सावन मास 2025 की शुरुआत 11 जुलाई से हुई—यह महीना शिवभक्ति, मानसिक शांति और आंतरिक ऊर्जा के लिए विशेष माना जाता है । इसी पावन माह में 16 जुलाई 2025 शाम करीब 5:17 बजे, सूर्य कर्क (कैंसर) राशि में प्रवेश करेंगे—जिसे वैदिक ज्योतिष में खास महत्व माना जाता है। सूर्य गोचर यानी राशि परिवर्तन, साधारण घटना नहीं—बल्कि व्यक्ति के जीवन में पितृप्रभाव, मान-सम्मान, करियर‑गत बदलाव, और आत्म-बीतालता से जोड़कर देखा जाता है ।
कर्क राशि चंद्रमा की राशि है—जल का प्रतीक—जबकि सूर्य अग्नि तत्व का कारक ग्रह है। इन दोनों तत्वों के मिलन से ऊर्जा में असंतुलन की संभावना रहती है, खासकर संयम और क्रोध नियंत्रण की दृष्टि से।
इस गोचर का व्यापक प्रभाव 12 राशियों पर अलग-अलग रूप से दिखा है, जहाँ कुछ राशियों को धन, प्रतिष्ठा, प्रगति मिलती है, वहीं तीन राशियों के लिए संभावित परेशानियाँ भी शुरू हो सकती हैं ।
📌 गोचर का तिथिकाल: क्यों विशेष है यह समय?

🕔 तिथि और समय
16 जुलाई 2025, शाम 5:17 बजे, सूर्य मिथुन से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे—यह समय वैदिक पंडितों द्वारा तय किया गया सटीक गोचर क्षण है ।
🔁 ग्रहों का योग
- सूर्य और चंद्रमा के मित्रवत संबंध से संयुक्त स्थिति—लेकिन जल‑अग्नि मिश्रण से भावनात्मक असंतुलन संभव ।
- सावन मास में होने वाले इस गोचर के साथ शिवजी की कृपा भी जुड़ी मानी जाती है—विशेषतः वृषभ, कन्या, मीन राशियों को लाभ मिलने का yog दिया गया है ।
- साथ ही, जुलाई माह में बने तीन प्रमुख राजयोग—बुधादित्य, मालव्य, गजलक्ष्मी—भी प्रभाव में हैं, जिससे कुछ राशियों का भाग्य चमकेगा ।
⚡ 16 जुलाई से किस राशियों को परेशानी बढ़ सकती है?
🚩 1. मेष (Aries)
- चौथा भाव प्रभावित हो रहा है—परिवार में अस्थिरता, माता के स्वास्थ्य में तनाव, वाहन या संपत्ति विवाद हो सकते हैं।
- कार्यस्थल पर दबाव और तनाव बढ़ सकते हैं।
- संयम और धैर्य बनाए रखना बेहद ज़रूरी होगा ।
🚩 2. मिथुन (Gemini)
- दूसरा भाव पर प्रभाव: धन, बोलचाल और पारिवारिक सौहार्द में उतार-चढ़ाव संभव।
- बोलते समय संयम न रखें तो मामलों में विवाद पैदा हो सकता है।
- निवेश संबंधी योजनाओं पर दोबारा विचार करें; आर्थिक रूप से जोखिम बना रह सकता है ।
🚩 3. धनु (Sagittarius)
- स्वास्थ्य—विशेषतः आंखों, पाचन तंत्र से संबंधित परेशानियाँ संभव हैं।
- वाहन चलाते समय सतर्कता न बरतने पर दुर्घटना का खतरा।
- निजी जीवन और सरकारी मामलों में झगड़े-बेवजह उलझने से बचें ।
🌟 किन राशियों पर सूरज का गोचर शुभ प्रभाव डालेगा? (जबकि कुछ परेशानियाँ भी ख़तरे में!)

