वॉशिंगटन/रेड सी: रेड सी में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां अमेरिकी नेवी के दो पायलट ‘फ्रेंडली फायर’ का शिकार हो गए। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हादसा एक मिलिट्री ट्रेनिंग ऑपरेशन के दौरान हुआ, जब गलती से अपने ही सैन्य उपकरणों से हमला हो गया।
क्या है ‘फ्रेंडली फायर’ का मामला?
रेड सी में एक संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान US नेवी के जेट पायलट फायरिंग रेंज की सटीकता की जांच कर रहे थे। इसी बीच, गलत संचार के चलते, एक सहयोगी जेट ने मिसाइल दाग दी, जो F/A-18 सुपर हॉर्नेट विमान को निशाना बना बैठी।
पायलट सुरक्षित, लेकिन स्थिति गंभीर
US नेवी ने पुष्टि की है कि दोनों पायलट इजेक्ट करने में कामयाब रहे और उन्हें तुरंत बचाव दल द्वारा सुरक्षित निकाला गया। हालांकि, घटना ने सवाल खड़े कर दिए हैं:
- संचार प्रणाली की विफलता पर सवाल:
यह घटना साफ तौर पर कम्युनिकेशन गैप का परिणाम है। - सुरक्षा मानकों पर पुनर्विचार:
क्या मौजूदा अभ्यास मानक फ्रेंडली फायर जैसी घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त हैं?
रेड सी: रणनीतिक क्षेत्र में बढ़ी चिंता
रेड सी हमेशा से एक रणनीतिक सैन्य क्षेत्र रहा है। इस घटना ने न केवल US नेवी बल्कि अन्य देशों की सेनाओं को भी सतर्क कर दिया है, जो इस क्षेत्र में नियमित अभ्यास करते हैं।
फ्रेंडली फायर: एक पुरानी समस्या
‘फ्रेंडली फायर’ का मतलब है जब अपने ही साथी सैनिक या उपकरण गलती से किसी अपने को नुकसान पहुंचाते हैं।
- इतिहास के उदाहरण:
- 1991 के गल्प वॉर में कई ऐसे मामले सामने आए थे।
- 2001 में अफगानिस्तान में भी अमेरिकी सैनिकों के साथ ऐसी घटनाएं हुईं।
- तकनीकी विफलता:
आमतौर पर गलत आईडेंटिफिकेशन या संचार में चूक के कारण ऐसा होता है।
क्या कहती है US नेवी?
US नेवी के प्रवक्ता ने इस घटना पर खेद व्यक्त करते हुए कहा:
“हमारे पायलट सुरक्षित हैं और इस घटना की गहन जांच की जा रही है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।”
विशेषज्ञों की राय
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि फ्रेंडली फायर की घटनाओं को रोकने के लिए तकनीकी सुधार और AI-बेस्ड ट्रैकिंग सिस्टम को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसके अलावा, संचार प्रणाली को भी और मजबूत बनाने की जरूरत है।
क्या है ‘फ्रेंडली फायर’?
‘फ्रेंडली फायर’ का मतलब है जब सैन्य अभ्यास या युद्ध के दौरान अपने ही सैनिक या उपकरण गलती से अपने साथियों को निशाना बना लें। यह अक्सर कम्युनिकेशन की कमी या तकनीकी खामी के चलते होता है।
रेड सी में हुई यह घटना इसी श्रेणी में आती है, जहां एक लाइव-फायर एक्सरसाइज के दौरान गलत कोऑर्डिनेशन के कारण US नेवी का विमान निशाने पर आ गया।
घटना का विवरण
- यह हादसा 19 दिसंबर को एक नियोजित अभ्यास के दौरान हुआ।
- पायलट एक F/A-18 सुपर हॉर्नेट जेट को उड़ा रहे थे।
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम ने गलती से अपने ही विमान को निशाना बना लिया।
दोनों पायलटों ने इजेक्शन सीट का इस्तेमाल किया, लेकिन घातक चोटों के कारण उनकी मौत हो गई।
US नेवी की प्रतिक्रिया
US नेवी ने घटना की पुष्टि करते हुए इसे ‘दुर्भाग्यपूर्ण त्रुटि’ बताया।
नेवी के प्रवक्ता ने कहा:
“यह घटना हमारी प्रक्रिया और सुरक्षा उपायों को फिर से जांचने की आवश्यकता को दर्शाती है। हमारी प्राथमिकता अब घटना की पूरी जांच करना और परिवारों को समर्थन देना है।”
सुरक्षा चिंताएं बढ़ीं
इस घटना ने मिलिट्री ऑपरेशंस की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं:
- तकनीकी खामी: क्या एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम में कोई खामी थी?
- कम्युनिकेशन फेलियर: क्या पायलट और ग्राउंड टीम के बीच संवाद में कोई चूक हुई?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना मिलिट्री ट्रेनिंग प्रोटोकॉल को फिर से परिभाषित करने की ओर इशारा करती है।
रेड सी में बढ़ा तनाव
रेड सी एक रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जहां हाल ही में कई देशों के बीच सैन्य अभ्यास हुए हैं। इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव और बढ़ सकता है, खासकर जब अमेरिकी नेवी और अन्य देशों के बीच पहले से ही रणनीतिक प्रतिस्पर्धा चल रही है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
घटना के बाद, कई अंतरराष्ट्रीय रक्षा विशेषज्ञों ने फ्रेंडली फायर की रोकथाम के लिए बेहतर तकनीकी समाधान और प्रशिक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया है।
निष्कर्ष
रेड सी में ‘फ्रेंडली फायर’ की यह घटना न केवल US नेवी के लिए, बल्कि दुनिया भर की सेनाओं के लिए एक जागने का संकेत है। यह दिखाता है कि आधुनिक सैन्य तकनीक कितनी भी उन्नत हो, सुरक्षा और कोऑर्डिनेशन में चूक अब भी घातक साबित हो सकती है।
क्या इस घटना से सैन्य सुरक्षा प्रोटोकॉल में बदलाव होंगे? इस पर आपकी राय क्या है? हमें बताएं।