1 फरवरी 2025 को पेश किया गया भारत का बजट 2025 इस बार कई अहम बदलावों और नई घोषणाओं के साथ आया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश की आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करने और आम जनता को राहत देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। लेकिन जैसे हर बजट में कुछ चीजें सस्ती होती हैं, तो कुछ महंगी भी। इस बार भी बजट में ऐसा ही कुछ देखने को मिला है। आइए जानते हैं कि इस बजट में कौन-कौन सी चीजें सस्ती होंगी और कौन सी महंगी, और इसका आम आदमी की जिंदगी पर क्या असर पड़ेगा।
सस्ती चीजें:
1. इलेक्ट्रॉनिक सामान:
बजट 2025 में एक बड़ा फैसला लिया गया है, जो भारतीय उपभोक्ताओं के लिए राहत लेकर आया है। इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे टीवी, मोबाइल फोन, और अन्य गैजेट्स पर कस्टम ड्यूटी में कमी की घोषणा की गई है। इससे इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों की कीमतों में कमी आएगी, जिससे भारतीय बाजार में उपभोक्ताओं को सस्ते और बेहतर विकल्प मिल सकेंगे।
यह बदलाव खासतौर पर स्मार्टफोन, टीवी, और लैपटॉप जैसे उत्पादों के लिए फायदेमंद होगा। इससे इन उत्पादों की कीमतों में गिरावट आएगी, और इससे उपभोक्ताओं को अधिक किफायती तकनीकी उत्पाद मिल सकेंगे।
2. सोलर पैनल और नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण:
भारत सरकार ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भी बड़ी घोषणाएं की हैं। सोलर पैनल, सौर ऊर्जा संयंत्र और अन्य हरित ऊर्जा उपकरणों पर कस्टम ड्यूटी में कमी की गई है। इस फैसले से न केवल इन उत्पादों की कीमतों में कमी आएगी, बल्कि यह कदम भारत को हरित ऊर्जा की दिशा में और भी प्रगति करने में मदद करेगा।
नवीनतम तकनीकों को अपनाने से घरेलू उत्पादक इन उपकरणों का उत्पादन बढ़ा सकेंगे, जिससे पर्यावरण को बचाने में भी मदद मिलेगी और उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों पर गुणवत्ता वाले उत्पाद मिलेंगे।
3. आयकर में राहत:
इस बजट में सरकार ने मध्यम वर्ग को बड़ी राहत दी है। अब, 12 लाख रुपये तक की आय पर आयकर की कोई छूट नहीं होगी। यह निर्णय निश्चित रूप से मध्यम वर्ग के लिए एक बहुत बड़ी राहत है। पहले, कई लोग कम आय के बावजूद भी आयकर की श्रेणी में आते थे, लेकिन अब उन्हें इस बोझ से छुटकारा मिलेगा। इस बदलाव से घर-घर में अधिक पैसे आएंगे, जिसे लोग अपनी ज़रूरतों के लिए इस्तेमाल कर सकेंगे।
4. खाद्य पदार्थ और कृषि उत्पाद:
खाद्य पदार्थों, विशेष रूप से कृषि उत्पादों में भी राहत की घोषणा की गई है। सरकार ने कृषि यंत्रों और कृषि उपकरणों पर कस्टम ड्यूटी में छूट दी है, जिससे किसान को सस्ती कीमतों पर बेहतर उपकरण मिल सकेंगे। इससे कृषि क्षेत्र को और ज्यादा प्रोत्साहन मिलेगा और उत्पादन में वृद्धि होगी, जो देश की खाद्य सुरक्षा को भी बढ़ावा देगा।
महंगी चीजें:
1. LCD-LED टीवी पर बढ़ी कस्टम ड्यूटी:
जहां एक ओर कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामान पर राहत मिली है, वहीं LCD और LED टीवी पर 2.5% कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है। इससे उपभोक्ताओं को इन उत्पादों की कीमतों में वृद्धि का सामना करना पड़ेगा। यह फैसला घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप विदेशी ब्रांड्स के टीवी की कीमतों में वृद्धि होगी। हालांकि, यह घरेलू उत्पादकों को फायदा पहुंचा सकता है, क्योंकि उन्हें कम लागत पर अधिक प्रतिस्पर्धा मिल सकती है।
