भारत में हर रसोईघर की एक लाजिमी ज़रूरत है—एलपीजी गैस सिलेंडर। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर सिलेंडर में गैस बची है या खत्म हो चुकी, यह पता लगाने के कुछ बेहद आसान घरेलू तरीके भी हैं? डेट्स भूल जाएँ, रिमाइंडर ना रहें—फिर भी आप जान सकते हैं कि आपकी रसोई में गैस कब तक चलेगी। आइए जानते हैं यह जादू नहीं, बल्कि विज्ञान है।
तरीका 1: गीले कपड़े से ट्रिक (Wet Cloth Trick)

यह सबसे सरल और प्रभावी तरीका है:
- एक साफ कपड़ा या तौलिया लें और उसे अच्छी तरह गीला कर लें।
- इसे सिलेंडर के चारों ओर लगभग ३–५ मिनट तक लपेटकर रखें।
- कपड़ा हटाएँ और कुछ देर बाद सिलेंडर की सतह देखें।
👉 जो हिस्सा तुरंत सूख जाता है—उसमें गैस नहीं बची है।
👉 जो हिस्सा गीला रहता है—उसमें अभी गैस मौजूद है, क्योंकि वो ठंडा रहता है जिससे पानी सूखने में समय लगता है।
यह ट्रिक कैसे काम करती है?
- एलपीजी सिलेंडर में गैस तरल रूप में होती है, जो बहुत ठंडी होती है।
- जहाँ सिलेंडर में गैस होती है, वहाँ की दीवारों की सतह ठंडी रहती है—इस वजह से कपड़ा धीरे सूखता है।
- जहाँ गैस नहीं होती, वहाँ जंगली हवा से सतह गर्म होती है—इसलिए कपड़ा जल्दी सूख जाता है।
तरीका 2: गर्म पानी टेस्ट
यदि आपके पास घर का गरम (सिर्फ टपका हुआ) पानी हो, तो यह तरीका और भी सटीक है।
- गर्म पानी धीरे‑धीरे सिलेंडर की एक तरफ से बहाएँ (उबलता पानी नहीं डालें)।
- पानी डालते हुए हाथ सिलेंडर की सतह पर रखकर तापमान महसूस करें।
- जहाँ तापमान अचानक बदलकर ठंडा महसूस हो—वहाँ गैस मौजूद है।
👉 ऊपरी गरम हिस्सा (जहां पानी जल्दी सूखता है)— गैस खत्म हो चुकी।
👉 ठंडा हिस्सा (जहां पानी जल्दी नहीं सूखता या ठंडा महसूस हो)—गैस बची हुई।
यह तरीका रेड्डिट पर भी मानव प्रयोगों में लोकप्रिय है:
“Take hot water… run your hand down… the area that is hot is empty and the area that is cold still has gas.”
तरीका 3: वजन से अनुमान (Weight Method)
यह पारंपरिक तरीका है जिससे यह पता चलता है:
- एक पूर्ण सिलेंडर (14.2 kg गैस + खाली टारे वजन) लगभग 29–30 kg होता है।
- खाली सिलेंडर का टारे वजन (tare weight/empty weight) सिलेंडर पर छपा होता है।
- इसे सार्वाधिक भरोसेमंद तरीका माना जाता है लेकिन सिर्फ तभी जब आप अपना या विश्वसनीय स्केल इस्तेमाल करें।
रेडिट उपयोगकर्ताओं के अनुसार:
“Faced this problem … cylinder only had 7 kg gas … weigh it and check”
कई लोगों ने लोक‑डिलीवरी में धोखाधड़ी की शिकायत की, जहाँ एजेंट कम वज़न वाले सिलेंडर दे देते हैं।
तरीका 4: फ्लेम कलर से अनुमान (Flame Color)
- ब्लू फ्लेम दिखाने पर गैस अच्छी मात्रा में बची होती है।
- अगर फ्लेम पीली या फीकी हो जाए, तो स्नान संकेत होता है कि गैस खत्म हो रही है।
लेकिन यह तरीका मौसम या चूल्हे की सफाई जैसी वजहों से भी प्रभावित हो सकता है—इसलिए कम भरोसेमंद माना जाता है।
वैज्ञानिक समझ: क्यों काम करता है ये तरीका?
- एलपीजी तरल अवस्था में रहकर सिलेंडर की दीवार से ताप अवशोषित करती है।
- जहां गैस मौजूद है, वहाँ दीवार ठंडी रहती है—इस वजह से कपड़ा धीमी गति से गीला रहता है।
- जहाँ गैस समाप्त होती है, वहाँ दीवार गर्म होती है—उस हिस्से पर पानी जल्दी सूख जाता है।
- यह ताप अंतर हमें बताता है कि सिलेंडर में गैस कहाँ तक भरी हुई है।
ध्यान देने योग्य सुरक्षा टिप्स:
- ब्रोकन या लीकी सिलेंडर को कभी ना टेस्ट करें—पहले एजेंसी से जांच कराएं।
- उबलता पानी का प्रयोग ना करें, जरा-सी चूक से जलन हो सकती है।
- वजन पर भरोसा करने से पहले जान लें कि टारे व ग्रॉस वज़न क्या हैं।
- टेस्ट्स करते समय चूल्हे या आग के स्रोत से दूर रहें।
मास्टर प्लान — गैस खत्म होने से बचने की रणनीति:
- प्रत्येक 2–3 दिनों में गीले कपड़े की ट्रिक अपनाएं।
- जब कोई संदेह हो—गरम पानी वाला टेस्ट करके देखें।
- पहले से खाली सिलेंडर भारी हो—एक खाली और एक भरा सिलेंडर का इस्तेमाल करें।
- नियमित रूप से सिलेंडर का वजन चेक करें, खासकर नयी डिलीवरी लेने से पहले।
- गैस एजेंसी से बिना वज़न वाले सिलेंडर को स्वीकार न करें।
- फ्लेम कलर और ऑंरेंज/पीला होना संकेत है कि जल्द रीफिल करें।
निष्कर्ष: भूलें डेट्स, अपनाएं ट्रिक
- यह कोई जादू नहीं, बल्कि घरेलू विज्ञान है एक सटीक उपयोगी ट्रिक।
- गीले कपड़े या गर्म पानी की ट्रिक अपनाकर बिना किसी तकनीकी ज्ञान के आप जान सकते हैं गैस कितनी बची है।
- यह तरीका सुविधाजनक, तेज, और हर घर में उपलब्ध साधनों पर आधारित है।
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