अगर आप सोरायसिस (psoriasis) की समस्या से जूझ रहे हैं, तो यह जानना बेहद ज़रूरी है कि आपकी डाइट यानी खाने-पीने की आदतें इस ऑटोइम्यून त्वचा रोग को ट्रिगर कर सकती हैं।

1. सोरायसिस क्या है: एक संक्षिप्त परिचय
सोरायसिस एक दीर्घकालिक (chronic) ऑटोइम्यून त्वचा रोग है जिसमें त्वचा की कोशिकाएं तेज़ गति से बनने लगती हैं, जिससे लाल, खुजलीदार, पपड़ीदार पैच बन जाते हैं, खासकर कोहनी, घुटने, तिल्ली और कमर पर।
यह रोग 2‑4% आबादी को प्रभावित करता है और इसका संबंध स्नायु, तनाव, आनुवंशिकता और आंत के स्वास्थ्य जैसे कारकों से जुड़ा है
🍽️ 2. किन खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएँ?
🔹 रेड मीट, डेली और एग्स
- रेड मीट (गोमांस, पोर्क, सॉसेज, बेकन): इनमें मौजूद एराचिडोनिक एसिड सूजन बढ़ाता है। सोरायसिस को भी यह बढ़ावा देता है।
- डेयरियां (फुल‑फैट दूध, चीज, क्रीम, दही): कैसिन और संतृप्त वसा के कारण–ये भी सूजन बढ़ा सकते हैं।
- अंडे: कुछ लोग एलर्जी के कारण इसे ट्रिगर मानते हैं
🔹 ग्लूटेन युक्त खाद्य जैसे गेहूं, जौ, राई
- ग्लूटेन-संवेदनशीलता वाले व्यक्तियों में इनका सेवन सोरायसिस के लक्षणों को बिगाड़ता है। कुछ लोगों को इसका पालन करने से लक्षणों में 40‑50% तक सुधार नजर आता है
🔹 मद्य (शराब) और धूम्रपान
- शराब लीवर पर बोझ डालती है, सूजन बढ़ाती है और दवाओं की प्रभावशीलता को कम कर सकती है। धूम्रपान भी जोखिम बढ़ाता है
🔹 प्रोसेस्ड, पैकेज्ड और जंक फूड
- इनमें ट्रांस फैट, अतिरिक्त चीनी, अत्यधिक नमक और मिलावट होती है—जो इनफ्लेमेशन को बढ़ाते व समस्या पैदा करते हैं।
- विशेष रूप से: कोल्ड ड्रिंक्स, चिप्स, इंस्टेंट नूडल्स, नमकीन, केक, कुकीज़, फास्ट फूड आदि।
🔹 हाई-ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) फूड्स
- वाइट ब्रेड, वाइट राइस, pastries, breakfast cereals आदि—यह बढ़े हुए ब्लड शुगर और इनफ्लेमेटरी रिस्पांस को बढ़ावा देते हैं
🔹 नाइटशेड सब्जियां
- टमाटर, बैगन, आलू, शिमला मिर्च आदि में मौजूद सोलानिन कुछ लोगों में सूजन बढ़ा देता है। जोखिम वाले व्यंग्नी सुरक्षित रूप में निकालना बेहतर रहता है।
🔹 अतिरिक्त शक्कर और मीठा
- सोडा, मिठाई, खीर, जूस, बहुत मिठा फल—इनसे इंसुलिन स्पाइक और सूजन बढ़ती है।
- एंटी-न्यूट्रियेंट gut flora को प्रभावित कर त्वचा को और खराब करते हैं।
🔹 अत्यधिक कैफीन
- 4 कप से अधिक कॉफी या चाय दिन में लेने से कुछ लोगों में नर्वस सिस्टम overstimulate हो सकता है, जिससे स्थिति बिगड़ सकती है।
✅ 3. खाने में क्या शामिल करें — अच्छे विकल्प (Help Foods)

🐟 ओमेगा‑3 फैटी एसिड
- सामन, मैकरेल, सार्डिन्स फेफड़ों को शांत करते हैं और सूजन कम करते हैं।
- Vegetarian विकल्प: अलसी, अखरोट, चिया सीड्स—ये भी सूजन घटाते हैं।
🥦 फल, सब्जियां और एंटीऑक्सिडेंट्स
- बेरीज, कैरट, ब्रोकली, बीयर गोरड, हरी पत्तेदार सब्जियां, अंगूर, संतरे—इनमें विटामिन C, एंटीऑक्सिडेंट्स और फाइबर अधिक होता है, जो इम्यूनिटी और त्वचा सुधारते हैं।
- हल्दी (curcumin) और अदरक में भी सूजनरोधी गुण होते हैं⟦cook?⟧
🌱 पौष्टिक तेल और स्वस्थ वसा
- ऑलिव ऑयल, नारियल तेल, अखरोट, अलसी, chia—ये स्वस्थ वसा सूजन कम और त्वचा सुधार में सहयोगी हैं
🌾 साबुत अनाज और फाइबर
- ब्राउन ब्रेड, ज्वार, बाजरा, रागी, ओट्स जैसी फाइबर-बेहतर अनाज सूजन घटाते व gut health में मदद करते हैं
🥗 प्रोटीन स्रोत
- दाल‑बोन्स, टोफू, मछली, चिकन (lean)—ये प्रोटीन कम सूजन के साथ मिलते हैं।
- ग्रीक योगर्ट (low-fat) या पनीर का सीमित विकल्प प्रयोग किया जा सकता है (अगर डेयरी से संवेदनाएँ नहीं हैं)
🍵 हर्ब्स और आयुर्वेदिक सुपरफूड