2. पेट्रोल और डीजल की कीमतें:
हालांकि इस बजट में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सीधे बदलाव की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन इनपुट टैक्स और कस्टम ड्यूटी की बढ़ी हुई दरों का असर पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों पर पड़ सकता है। इसके परिणामस्वरूप, गाड़ी चलाने और यातायात की लागत में वृद्धि हो सकती है। इससे आम आदमी को दैनिक जीवन में अतिरिक्त खर्च का सामना करना पड़ सकता है, जो खासकर ग्रामीण इलाकों और शहरी परिवहन के लिए चिंता का विषय बन सकता है।
3. शराब और तंबाकू उत्पादों पर कर वृद्धि:
इस बजट में शराब और तंबाकू उत्पादों पर विशेष कर लगाने का ऐलान किया गया है। इससे शराब और तंबाकू उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। सरकार ने इस कदम को स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और वित्तीय समृद्धि की दिशा में एक कदम के रूप में देखा है। हालांकि इससे उन लोगों पर असर पड़ेगा जो इन उत्पादों का नियमित उपयोग करते हैं, लेकिन यह कदम देश के स्वास्थ्य के लिहाज से सकारात्मक हो सकता है।
4. लक्जरी कारों की कीमतें:
लक्जरी और उच्चतम श्रेणी की कारों पर भी इस बजट में कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है। यह कदम उन लोगों को प्रभावित करेगा जो महंगी कारों के शौक़ीन हैं। इन कारों की कीमत में बढ़ोतरी होने के कारण, उनका खरीदी करना अब और भी महंगा हो जाएगा। हालांकि, यह कदम स्थानीय उत्पादकों को बढ़ावा देने और विदेशी ब्रांड्स के मुकाबले घरेलू उद्योग को प्रतिस्पर्धा में लाने के उद्देश्य से लिया गया है।
कुल मिलाकर क्या असर पड़ेगा?
इस बजट में जहां कुछ चीजें सस्ती हुई हैं, वहीं कुछ महंगी भी हुई हैं। सस्ती चीजें जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान, नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण, आयकर में राहत और कृषि उपकरणों के दाम कम होंगे, जो आम आदमी को फायदा पहुंचाएंगे। दूसरी ओर, महंगी चीजें जैसे LCD-LED टीवी, पेट्रोल-डीजल, लक्जरी कारें, और तंबाकू उत्पाद महंगे हो सकते हैं, जो कुछ खास वर्गों को प्रभावित कर सकते हैं।
इसके अलावा, सरकार के कदम जैसे सोलर पैनल और हरित ऊर्जा उपकरणों पर कस्टम ड्यूटी में कमी देश की ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरणीय संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकते हैं। यह फैसला न केवल उपभोक्ताओं को सस्ते उत्पाद उपलब्ध कराएगा, बल्कि इससे भारत को एक स्थिर और आत्मनिर्भर ऊर्जा क्षेत्र की ओर भी ले जाएगा।
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निष्कर्ष:
बजट 2025 में कुछ चीजों को सस्ता किया गया है, जिससे आम आदमी को राहत मिलेगी, वहीं कुछ चीजें महंगी भी हो सकती हैं, जो उनकी दैनिक जिंदगी पर असर डाल सकती हैं। सरकार ने इस बजट के माध्यम से आर्थिक विकास और सतत विकास के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इन फैसलों के व्यावहारिक प्रभाव क्या होंगे और किस तरह से यह व्यक्तिगत वित्त और समाज के विभिन्न वर्गों को प्रभावित करेंगे।