क्रिकेट की दुनिया में जब भी टी20 लीग की बात होती है, दो नाम सबसे पहले ज़ेहन में आते हैं—इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) और पाकिस्तान सुपर लीग (PSL)। दोनों लीगें अपने-अपने देशों में क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए बनाई गई हैं, लेकिन इनकी स्थापना, टीम संरचना, पुरस्कार राशि, राजस्व और खिलाड़ियों के वेतन में बहुत अंतर है। आइए इनके बीच के अंतर को विस्तार से समझते हैं।

IPL और PSL: एक परिचय
IPL: भारतीय क्रिकेट का गौरव
इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत 2008 में हुई थी। इस लीग में 10 टीमें भाग लेती हैं, जो भारत के विभिन्न शहरों का प्रतिनिधित्व करती हैं। IPL ने न केवल भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दी, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई।
PSL: पाकिस्तान की क्रिकेट यात्रा
पाकिस्तान सुपर लीग की शुरुआत 2015 में हुई थी। इसमें 6 टीमें हैं, जो पाकिस्तान के विभिन्न शहरों का प्रतिनिधित्व करती हैं। PSL ने पाकिस्तान में क्रिकेट के प्रति जुनून को और बढ़ाया है, लेकिन IPL के मुकाबले अभी भी काफी पीछे है।
आर्थिक दृष्टिकोण से तुलना
पुरस्कार राशि
IPL की विजेता टीम को ₹20 करोड़ और उपविजेता को ₹12.5 करोड़ की पुरस्कार राशि मिलती है। वहीं, PSL की विजेता टीम को 140 मिलियन PKR (करीब ₹4.3 करोड़) और उपविजेता को 56 मिलियन PKR (करीब ₹1.65 करोड़) मिलते हैं। इससे स्पष्ट है कि IPL की पुरस्कार राशि PSL से कहीं अधिक है।
राजस्व और मीडिया अधिकार
IPL के 2023-2027 के मीडिया अधिकार $6.2 बिलियन में बेचे गए, जबकि PSL के 2024-2025 के मीडिया अधिकार $24 मिलियन में बेचे गए। यह अंतर दर्शाता है कि IPL का वैश्विक नेटवर्क और आर्थिक ताकत PSL से कहीं अधिक है।
खिलाड़ियों की सैलरी
IPL में खिलाड़ियों की सैलरी की कोई ऊपरी सीमा नहीं होती, और नीलामी के जरिए उन्हें खरीदा जाता है। उदाहरण के लिए, 2025 की नीलामी में ऋषभ पंत को ₹27 करोड़ में खरीदा गया था। वहीं, PSL में ड्राफ्ट सिस्टम अपनाया जाता है, और प्लेटिनम श्रेणी के खिलाड़ियों को $130,000 से $170,000 (करीब ₹1.27 करोड़) का वेतन मिलता है। यह अंतर भी IPL की वित्तीय ताकत को दर्शाता है।
वैश्विक पहुंच और ब्रांड वैल्यू
IPL की ब्रांड वैल्यू 2025 में $10.9 बिलियन होने का अनुमान है, जबकि PSL की ब्रांड वैल्यू $5.7 बिलियन है। इसके अलावा, IPL 2024 में 620 मिलियन दर्शकों तक पहुंचा, जबकि PSL 2024 में 455 मिलियन दर्शकों तक पहुंच पाया। यह आंकड़े IPL की वैश्विक पहुंच और लोकप्रियता को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं।
मैचों का स्केल और प्रोडक्शन क्वालिटी
IPL के मैच किसी त्योहार से कम नहीं लगते। हर मैच में स्टेडियम खचाखच भरा होता है, हर बॉल पर उत्साह चरम पर होता है। तकनीक, कैमरा एंगल्स, लाइव स्ट्रीमिंग, रीप्ले, स्टैट्स, इनोवेशन — IPL का स्तर इंटरनेशनल स्टैंडर्ड से भी ऊपर है।
PSL ने हाल के वर्षों में काफी सुधार किया है, लेकिन IPL के लेवल तक पहुंचने में अभी समय लगेगा।
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समापन
कुल मिलाकर, IPL ने आर्थिक, वैश्विक और खिलाड़ियों की सैलरी के मामले में PSL को पीछे छोड़ दिया है। हालांकि, PSL ने पाकिस्तान में क्रिकेट के प्रति जुनून को बढ़ाया है और अपनी पहचान बनाई है, लेकिन IPL की विशालता और प्रभाव के मुकाबले अभी भी काफी पीछे है। यह तुलना दर्शाती है कि क्रिकेट की दुनिया में IPL ने अपनी महाक्रांति से PSL को बैकफुट पर धकेल दिया है।