- नीम, त्रिफला, एmla (Indian gooseberry), हल्दी, जीरा, अजवाइन आदि में Detoxifying और सूजन-प्रतिरोधी गुण होते हैं
🧘 4. लाइफस्टाइल परिवर्तन भी ज़रूरी
🧘 तनाव प्रबंधन (Stress Management)
- तनाव तनाव हार्मोन को बढ़ाता है और त्वचा में flare-ups को प्रेरित कर सकता है।
- मेडिटेशन, योग, गहरी साँस लेने की तकनीकें और अच्छी नींद लेना लाभकारी होती हैं
🚶♀️ नियमित व्यायाम (Exercise)
- सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की मध्यम व्यायाम—वजन नियंत्रित रखता है और सूजन कम करता है
😴 गुणवत्ता पूर्ण नींद (Sleep)
- 7‑9 घंटे की नींद शरीर की उपचार प्रक्रिया को सक्षम बनाती है
🧴 त्वचा की देखभाल
- त्वचा को हाइड्रेटेड रखें, मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें और harsh साबुन से बचें
🧪 5. व्यक्तिगत ट्रिगर पहचानें — elimination approach
हर व्यक्ति की प्रतिक्रिया अलग होती है: कुछ के लिए ग्लूटेन बुरा, तो कुछ के लिए डेयरी।
– एक elimination diet से जंक/processed, डेयरी, ग्लूटेन, नाइटशेड्स हटाएं 2‑4 सप्ताह तक, फिर धीरे-धीरे पुनः जोड़ें (reintroduce) और प्रतिक्रिया नोट करें। इस तरीके से ट्रिगर पहचानना आसान होता है
📌 6. भारतीय संदर्भ में કેટલાક डाइट टिप्स
✅ पारंपरिक Indian anti-inflammatory diet
- दाल‑चीला, सत्तू, sprouts, roasted chana—ये हल्के और फाइबरयुक्त होते हैं एवं भूख नियंत्रित रखते हैं
- desi ghee सीमित मात्रा में इस्तेमाल करें या ग्रिल‑उबालन की विधियाँ अपनाएं।
❌ विरुद्धाहार और मिश्र ahar से बचें
- Ayurveda अनुसार कुछ food combination harmful होते हैं जैसे दूध के साथ मांस, honey के साथ meat, jaggery के साथ fish—इनसे अपचन और सूजन बढ़ सकती है
🚰 पानी और जूस की मात्रा नियंत्रित रखें
- अधिक तरल सेवन से भी problem बढ़ सकती है। सूप और रसम‑सांभर जैसी items moderation में उपयोग करें
🔍 7. समग्र दृष्टिकोण: क्या सटीक उपचार हो सकता है?
- वर्तमान में कोई निश्चित ‘psoriasis diet’ नहीं है, लेकिन कई व्यक्ति anti-inflammatory diets, Mediterranean diet या gluten-free diets से लाभ महसूस करते हैं।
- हालांकि परिणाम व्यक्तिगत होते हैं—इसलिए personalization और डॉक्टर/न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह जरूरी है
- डाइट सुधार के साथ-साथ medical treatments जैसे:
– टॉपिकल corticosteroids, vitamin D cream, light therapy, immunosuppressants, biologics आदि का डॉक्टर के मार्गदर्शन में प्रयोग चाहिए
🏁 निष्कर्ष: क्या-क्या निकालना चाहिए, क्या-क्या जोड़ना चाहिए?
बचें (Avoid) | शामिल करें (Include) |
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रेड मीट, अंडे, डेयरी, शर्बत, प्रोसेस्ड फूड्स | साबुत अनाज, दाल, फल, सब्जियां, अलसी, अखरोट, chia seeds |
ग्लूटेन (गेहूं, जौ, राई) | सामन, मैकरेल या प्लांट-आधारित प्रोटीन स्रोत |
जंक फूड, ट्रांस फैट, refined चीनी, high GI कार्ब्स | हल्दी, अदरक, नीम, त्रिफला, ग्रीन टी |
नाइटशेड सब्जियां (टमाटर, बैगन, आलू, मिर्च) | ठंडक देने वाली सब्जियां जैसे खीरा, गाजर, zucchini |
शराब, कैफीन overuse, तनाव | योग, ध्यान, पर्याप्त नींद, नियमित व्यायाम |
सोरायसिस एक जीवनभर सक्रिय रोग हो सकता है, लेकिन डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव आपके inflammation को घटाकर flare-ups कम कर सकते हैं। elimination diet, anti-inflammatory choices और स्वस्थ तरीके से जीने का संयोजन आपके लिए game-changer साबित हो सकता है।
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