भारत में एक बार फिर वेस्टइंडीज को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। टीम इंडिया ने 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में वेस्टइंडीज का सूपड़ा साफ करते हुए 2-0 से सीरीज अपने नाम की। 14 अक्टूबर को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट में भारत ने मेहमान टीम को 7 विकेट से हराया। इस जीत के साथ टीम इंडिया ने न सिर्फ वेस्टइंडीज के खिलाफ एक और सीरीज जीती, बल्कि अपने अपराजित रहने का 23 साल पुराना सिलसिला भी जारी रखा।

🔹 2002 से अब तक वेस्टइंडीज के खिलाफ अपराजित
भारत ने 2002 से लेकर अब तक वेस्टइंडीज के खिलाफ कोई टेस्ट मैच नहीं हारा है। यह आंकड़ा अब 27 टेस्ट मैचों तक पहुंच गया है — जो किसी भी टीम के खिलाफ भारत का सबसे लंबा अपराजित सिलसिला है। दिलचस्प बात यह है कि यह दौर तब शुरू हुआ था जब डैरेन सैमी वेस्टइंडीज टीम के कप्तान थे, और अब वही सैमी कोच हैं। बावजूद इसके, भारत में जीत का उनका इंतजार अब भी जारी है।
🔹 भारत की जीत और खिलाड़ियों का प्रदर्शन
दिल्ली टेस्ट के आखिरी दिन भारत ने 121 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 3 विकेट खोकर 124 रन बना लिए। केएल राहुल ने शानदार 58 रन की नाबाद पारी खेली और टीम को जीत दिलाई। उनके साथ ध्रुव जुरेल 6 रन बनाकर नाबाद रहे।

इससे पहले भारत की पहली पारी 518/5 पर घोषित की गई थी।
- यशस्वी जायसवाल ने 175 रन की धमाकेदार पारी खेली।
- शुभमन गिल ने नाबाद 129 रन बनाए।
वेस्टइंडीज पहली पारी में सिर्फ 248 रन पर सिमट गई और उसे फॉलोऑन झेलना पड़ा। दूसरी पारी में जॉन कैंपबेल (115) और शे होप (103) ने जरूर संघर्ष किया, लेकिन पूरी टीम 390 पर ऑलआउट हो गई।
पहला टेस्ट भारत ने अहमदाबाद में पारी और 140 रन से जीता था।
🔹 वेस्टइंडीज क्रिकेट की गिरती हालत
वेस्टइंडीज क्रिकेट का पतन अब किसी से छिपा नहीं है। कभी दुनिया की सबसे खतरनाक टीम मानी जाने वाली वेस्टइंडीज आज लगातार हार का सामना कर रही है।
- घरेलू क्रिकेट का ढांचा बिखर चुका है।
- युवा खिलाड़ी टेस्ट या वनडे के बजाय T20 क्रिकेट की ओर ज्यादा आकर्षित हैं।
- हाल ही में टीम नेपाल के खिलाफ T20 सीरीज भी हार गई थी, जिसने टीम की गिरती स्थिति को और उजागर किया।
कोच डैरेन सैमी की अगुवाई में टीम ने कई सुधारों की कोशिश की, लेकिन नतीजे निराशाजनक ही रहे।
🔹 सबसे लंबे अपराजित सिलसिले का रिकॉर्ड
क्रमांक | टीम | विरोधी | अवधि | मैच |
---|---|---|---|---|
1 | इंग्लैंड | न्यूजीलैंड | 1930–1975 | 47 |
2 | इंग्लैंड | पाकिस्तान | 1961–1982 | 30 |
3 | वेस्टइंडीज | इंग्लैंड | 1976–1988 | 29 |
4 | भारत | वेस्टइंडीज | 2002–2025 | 27 |
5 | ऑस्ट्रेलिया | दक्षिण अफ्रीका | 1911–1952 | 24 |
6 | वेस्टइंडीज | भारत | 1948–1971 | 24 |
भारत अब इस सूची में चौथे स्थान पर पहुंच गया है और जल्द ही तीसरे स्थान पर भी पहुंच सकता है यदि यह सिलसिला आगे जारी रहा।
🔹 टीम इंडिया की नई ताकत
शुभमन गिल की कप्तानी में भारत ने न केवल अपनी बल्लेबाजी बल्कि गेंदबाजी में भी दमखम दिखाया है।

- तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह ने शुरुआती विकेट झटके।
- स्पिन जोड़ी अक्षर पटेल और अश्विन ने मिडिल ऑर्डर को ढहा दिया।
यह टीम अब नई ऊर्जा के साथ हर फॉर्मेट में निरंतर प्रदर्शन कर रही है।
🔹 WTC पॉइंट्स टेबल में भारत की स्थिति
इस जीत के बाद भारत के कुल अंक 52 हो गए और उसका PCT (Points Collected Percentage) 61.90% तक पहुंच गया।
भारत अब भी WTC में तीसरे स्थान पर है।
- पहले स्थान पर ऑस्ट्रेलिया (100% PCT)
- दूसरे स्थान पर श्रीलंका (66.67%)
भारत को आगे इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका से भी भिड़ना है, जो आने वाले सीजन में रोमांच बढ़ाएगा।
🔹 भारत का आत्मविश्वास और आगे की राह
यह सीरीज भारत के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाली रही है। युवा बल्लेबाजों का प्रदर्शन और गेंदबाजों की निरंतरता टीम की मजबूती का सबूत है।
वेस्टइंडीज पर यह क्लीन स्वीप आने वाली टेस्ट सीरीजों के लिए भारत को एक मजबूत आधार देगा।
यह भी पढ़ें– धनतेरस 2025: मुहूर्त और महत्व
🔹 वेस्टइंडीज के लिए चेतावनी
कभी ब्रायन लारा, विव रिचर्ड्स और मैलकम मार्शल जैसी हस्तियों से सजी वेस्टइंडीज टीम आज पहचान के संकट से जूझ रही है। कोच सैमी के सामने सबसे बड़ी चुनौती है –
- घरेलू क्रिकेट को फिर से व्यवस्थित करना।
- टेस्ट और ODI के प्रति युवाओं की रुचि बढ़ाना।
- टीम में आत्मविश्वास और जुनून की वापसी लाना।
🔹 निष्कर्ष
भारत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि घर पर उसे हराना लगभग असंभव है।
2-0 की क्लीन स्वीप ने भारत को WTC में मजबूत किया और वेस्टइंडीज को यह याद दिलाया कि पुरानी शान वापस पाने के लिए सिर्फ नाम नहीं, प्रदर्शन करना होगा।