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8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर बना सैलरी का गेमचेंजर

1. फिटमेंट फैक्टर क्या है?

फिटमेंट फैक्टर एक ऐसा गुणांक (मल्टीप्लायर) है जिसे मौजूदा बेसिक सैलरी पर लागू किया जाता है, जिससे नई बेसिक सैलरी तय की जाती है।

💡 महत्व: यह सिर्फ बेसिक पे पर लागू होता है—ग्रोस सैलरी (जैसे HRA, DA, TA) पर नहीं ।


2. 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर कैसे आया?


3. 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर की संभावनाएँ

🧭 आम सहमति से फिलहाल 2.86 की उम्मीद ज्यादा लगती है।


4. फिटमेंट फैक्टर कितना हो सकता है, और यह आपकी सैलरी में कितना फर्क लाएगा?

पुरानी बेसिक7वें ×2.578वें ×2.86भर्तीकर्ता (Demands) ×3.68
₹10,000₹25,700₹28,600₹36,800
₹20,000₹51,400₹57,200₹73,600
₹30,000₹77,100₹85,800₹1,10,400
₹40,000₹1,02,800₹1,14,400₹1,47,200

ये अनुमान Moneycontrol की रिपोर्ट से लिए गए हैं ।

प्रभाव:


5. फिटमेंट फैक्टर का कुल सेलरी पर असर


6. सेलर्स: 30–34% तक की उम्मीद क्यों?


7. दिक्कत: क्या यह सारे आंकड़े तुरंत लागू होंगे?


8. फिटमेंट फैक्टर हाल ही में कैसे तय किया गया है?


9. क्या इससे महंगाई बढ़ेगी?


10. कर्मचारियों को क्या तैयारी करनी चाहिए?

  1. अपनी मौजूदा बेसिक सैलरी को समझें और अनुमानित नए बैसिक की गणना करें (2.5 से 2.86 फैक्टर से)।
  2. वैचारिक रूप से DA रीसेट को समझकर, कुल इन्सैंटिव पैकेज को देखना जरूरी है।
  3. पे-स्केल के री-बेंचमार्किंग का लाभ उठाने का अवसर—कुछ लेवल्स पर बड़े पायों में लाभ हो सकता है। कर्मचारी मांग भी यही कहती है।
  4. Allowances पर FOI करें कि कौन-कौन से भत्ते कैसे बढ़ेंगे—जैसे HRA में कटौती या DA/TA में नई योजनाएँ।
  5. पेंशनर्स के लिए भी तैयारी: उनके लिए “प्री-रिवाइज़्ड पेंशन × फिटमेंट फैक्टर” की पैटर्न अपनाई जाएगी ।

11. रिज़्यूम: आसान भाषा में सारांश


12. भविष्योन्मुखी दृष्टिकोण


निष्कर्ष

8वाँ वेतन आयोग एक बड़ा अवसर है—यह मात्र बेसिक बढ़ा चुका है, बल्कि कुल सैलरी स्ट्रक्चर, भत्ते, नौकरी प्रतिष्ठा तक सभी में असर डालेगा। फिटमेंट फैक्टर इसके केन्द्र में है। अगर यह 2.86 के आस-पास बना, तो आपके पक्ष में एक सुंदर वेतन वृद्धि का रास्ता साफ होगा।

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