ऐतिहासिक पल: भारत ने इंग्लैंड को 6 रनों से हराकर सीरीज 2‑2 से बराबरी की
5वें और निर्णायक टेस्ट मैच में भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया मुकाबला, आज यानी 4 अगस्त 2025 को The Oval में समाप्त हुआ। इस रोमांचक मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को सिर्फ 6 रनों से हराकर सीरीज 2-2 से बराबरी पर रोक दी । भारत की जीत ने न केवल मैच बल्कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय भी लिखा, क्योंकि विदेशी धरती पर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला जीतना भारत के लिए पहला अवसर था

🏏 पहले दिन की तस्वीर — पहले दो पारियाँ
✅ भारतीय दूसरी पारी ने पारी का नक्शा बदल दिया
- यशस्वी जायसवाल ने दूसरी पारी में चौंकाने वाली 118 रन की पारी खेली। यह उनकी सीरीज की दूसरी शतकीय पारी थी और सर्वाधिक व्यक्तिगत योगदान में से एक बनी, जिसने टीम को एक मजबूत स्थिति दी
- आकाश दीप, जिन्हें नाइटवॉच मैन के रूप में भेजा गया था, ने 66 रन बनाकर विरोधी गेंदबाजों को चौंका दिया।
- रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने 53-53 रन की पारियां खेलकर टीम को 300 पार पहुँचने में मदद की, जिससे भारत ने कुल 396 रन की दूसरी पारी पूरी की।
📝 पहली पारी क्षणिका
- पहले दिन भारतीय पारी 224 रनों पर सिमटी, जिसमें सबसे बड़ा योगदान कर्ण नायर का 57 रन का अर्धशतक था।
- इंग्लैंड ने पहली पारी में 247 रन बनाकर 23 रन की बढ़त हासिल कर ली। उनमें जैक क्रॉली ने 64 रन बनाए। भारत की ओर से प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज ने चार-चार विकेट लिए
🎯 तीसरी पारी और लक्ष्य — चौंका देने वाला टारगेट
भारत की दूसरी पारी ने मुकाबले का रुख मोड़ दिया और इंग्लैंड को 374 रनों का लक्ष्य मिला जो बहुत बड़ा था लेकिन इंग्लैंड ने इसे हाशिए पर नहीं छोड़ा।
⚔️ इंग्लैंड की दूसरी पारी — हूक ब्रुक और जो रूट की पारियां

- हैरी ब्रूक ने मात्र 91 गेंदों में 111 रन बनाए, जिसमें 14 चौके और 2 छक्के शामिल थे — तेजी से रनों की बारिश, जिसने इंग्लैंड को जीत का एक मजबूत मौका दिया
- जो रूट ने शांत और संयमित बल्लेबाज़ी की, 110 रनों का छक्का मारा, उन्होंने England के संभावित जीत की उम्मीदों को बरकरार रखा
- ओपनिंग में उतरे बेन डकेट ने 54 रन की शुरुआत दी, जिससे तीसरे विकेट के लिए अच्छा मंच तैयार हुआ।
🎭 पांचवाँ दिन — सिराज और कृष्णा की रणनीति कार्यरूप में
- महत्वपूर्ण ब्रेकथ्रू — प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज ने सुबह की पहली पारी में महत्वपूर्ण विकेट गिराए, जिससे इंग्लैंड की जोड़ी टूटी और मैच तनावपूर्ण मोड़ पर पहुँचा
- अंतिम दो विकेट Jhighton Overton और Gus Atkinson ने सिराज ने क्रमशः चटकाए। Atkinson को 17 रनों पर आउट कराकर सिराज ने मुकाबले को अंत तक ले जाकर भारत की जीत पक्की की
इसके साथ भारत ने सीरीज में 2‑2 से बराबरी हासिल करते हुए विदेशी धरती पर पांच मैचों की सीरीज का अंतिम टेस्ट जीतने वाली पहली भारतीय टीम बनकर इतिहास रचा।
🔍 टेस्ट क्रिकेट इतिहास में रिकार्ड्स और अनदेखे तथ्य
- यह भारत की ऐतिहासिक पहली सफलता है—विदेशी धरती पर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का अंतिम मैच जीतना, जिसे पहले 16 विदेशी टेस्ट सीरीज में भारत कभी भी हासिल नहीं कर पाया था; अधिकतर अंतिम मैच या तो ड्रॉ रहे या भारत हारा था
- इस सीरीज के दौरान कुलव्दत्त रन उत्पादन (सेंट्रल स्पेनिश स्टाइल में)—इतने सारे सेंचुरीज़ समेत—Test सीरीज में अब तक का सर्वाधिक रन सीरीज रिकॉर्ड टूटता नजर आया है, जो “एंडरसन‑तेंदुलकर सीरीज” नाम से जानी जाने लगी है
- Yashasvi Jaiswal ने इस सीरीज में दो सेंचुरी लगाते हुए अपनी युवा क्षमता की पुष्टि की, और उससे पहले Sunil Gavaskar का रिकॉर्ड तोड़ा गया
- Mohammed Siraj ने सीरीज में लगातार मैच पर नज़राकर गेंदबाजी की और फाइनल टेस्ट में निर्णायक विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई; उन्होंने गेंदबाज़ी की स्थिति और मानसिक दबाव दोनो संभाला
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✍️ निष्कर्ष
इस ऐतिहासिक जीत ने न केवल भारतीय क्रिकेट की स्थिरता और रणनीति को स्थापित किया, बल्कि भारतीय टेस्ट टीम के आत्मविश्वास, युवा प्रतिभाओं जैसे जायसवाल, दीप, सुंदर, जडेजा, सिराज, कृष्णा जैसे खिलाड़ियों की उभरती क्षमता को भी उजागर किया। एक कठिन विदेशी परिस्थितियों में भारत ने न केवल मुकाबला किया, बल्कि अंतिम दिन तक मुकाबला बनाए रखा और साहसपूर्वक जीत हासिल की।
इस मैच को ड्रामा, रणनीति, युवा जोश और जबरदस्त संयम की मिसाल कहा जा सकेगा।