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17 मिनट की शादी से उठी नई सोच की लहर

भारतीय समाज में दहेज-प्रथा एक ऐसी विद्रूपता है जिसे दशकों से समाप्त नहीं किया जा सका। बावजूद सरकारी कानूनों के, यह कुरीति अभी भी कई परिवारों को आर्थिक, मानसिक और सामाजिक दर्द दे रही है। और इसी बुराई की खिलाफत करते हुए, संत रामपाल जी महाराज ने एक नई पहल शुरू की — लोग 17 मिनट में दहेज-मुक्त विवाह करें, बिना दिखावे और खर्च के। इसे रमैनी विवाह (Ramaini) कहा जाता है, जो समाज में एक सुखद और सशक्त संदेश बन चुका है ।


🔹 रमैनी विवाह की विधि (Marriage in 17 Minutes रिलिजन विधि)


🌍 भारत में दहेज-प्रथा पर समाज सुधार: दहेज मुक्त भारत अभियान

🔹 मिशन की शुरुआत और उद्देश्य

संत रामपाल जी ने दहेज, भ्रष्टाचार, नशा और अन्य सामाजिक बुराइयों को धर्म के बल पर समाप्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा, समाज सुधार हेतु सिर्फ कानून नहीं, बल्कि गहन तत्वज्ञान की आवश्यकता है। यही तत्वज्ञान उनके अनुयायियों को अपनी कुरीतियों को त्यागने की प्रेरणा देता है ।

🔹 मिशन का प्रभाव और सामाजिक स्वीकार्यता


🧩 रमैनी विवाह की प्रक्रिया: एक विश्लेषण

1. साधना व गुरुवाणी

इस विवाह में 700+ पंडालों, दिखावे या समर्थन की जरूरत नहीं, बस 17 मिनट में गुरुवाणी द्वारा वाणी (Ramaini) उच्चारित होती है। इसमें वर-वधु व प्रण लें कि वे आपस में प्रेम, ईमानदारी और नैतिकता का पालन करेंगे ।

2. दहेज से व्यापक मुक्ति

इस विधि में दहेज लेने का सवाल ही नहीं उठता—यह सामाजिक बुराई को हटाने का ज़िम्मेदार कार्य है। इससे बेटियों की मानसिक स्थिति और आत्मसम्मान दोनों मजबूत होते हैं ।

3. आडंबर-रहित सामाजिक संरचना

इस विवाह प्रणाली में खर्च, भोज, मंडप आदि जैसे दिखावे कुल मिलाकर अनुपस्थित होते हैं। विवाह को एक पवित्र और सरल रिश्ता माना जाता है, न कि आयोजन का प्रतीक ।


📈 सामाजिक परिणाम & सुगमता

🔹 आर्थिक, मानसिक और पारिवारिक लाभ

🔹 वैश्विक स्तर पर प्रभाव


👁️ सामाजिक प्रतिक्रिया और आलोचना

✔️ समर्थन

⚠️ आलोचना


🧭 निष्कर्ष: 17‑मिनट विवाह — समाज के लिए क्रांति

संत रामपाल जी महाराज का यह मिशन केवल विवाह की प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक सामाजिक क्रांति है—जो दहेज प्रथा, दिखावे और आर्थिक उतार-चढ़ाव को त्यागने की प्रेरणा देता है। यह मिशन स्थानीय स्तर पर नहीं, बल्कि भारतभर (और सोशल मीडिया के माध्यम से वैश्विक रूप से) फैल चुका है।

😊 सफलता की कुंजी:


📋 सारांश तालिका

विशेषताविवरण
विधि17 मिनट की Ramaini गुरुवाणी विधि
दिवस स्थापनमध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश आदि में
दहेजपूर्णतः निषिद्ध — ना लिया, ना दिया
आयोजन शैलीबिना संगीत, मंडप, भोज, रस्मों के
लक्ष्यआर्थिक बोझ कम, बेटी को सम्मान, समाज में समानता
समाजिक प्रभावबेटियों की गरिमा वृद्धि, परिवारों में खर्च कटौती
मीडिया ट्रेंड#Marriage_In_17_Minutes सोशल मीडिया पर ट्रेंड
समर्पित तत्वज्ञानसंत रामपाल जी महाराज की गुरुवाणी एवं सत्संग

🚩 अंत में: एक नज़ीर, एक धारा

यह रमैनी विवाह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि संत रामपाल जी महाराज का सन्देश है—समाज में समानता, आत्मनिर्भरता, और नैतिक विवाह की स्थापना करना। 17 मिनट की यह विधि यह दर्शाती है कि विवाह को पवित्रता, प्रेम और सम्मान से जोड़ा जा सकता है—ना कि पैसे, प्रथाओं और दिखावे से।

यदि आप चाहें तो मैं आपके लिए एक छोटा डॉक्यूमेंट बना सकती हूँ यह बताते हुए कि रमैनी विधि कैसे आयोजित होती है, इसमें क्या‑क्या प्रक्रिया होती है, और इस मिशन में आप किस प्रकार सहभागी बन सकते हैं। कृपया बताएं—मैं मदद के लिए हमेशा तैयार हूँ।

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