फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने फिल्म निर्माता हंसल मेहता ने हाल ही में एक बयान जारी करते हुए कहा कि “गलतियां मेरी हैं, जिम्मेदारी भी मेरी है।” यह बयान उन्होंने बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर के साथ हाल ही में हुए विवाद के संदर्भ में दिया। हंसल मेहता ने स्पष्ट किया कि किसी भी परिस्थिति में अगर कोई गलती हुई है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उनके ऊपर है और इसके लिए वह किसी को भी दोषी नहीं ठहराना चाहते हैं।
हालांकि, अनुपम खेर ने पहले इस विवाद को लेकर हंसल मेहता को घेरते हुए अपनी राय रखी थी, जिसमें उनका कहना था कि हंसल मेहता को इस मामले में अधिक समझदारी से काम लेना चाहिए था। हंसल मेहता ने इसके जवाब में यह स्पष्ट किया कि उनका इरादा किसी को चोट पहुंचाने का नहीं था और अगर कुछ गलत हुआ है, तो इसके लिए वह पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।
इस बयान से हंसल मेहता ने अपनी जिम्मेदारी निभाई और यह साबित किया कि वह अपने काम और शब्दों के प्रति पूरी तरह से जवाबदेह हैं। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने साथी कलाकारों और टीम के साथ मिलकर काम करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं, और इस तरह की स्थितियों से वह सीखने और सुधारने की कोशिश करेंगे।
हंसल मेहता, जो अपनी फिल्मों में संवेदनशील मुद्दों को बेबाकी से उजागर करते हैं, ने कहा कि वे हमेशा अपने फैसलों और कामों के लिए जिम्मेदार रहे हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिल्मों और कार्यों में त्रुटियां हर किसी से होती हैं, और इसे स्वीकार करना उनकी प्रोफेशनलिज़्म का हिस्सा है।
इस बयान में हंसल मेहता ने यह भी जोड़ा कि आलोचना से वे सीखते हैं और अपने काम को और बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं। उनका यह बयान यह दर्शाता है कि एक सच्चे आर्टिस्ट को अपनी गलतियों से सीखते हुए आगे बढ़ना चाहिए।
हंसल मेहता का यह बयान इंडस्ट्री के उन सभी लोगों के लिए एक संदेश है, जो किसी भी क्षेत्र में काम कर रहे हैं कि कोई भी इंसान कभी भी गलतियां कर सकता है, लेकिन उन गलतियों को स्वीकार करना और उनकी जिम्मेदारी लेना ही असल प्रोफेशनलिज़्म होता है।
हंसल मेहता का यह बयान उनके विनम्र स्वभाव और प्रोफेशनलिज़्म को दर्शाता है। उन्होंने यह भी माना कि फिल्म इंडस्ट्री में कभी-कभी परिस्थितियाँ विपरीत हो सकती हैं, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि किसी भी स्थिति में आप किस प्रकार से अपने काम और अपने विचारों के प्रति जिम्मेदारी निभाते हैं।
इस पूरे विवाद में हंसल मेहता का यह कदम उनके परिपक्वता और ईमानदारी का परिचायक है। वह चाहते हैं कि इस मुद्दे को ज्यादा तूल न दिया जाए और दोनों पक्ष एक-दूसरे के दृष्टिकोण को समझकर आगे बढ़ें।