वैभव सूर्यवंशी ने किया बड़ा कारनामा, टी20 में ऐसा करने वाले वर्ल्ड क्रिकेट के इकलौते खिलाड़ी
दोहा की सरज़मीं इन दिनों युवा भारतीय क्रिकेटरों के ऐतिहासिक प्रदर्शन की गवाह बन रही है। एशिया कप राइजिंग स्टार्स में भारत-ए टीम ने शानदार शुरुआत करते हुए यूएई को 148 रनों से हराया। लेकिन इस जीत से अधिक चर्चा में रहे सिर्फ एक नाम—14 वर्षीय सनसनी वैभव सूर्यवंशी, जिन्होंने टी20 क्रिकेट की दुनिया में ऐसा कारनामा कर दिखाया जो आज तक कोई भी अंतरराष्ट्रीय या फ्रेंचाइज़ी क्रिकेटर नहीं कर पाया।
भारतीय क्रिकेट में उभरते सितारे तो आते जाते रहते हैं, लेकिन वैभव सूर्यवंशी जैसे खिलाड़ी दशकों में एक बार जन्म लेते हैं। सिर्फ 14 साल की उम्र… और ऐसा विस्फोटक बल्लेबाजी… जिससे वर्ल्ड क्रिकेट हिल गया। यह पारी सिर्फ एक मैच का हिस्सा नहीं थी, बल्कि यह घोषणा थी कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य किसी सुपरस्टार से कम नहीं।
दोहा में धमाका: 42 गेंदों में 144 रन

यूएई के खिलाफ पहले मुकाबले में वैभव सूर्यवंशी ओपनिंग करने उतरे। शुरुआत से ही उनके शॉट सिलेक्शन, टाइमिंग और ब्रूट पावर ने यह साफ कर दिया कि आज कुछ बड़ा होने वाला है। मात्र 42 गेंदों में 144 रन—यह कोई पारी नहीं, एक तूफ़ान था।
- 11 चौके
- 15 छक्के
- स्ट्राइक रेट: लगभग 343
यह आंकड़े किसी अनुभवी इंटरनेशनल खिलाड़ी के लिए भी चौंकाने वाले हैं—लेकिन वैभव सिर्फ 14 साल के हैं!
उनकी बल्लेबाजी देखकर यूएई के गेंदबाजों के चेहरे पर एक ही सवाल था—
“यह बच्चा है या बवाल?”
टी20 में ऐसा करने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी
वैभव सूर्यवंशी ने सिर्फ एक शतक नहीं लगाया… बल्कि एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया जो शायद आने वाले कई वर्षों तक अटूट रहे।
✔ टी20 क्रिकेट में 35 गेंदों या उससे कम में 2 शतक लगाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी
जब उन्होंने आईपीएल 2025 में सिर्फ 35 गेंदों में शतक लगाया था, तभी एक्सपर्ट्स ने अनुमान लगाना शुरू कर दिया था कि यह लड़का कुछ बड़ा करेगा। लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि अगला रिकॉर्ड इतना जल्दी आ जाएगा।
दोहा में 32 गेंदों में शतक पूरा कर वैभव ने दुनिया भर के क्रिकेटिंग रिकॉर्ड बुक में अपना नाम सोने के अक्षरों में लिखवा दिया।
क्यों खास है वैभव का यह रिकॉर्ड?

इसलिए क्योंकि:
- अब तक कोई खिलाड़ी टी20 में दो बार 35 या उससे कम गेंदों में शतक नहीं लगा पाया।
- क्रिस गेल, सुर्या, बटलर, डेविड मिलर जैसे दुनिया के दिग्गज भी यह कारनामा नहीं कर सके।
- सिर्फ 14 साल की उम्र में दुनिया का सबसे फास्ट-स्कोरिंग टी20 बल्लेबाज बन जाना… अपने आप में अविश्वसनीय है।
यह रिकॉर्ड आने वाले कई सालों तक शायद ही कोई दोहरा पाए।
ऋषभ पंत के साथ संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर
टी20 क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे कम गेंदों में शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की सूची में अब:
- उर्विल पटेल – 28 गेंद
- अभिषेक शर्मा – 28 गेंद
- वैभव सूर्यवंशी – 32 गेंद (अब दूसरे स्थान पर पंत के साथ)
यानी अब भारत के टी20 स्टार्स की लिस्ट में वैभव का नाम स्थापित हो चुका है।
श्रेयस अय्यर सहित कई दिग्गजों का रिकॉर्ड चकनाचूर
टी20 में एक पारी में बाउंड्री के जरिए सबसे ज्यादा रन बनाने का भारतीय रिकॉर्ड पहले 126 रन था, जिसे पुनीत बिष्ट ने बनाया था। लेकिन वैभव सूर्यवंशी ने इसे तोड़कर नया इतिहास रच दिया।
✔ वैभव के 144 में से 134 रन सिर्फ बाउंड्री से आए!
