Wednesday, October 9, 2024
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केंद्र का निर्देश: Mpox मामलों की जांच और स्क्रीनिंग तेज करें

स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को Mpox (मंकीपॉक्स) के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। केंद्र ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों से विशेष रूप से हवाई अड्डों, सीमावर्ती इलाकों और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखने को कहा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि Mpox के लक्षणों जैसे बुखार, त्वचा पर चकत्ते, और सूजी हुई लिम्फ नोड्स की पहचान के लिए जांच प्रक्रिया को और तेज करें। संदिग्ध मामलों में तुरंत नमूने इकट्ठा कर लैब में जांच के लिए भेजे जाएं ताकि समय पर संक्रमण का पता लगाया जा सके।

इसके अलावा, केंद्र ने यह भी निर्देश दिए हैं कि स्वास्थ्य सुविधाओं में विशेष आइसोलेशन वार्ड बनाए जाएं और इलाज की उचित तैयारी की जाए। Mpox से निपटने के लिए राज्यों को जागरूकता अभियानों को भी बढ़ावा देने का सुझाव दिया गया है, ताकि लोग समय रहते लक्षणों को पहचानकर चिकित्सा सहायता प्राप्त कर सकें।

क्या है Mpox?

Mpox एक वायरल संक्रमण है, जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होता है। इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, थकावट और त्वचा पर चकत्ते शामिल हैं। यह एक संक्रमित व्यक्ति से संपर्क में आने पर फैल सकता है।

क्यों है सतर्कता जरूरी?

हाल के दिनों में, दुनिया के कई हिस्सों में Mpox के मामलों में वृद्धि हुई है। भारत सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच की प्रक्रिया को मजबूत करने का निर्णय लिया है ताकि किसी भी संभावित संक्रमण को फैलने से पहले रोका जा सके।

सरकार के दिशा-निर्देश

  1. सख्त स्क्रीनिंग: अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की विशेष रूप से हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर स्क्रीनिंग।
  2. जांच केंद्रों की स्थापना: संदिग्ध मामलों की जांच के लिए विशेष केंद्र बनाए जाएंगे।
  3. समुदाय में जागरूकता: संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए जनता को जागरूक करना।

सतर्कता और स्क्रीनिंग की आवश्यकता
इस निर्देश के तहत एयरपोर्ट, बंदरगाह और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रवेश बिंदुओं पर स्क्रीनिंग को बढ़ाने की सलाह दी गई है। विदेशों से आने वाले यात्रियों की विशेष रूप से जांच की जा रही है, खासकर उन देशों से जहां हाल ही में मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं।

स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ाई जा रही सतर्कता
अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को भी सतर्क रहने को कहा गया है, ताकि संदिग्ध मरीजों की समय पर पहचान और इलाज हो सके। राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वे मंकीपॉक्स के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए प्रचार-प्रसार अभियान चलाएं और सही जानकारी दें।

विशेष रूप से ये लक्षण रखें नजर में
स्वास्थ्य मंत्रालय ने Mpox के लक्षणों पर विशेष ध्यान देने को कहा है, जिनमें त्वचा पर लाल चकत्ते, बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकान शामिल हैं। अगर किसी व्यक्ति में ये लक्षण पाए जाते हैं, तो उसकी तुरंत जांच की जाएगी और जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

सरकार की ओर से यह कदम संभावित खतरे से निपटने और देश में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उठाया गया है।

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