धर काफी पाबंदियाँ हैं, मैं जिंदगी एन्जॉय करना चाहती हूं”—पूर्व कोच संग चैट्स में राधिका ने खोला आत्महत्या का सबसे बड़ा राज़
1. 🔍 घटना की संक्षिप्त झलक
- 10 जुलाई की दोपहर, सुशांतलोक फैज़‑2, गुरुग्राम में, 25 वर्षीय पूर्व राज्य स्तरीय टेनिस प्लेयर और कोच राधिका यादव की हत्या उनके पिता दीपक यादव (49) ने की—पत्नी मंजू और बेटी के बीच केवल वही तीन लोग मौजूद थे ।
- गैंगस्टर स्टाइल: राधिका किचन में खाना बना रही थी, तभी पिता ने लाइसेंसी .32 रिवॉल्वर से चार गोलियाँ सीने और पीठ में मारी ।
- पिता ने बताया—”बाज़ार में मेरे बेटी की कमाई पर जिनके ताने चलते थे…” ।
2. 📲 चैट्स का खुलासा
“इधर काफी पाबंदियाँ हैं…”
India Today को एक्सक्लूसिव व्हाट्सऐप चैट मिले, जिसमें राधिका ने अपनी ज़िंदगी के फील्ड और घर दोनों फ्रंट पर महसूस की जा रही चुनौतियों को बयान किया ।
चैट की कुछ महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टियाँ:

- “इधर काफी पाबंदियाँ हैं, मैं जिंदगी एन्जॉय करना चाहती हूं.”
- विदेश का प्लान: दुबई और ऑस्ट्रेलिया में रहने की इच्छा जताई; चीन नहीं—“वहाँ खाने के विकल्प कम हैं”।
- अक्टूबर–नवंबर में 1‑2 महीने के लिए विदेश चलने की तय योजना ।
- चाहती थी कि माता‑पिता से थोड़े समय के लिए दूर रहे, ताकि वह खुलकर अपने सपनों को आज़मा सके ।
3. 🌍 आत्मनिर्भरता बनी मुद्दा
- चैट्स से साफ था कि राधिका आत्मनिर्भर होना चाहती थी—टेनिस अकादमी खोल रखी थी और साथ ही सोशल मीडिया/इंफ्लुएंसर बनने की आकांक्षा भी लिए हुए थी ।
- वह सोशल मीडिया कंटेंट की प्लानिंग कर रही थी—”पापा, मेरे दिमाग में बहुत कंटेंट है… पैसे कमाऊँगी”।
- पिता के विरोध का सिरमोर कारण यही था कि वह “गांव में पिताजी को मेरा पैसा खाने वाला बना रही है” ।
4. 💰 कोचिंग पर पिता का खर्च
- पिता ने 2.5 करोड़ रुपये से अधिक राधिका की कोचिंग पर खर्च किए ।
- निवेश के बाद जब राधिका ने खिलाड़ी जीवन को अलविदा कहा और कोचिंग व डिजिटल क्षेत्र में कदम रखा, तो उसने पिता की ‘सपने’ से दूरी ले ली ।
5. 🎬 म्यूजिक वीडियो एंगल
- सार्वजनिक में था कि राधिका का एक लव सॉन्ग वीडियो (“Karwaan”) वर्ष 2024 में रिलीज हुआ था, जिसमें उनके पिता ने भी दिलचस्पी दिखाई थी लेकिन उसके बाद राधिका ने इंस्टाग्राम डिएक्टिवेट कर दिया ।
- पुलिस जानना चाहती है—क्या यही वीडियो घर में मनमुटाव का नया सरगर्म मुद्दा बना? जांच विश्लेषण में इसे भी शामिल किया जा रहा है ।

6. 🔎 पुलिस की जांच और पिता की मान्यता
- पिता दीपक ने चश्मदीद बयान में बताया कि वह डिप्रेशन में था और राधिका की स्वतंत्र सोच ने उसके गुस्से को उकसाया ।
- आरोप था—”मेरी बेटी टेनिस अकादमी चला रही है, गाँव में मेरी बेइज्जती हो रही है” ।
- पुलिस ने स्पष्ट किया: यह ऑनर किलिंग नहीं, बल्कि पारिवारिक तनाव का परिणाम है, प्रेम प्रसंग की कोई गवाही नहीं मिली ।
7. 🌐 समाजिक-सांस्कृतिक दबाव
- खासी चर्चा हुई—”डरा देने वाले ताने” और “परेशान पिता” जैसी टिप्पणियाँ ।
- गाँव में राधिका की सोशल मीडिया पर सक्रियता को लेकर आलोचना हुई, जिसने पिता को मानसिक रूप से विचलित किया ।
- NDTV ने पिता के करीबी से बताया कि कुछ और वजहें भी हो सकती हैं—जिनमें जाति या शादियों का नामो‑निशान शामिल था ।
8. 🧠 मानसिक संघर्ष और पीड़ा
- पिता ने दो हफ्ते पहले ही आत्महत्या तक की सोची थी, लेकिन योजना हत्या तक लेकर आए ।
- यह केस सिर्फ एक पितृत्व-आधारित हिंसा नहीं—बल्कि मानसिक दबाव, आत्मसम्मान का सवाल, आर्थिक असंतुलन और सोशल मीडिया टकराव का घातक मिश्रण है।
9. 🔚 राधिका की अंतिम अरदास
- पोस्टमॉर्टम: 4 गोलियाँ सीने में लगी थीं—तीन पीठ से पीछे की बजाय सामने से लगी।
- गुरुवार शाम को उसकी अंत्येष्टि हुई, गांव वजीराबाद में अंतिम विदाई दी गई ।
- पिता को 14 दिन की न्यायिक हिरासत मिली, अभी लंबी कानूनी प्रक्रिया बाकी है।
10. ✍️ निष्कर्ष: “डिजिटल संवाद – पारिवारिक ट्रैजिडी”
- राधिका की चैट्स स्पष्ट थीं: “मैं जिंदगी खुलकर जीना चाहती हूं, कुछ समय के लिए बाहर रहना चाहती हूं…”
- लेकिन घर की व्यवस्था उसे कैद जैसी महसूस हो रही थी—अंततः बेमेल दबावों ने समाजिक, आर्थिक और मानसिक तनाव का रूप धारण कर लिया।
- एक बेटी ने आज़ादी चाही, एक पिता ने प्रतिष्ठा और गर्व बचाने के लिए बंदूक उठाई। दोनों रास्ते बर्बादी पर खत्म हुए।
यह भी पढ़ें-  नरसिम्हा की दहाड़ अब थिएटरों में, धर्मयुद्ध का मंचन तय


 
                                    