक्ति के संघर्ष की कहानी है।
डॉक्यूमेंट्री की रिलीज के बाद, सोशल मीडिया पर इसके बारे में काफी चर्चा हो रही है। कुछ लोग इसे केजरीवाल के संघर्ष की सही तस्वीर मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे उनकी राजनीति के प्रति एक पूर्वाग्रहपूर्ण दृष्टिकोण मानते हैं। हालांकि, इस डॉक्यूमेंट्री ने केजरीवाल के जीवन के उन पहलुओं को उजागर किया है जिन्हें राजनीतिक विमर्श में अक्सर नजरअंदाज किया जाता है।
यह भी पढ़ें:ध्रुव राठी कौन हैं? ट्रेंडिंग वीडियोज से बदले नजरिए
निष्कर्ष
“अरविंद केजरीवाल का अनकहा सफर” डॉक्यूमेंट्री ने इस बात को साबित किया है कि राजनीति केवल सत्ता पाने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह जनता के लिए एक मिशन और उद्देश्य होना चाहिए। ध्रुव राठी ने अपनी कड़ी मेहनत और शोध के माध्यम से अरविंद केजरीवाल के जीवन के उन पहलुओं को सामने लाया है जो उन्हें एक आम व्यक्ति से एक प्रभावशाली नेता बना चुके हैं। इस डॉक्यूमेंट्री को देखकर कोई भी व्यक्ति केजरीवाल की राजनीति को समझने में सक्षम होगा, चाहे वह उनका समर्थक हो या आलोचक।