- 11 चौके → 44 रन
- 15 छक्के → 90 रन
- कुल → 134 रन
इस मामले में उन्होंने:
- पुनीत बिष्ट (126 रन)
- श्रेयस अय्यर (118 रन)
दोनों को पीछे छोड़ दिया।
टी20 में भारतीय खिलाड़ियों के सबसे ज्यादा छक्के
इस सूची में भी वैभव संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर पहुंच चुके हैं।
- पुनीत बिष्ट – 17 छक्के
- वैभव सूर्यवंशी – 15 छक्के (संयुक्त दूसरा स्थान)
14 साल की उम्र में इतना पावर? यह क्रिकेट विज्ञान के लिए भी एक सवाल है।
कैसे बना यह नन्हा सुपरस्टार?
वैभव की उम्र भले ही कम हो, लेकिन बल्लेबाजी में उनकी परिपक्वता अनुभवी खिलाड़ियों जैसी है। नोट करने वाली बातें:
- उनकी नज़र बहुत तेज है
- फुटवर्क क्लीन और कॉम्पैक्ट है
- पावर हिटिंग नेचुरल टैलेंट है
- हर गेंद पर गैप ढूंढ लेने की क्षमता है
- खराब गेंद को माफ न करने वाला रवैया
कोचों और क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि वैभव में अगली पीढ़ी के ‘चैंपियन फिनिशर’ बनने की क्षमता है।
आईपीएल 2025 ने खोला दुनिया का ध्यान
जब उन्होंने आईपीएल में डेब्यू किया था, तब 35 गेंदों में शतक बनाकर वह सुर्खियों में आए थे। आईपीएल के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की निगाहें उन पर टिक गईं।
दोहा में खेली गई यह पारी उसी का प्रमाण है कि वैभव सिर्फ मीडिया हाइप नहीं—बल्कि असली टैलेंट हैं।
भारत-ए टीम की शानदार शुरुआत
भारत-ए ने यूएई को हराकर टूर्नामेंट में बेहतरीन शुरूआत की है। मैच में भारतीय टीम हर विभाग में शानदार रही:
- विस्फोटक बैटिंग
- आक्रामक बॉलिंग
- स्मार्ट फील्डिंग
लेकिन इस पूरी जीत की सबसे चमकदार कहानी थी—वैभव सूर्यवंशी का ‘रिकॉर्ड स्टॉर्म’।
क्रिकेट की दुनिया में अगला सुपरस्टार?
एक 14 साल का लड़का, जो:
✔ रिकॉर्ड तोड़ रहा है
✔ दुनिया का ध्यान खींच रहा है
✔ दो-दो सुपरफास्ट शतक लगा चुका है
✔ पावर हिटिंग में नए मानक बना रहा है
ऐसे खिलाड़ी अक्सर भविष्य में इंटरनेशनल क्रिकेट के स्तंभ बनते हैं।
अगर वैभव इसी तरह बढ़ते रहे, तो जल्द ही उन्हें टीम इंडिया की सीनियर टीम में देखा जा सकता है।
वैभव सूर्यवंशी ट्रेंड कर रहे हैं क्योंकि:
- 14 साल की उम्र में दुनिया के रिकॉर्ड तोड़ दिए
- सबसे तेज स्ट्राइक रेट
- सबसे ज्यादा बाउंड्री रन
- दो सुपरफास्ट शतक
- 15 छक्कों की बारिश
- भारतीय क्रिकेट के अगले बड़े स्टार
फैंस सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं:
“ये लड़का नहीं, इंडियन क्रिकेट का भविष्य है!”
निष्कर्ष
वैभव सूर्यवंशी की 42 गेंदों में 144 रन की पारी सिर्फ रिकॉर्ड बुक में दर्ज होने वाली उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह घोषणा है कि भारतीय क्रिकेट में एक नया सुपरस्टार जन्म ले चुका है। टी20 क्रिकेट में इस तरह की पावर हिटिंग, कंसिस्टेंसी और मानसिक मजबूती इतनी नन्ही उम्र में दुर्लभ है।
दोहा में खेली गई यह ऐतिहासिक पारी आने वाले कई वर्षों तक याद रखी जाएगी—और शायद क्रिकेट इतिहास की सबसे बेहतरीन युवा पारियों में गिनी जाएगी।