राशि | शुभ प्रभाव | संभावित परेशानियाँ |
---|---|---|
वृषभ (Taurus) | करियर में प्रमोशन, निवेश लाभ, सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि | — |
कर्क (Cancer) | आत्मविश्वास, आर्थिक सुधार, नई अवसरों का आगमन | क्रोध, पेटरोग, अहंकार |
कन्या (Virgo) | सरकारी नौकरी में सफलता, संपत्ति लेन-देन, लक्ष्य की पूर्ति | — |
सिंह (Leo) | विदेश यात्रा योग, परिवार में स्थिरता, आय में वृद्धि | फिजूलखर्ची की प्रवृत्ति |
तुला (Libra) | तनख्वाह में वृद्धि, कारोबार फलदायक, संबंध सुधार | — |
वृश्चिक (Scorpio) | सामाजिक प्रतिष्ठा, आध्यात्मिक रूचि, करियर विकास | पिता के स्वास्थ्य पर ध्यान |
🧠 भावनात्मक प्रभाव: सावन + सूर्य गोचर का संयोजन
सावन के दौरान चंद्रदेव की कृपा, शिवजी की आराधना और सूर्य गोचर का समन्वय भावनात्मक उबाल ला सकता है।
- भावुकता में वृद्धि; कोर्ट‑ज़रूरत मामलों में विवाद से बचें।
- संयम ना रखने पर संबंधों में खटास आएगी—खासकर मेष और मिथुन वालों को भावनात्मक संतुलन बनाए रखना होगा।
- सावन की भक्ति से इन नकारात्मक उफानों को शांत किया जा सकता है—विशेषतः सोमवार व मंगलवार के व्रत, शिवपार्वट, आदि का नियमित पालन लाभकारी रहेगा ।
🧘♂️ उपाय: संकट से निपटने के दौरान बने रहें सुरक्षित
- आदित्य हृदय स्तोत्र जपें (विशेषतः रविवार को)—यही सूर्य की शक्ति को जाग्रत करता है, शत्रु बाधा दूर करता है ।
- राम रक्षा स्तोत्र—कर्क, कन्या और मिथुन राशि के जातकों के लिए आत्मशक्ति व मानसिक सुरक्षा हेतु श्रेष्ठ उपाय
- गुड़ दान—रविवार या शुभ समय में गुड़ दान करना सूर्य को प्रसन्न करता है, भाग्य बलवाने में मदद करता है
- माता शिव और सूर्य देव की पूजा-साधना—सावन में दिन-रात शिवरात्रि का धनुर्वाणी हो या जलाभिषेक, इन तरह के क्रियाएं दुख-दूर करती हैं
🔍 विशिष्ट राशि अनुसार व्याख्या
♈ मेष – संयम और धैर्य का समय
माता के स्वास्थ्य को ध्यान में रखें, विवादों से दूर रहें, कार्यक्षेत्र में तनाव पर नियंत्रण रखें ।
♊ मिथुन – बोलचाल और निवेश में सावधानी
बोलते समय संयम रखें, आर्थिक गतिविधियों से जुड़े निर्णय सोच-समझकर लें, परिवार में अशांतियों से बचें ।
♐ धनु – स्वास्थ्य व परिवार—सावधानी आवश्यक
आँख, पाचन और निजी जीवन में तनाव पर संयम रखें, सरकारी कार्यों में विवाद से बचें ।
♉ वृषभ – क्रीन योग की शुरुआत
धन लाभ, करियर उन्नति, प्रतिष्ठा और परिवार में सामंजस्य के नए द्वार खुलने वाले हैं—विशेषकर सावन मास की भक्ति समय-साथ ।
♋ कर्क – आत्मविश्वास और विचार शक्ति बढ़ेगी
लेकिन क्रोध, अहंकार और पेट-संबंधी लक्षणों पर नियंत्रण रखें, विनम्रता बनाए रखने की सलाह ज़रूरी है ।
♍ कन्या – लाभ और सफलता साथ-साथ
सरकारी कार्य, निवेश, आवश्यक संपत्ति संबंधी गतिविधियों में लाभ संभव है—परिवार में भी सहयोग और संबंध सुधारेंगे ।
♌ सिंह – विदेश यात्रा और परिवार में स्थिरता
Career में सफलता, प्रेम‑जीवन और परिवार में संतुलन आएगा; पर अत्यधिक खर्च से बचें, संयम रखें ।
♎ तुला – सैलरी बढ़ेगी, संबंध मजबूत होंगे
वेतन वृद्धि, सामाजिक पहचान में सुधार और पारिवारिक जुड़ाव में संतुलन बढ़ेगा—पिता व सम्मान भी बढ़ेगा ।
♏ वृश्चिक – आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग
सामाजिक छवि, पदोन्नति, आध्यात्मिक रुचि में वृद्धि संभव है लेकिन पिता के स्वास्थ्य पर सतर्क रहें ।
♑, ♋, ♒, ♓ अन्य राशियाँ – मिश्रित प्रभाव
जुलाई माह में बुधादित्य योग और सावन मास की भक्ति ऊर्जा से आपका भी भाग्य प्रभावित हो सकता है—परंतु नियंत्रित दृष्टिकोण और संयम बनाए रखें।
🧭 निष्कर्ष: सावन का संगम—भक्ति, सूर्य गोचर और राशियों की राह
- सावन मास की भक्ति और सूर्य का कर्क राशि में गोचर मिलकर 16 जुलाई से एक नया प्रवाह ला रहा है, जहाँ कुछ राशियाँ लाभ, प्रतिष्ठा, और आत्म‑शक्ति की ओर उत्राहित होंगी, वहीं त्रिसमस्या—मेष, मिथुन, धनु राशियों—को सावधानी और संयम से चलने की ज़रूरत पड़ेगी।
- ग्रहों की यह युति भावनाओं, संबंधों, पूंजी, स्वास्थ्य और आत्म‑मान पर असर डाल सकती है—जिसमें भक्ति, उपाय और ध्यान सूझ-बूझ के साथ जीवन में संतुलन बनाए रख सकता है।
- यदि आप जानना चाहें कि इस गोचर का प्रभाव आपके व्यक्तिगत लग्न या चंद्रजातक पर कैसा पड़ेगा, तो कुंडली विश्लेषण कराना लाभप्रद रहेगा।
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🙏 सावन के इस पावन महीने में सूर्य गोचर का यह लेख आपके लिए मददगार साबित हो—यदि आपको किसी राशि का विशेष प्रभाव चाहिये तो बताइए, अगला लेख उसी पर लेकर आएंगे।
हर हर महादेव!