साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2-0 की क्लीन स्वीप हार ने भारतीय क्रिकेट में हलचल मचा दी है। आलोचकों के निशाने पर टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर आ गए हैं, जिनके कार्यकाल में भारत के घरेलू टेस्ट इतिहास में दो बार क्लीन स्वीप हुआ है—जो अब बड़ी बहस का मुद्दा बन गया है।
लेकिन क्या पूरी हार का जिम्मा सिर्फ गंभीर का है?
पूर्व कोच रवि शास्त्री इस सोच से बिल्कुल सहमत नहीं हैं। उन्होंने साफ कहा है कि हार एक व्यक्ति की गलती नहीं, बल्कि सामूहिक जिम्मेदारी होती है।
🎙️ रवि शास्त्री का बड़ा बयान: “हार सिर्फ कोच की नहीं, खिलाड़ियों की भी जिम्मेदारी”

प्रभात खबर के पॉडकास्ट पर बातचीत के दौरान शास्त्री ने बड़ी ही दो-टूक राय रखी।
उन्होंने कहा:
“जब टीम हारती है, तो खिलाड़ियों को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। सिर्फ एक व्यक्ति को निशाना बनाना गलत है। मेरे समय में भी ऐसा हुआ है, इसलिए मैं अनुभव से कह रहा हूं.”
शास्त्री के अनुसार, जब टीम हारती है,
✔ खिलाड़ियों को भी उसके दर्द का अहसास होना चाहिए
✔ खुद से सवाल करने चाहिए
✔ और मैदान पर accountability दिखानी चाहिए
उन्होंने यह भी कहा कि जब तक खिलाड़ी अपनी कमियों को स्वीकार नहीं करते, तब तक सच में सुधार होना मुश्किल है।
⚡ क्या गंभीर की कोचिंग में टेस्ट टीम कमजोर हुई?

गंभीर ने पिछले साल जुलाई में कोचिंग पद संभाला था।
उनके मार्गदर्शन में:
- ✔ भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती
- ✔ भारत ने एशिया कप भी जीता
लेकिन टेस्ट क्रिकेट में—
❌ न्यूजीलैंड ने भारत को 3-0 से हराया
❌ साउथ अफ्रीका ने भारत को 2-0 से क्लीन स्वीप कर दिया
भारत के 92 साल के घरेलू टेस्ट इतिहास में:
- सिर्फ 3 बार क्लीन स्वीप हुआ है
- जिनमें से 2 बार गंभीर के कार्यकाल में हुआ
इस वजह से गंभीर पर दबाव बढ़ा है और आलोचना तेज हो रही है।
🏏 शास्त्री: “साउथ अफ्रीका ने टीम की तरह खेला… भारत कहां खेल पाया?”
शास्त्री ने टीम इंडिया की वास्तविक कमजोरी की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा:
“साउथ अफ्रीका ने टीम की तरह खेला, किसी एक खिलाड़ी ने भारत को नहीं हराया. यह सामूहिक प्रदर्शन था—और हमारी टीम वहां टिक नहीं पाई।”
इस बयान से बहस का रुख बदल गया है।
अब यह सवाल पूछा जा रहा है—
क्या गंभीर को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है, जबकि समस्या टीम कॉम्बिनेशन, फॉर्म और फैसलों की सामूहिक गलतियों में है?
📉 भारत का घरेलू टेस्ट क्लीन स्वीप इतिहास
| साल | विपक्ष | परिणाम |
|---|---|---|
| 1999-2000 | साउथ अफ्रीका | भारत 0-2 से हारा |
| 2024-25 | न्यूजीलैंड | भारत 0-3 से हारा |
| 2024-25 | साउथ अफ्रीका | भारत 0-2 से हारा |
📌 निष्कर्ष
रवि शास्त्री के बयान ने साफ कर दिया है कि हार को सिर्फ कोच पर थोप देना सही नहीं है।
गंभीर के पास अब भी सुधार का मौका है, लेकिन खिलाड़ियों और मैनेजमेंट को भी अपनी भूमिका स्पष्ट करनी होगी।
क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में वापसी सिर्फ रणनीति से नहीं, बल्कि एकजुट टीम से होती है।
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