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Lenskart IPO में होगी बड़ी हिस्सेदारी की सेल

भारत की अग्रणी आईवियर कंपनी Lenskart Solutions Ltd., जिसे सॉफ्टबैंक, क़ेदार कैपिटल और अल्फा वेव वेंचर्स जैसे दिग्गज निवेशकों का समर्थन प्राप्त है, ने सोमवार को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के समक्ष अपने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल कर दिया है।

यह बहुप्रतीक्षित IPO बाज़ार में नई लहर लाने को तैयार है, जो ना केवल निवेशकों बल्कि खुदरा ग्राहकों के बीच भी चर्चित है।


📦 IPO का खाका: जानिए क्या है पेशकश में

IPO का कुल आकार:

OFS में कौन बेच रहा है हिस्सेदारी?

शेयरधारककितने शेयर बेचेंगे
Peyush Bansal (Co-founder)2 करोड़+ शेयर
Amit Chaudhary (Co-founder)28.7 लाख शेयर
Sumeet Kapahi (Co-founder)28.7 लाख शेयर
SVF II Lightbulb (SoftBank affiliate)2.6 करोड़ शेयर
Kedaara Capital, Alpha Wave Venturesआंशिक हिस्सेदारी

Lenskart में प्रमोटर्स की मौजूदा हिस्सेदारी लगभग 20% है जबकि शेष 80% हिस्सेदारी सार्वजनिक निवेशकों के पास है, fully diluted basis पर।


💡 Peyush और Neha Bansal के पास अब भी नियंत्रण


🧾 IPO से जुटाई गई राशि का उपयोग कैसे होगा?

Lenskart की रणनीति स्पष्ट है — विकास, विस्तार और तकनीक में निवेश

प्रयोजनराशि (₹ में)
नए कंपनी-स्वामित्व वाले स्टोर्स खोलने के लिए₹273 करोड़
किराए/लीज़ भुगतान के लिए₹591 करोड़
टेक्नोलॉजी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर₹213 करोड़
ब्रांड मार्केटिंग₹320 करोड़

ध्यान दें: कंपनी ₹430 करोड़ तक का Pre-IPO Placement भी विचार कर सकती है, जो यदि सफल होता है, तो फ्रेश इश्यू का आकार उसी अनुपात में घट जाएगा।


🏦 IPO के प्रमुख बैंकर:

इस IPO को बाज़ार में लाने की ज़िम्मेदारी कुछ जाने-माने बैंकों को सौंपी गई है:


📈 Lenskart के वित्तीय आँकड़े (FY25 Consolidated)

Lenskart ने FY25 में तेज़ विकास और लाभप्रदता का प्रदर्शन किया है।

वित्तीय पहलूFY24FY25वृद्धि (%)
राजस्व₹5,428 करोड़₹6,653 करोड़23% ⬆️
EBITDA₹673 करोड़₹975 करोड़45% ⬆️
EBITDA मार्जिन12.4%14.7%⬆️
शुद्ध लाभ (Net Profit)₹(-10) करोड़ (घाटा)₹297 करोड़ (लाभ)उलटफेर

कंपनी ने पिछले तीन वर्षों और वर्तमान वित्तीय वर्ष में कोई डिविडेंड घोषित नहीं किया है।


💰 कंपनी की मौजूदा नकदी स्थिति


🧿 Lenskart की रणनीति: भारत से ग्लोबल ब्रांड बनने की ओर

Peyush Bansal और उनकी टीम की दूरदृष्टि Lenskart को सिर्फ एक भारतीय ब्रांड नहीं, बल्कि एक ग्लोबल आईवियर पावरहाउस बनाने की रही है। कंपनी UAE, सिंगापुर, और यूके जैसे बाज़ारों में भी मौजूद है और अपनी अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति को लगातार विस्तार दे रही है।


🧍‍♂️ ग्राहकों की नज़र से: क्यों है Lenskart विशेष?


🧠 निवेशकों की नज़र से: क्या है इसमें दम?

📊 सकारात्मक संकेत:

⚠️ जोखिम के पहलू:


📢 विशेषज्ञों की राय:

CA Nishant Mehta, मार्केट एनालिस्ट:

“Lenskart का यह IPO सिर्फ एक ब्रांड की हिस्सेदारी बेचने का मौका नहीं है, बल्कि यह भारतीय D2C कंपनियों के लिए एक मिसाल भी है। अगर कंपनी अपने ब्रांड, नेटवर्क और टेक्नोलॉजी का सही उपयोग करती है, तो यह भारतीय IPO बाज़ार में बड़ा नाम बन सकती है।”


🔚 निष्कर्ष: निवेश का एक नया दृष्टिकोण

Lenskart का IPO उन निवेशकों के लिए सुनहरा मौका हो सकता है, जो एक बढ़ती हुई टेक-ड्रिवन कंज्यूमर ब्रांड का हिस्सा बनना चाहते हैं। जहां कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति मजबूत दिख रही है, वहीं ब्रांड वैल्यू और ग्राहक जुड़ाव इसकी सबसे बड़ी ताकत हैं।

यदि आप आने वाले समय में शेयर बाज़ार में कदम रखने या अपने पोर्टफोलियो में वैल्यू आधारित ब्रांड जोड़ना चाहते हैं, तो Lenskart का IPO ज़रूर विचार करने योग्य है।


🧾 शॉर्ट समरी (संक्षिप्त में):

नए स्टोर्स, ब्रांडिंग और टेक्नोलॉजी में होगा निवेश

फ्रेश इश्यू: ₹2,150 करोड़

ऑफर फॉर सेल: 13.2 करोड़ शेयर

प्रमोटर हिस्सेदारी: 20%

FY25 Net Profit: ₹297 करोड़

EBITDA Margin: 14.7%

Cash Reserves: ₹865 करोड़

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