इस्लामाबाद: आईसीसी (ICC) द्वारा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को दी गई ‘लollipop’ डील पर पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने एक तीखी टिप्पणी की है और PCB को स्मार्ट तरीके से योजना बनाने की सलाह दी है। यह डील हाल ही में सामने आई है, जिसमें पाकिस्तान को आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट्स से कम हिस्सेदारी मिल रही है, जबकि अन्य देशों को ज्यादा फायदा हो रहा है।
‘लollipop’ डील: क्या है इसका मतलब?
आईसीसी की इस डील को कई लोग एक खाली वादा या ‘लollipop’ के रूप में देख रहे हैं। ‘लollipop’ का मतलब है कि यह डील एक तरह से दिखावा है, जो पहले तो आकर्षक लगती है, लेकिन उसमें वास्तविक लाभ बहुत कम है। पाकिस्तान को इस डील में उन आईसीसी टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेने का मौका तो दिया गया है, लेकिन वित्तीय लाभ और फायदे की तुलना में कई अन्य देशों को बहुत अधिक मिल रहा है।
पूर्व पाक खिलाड़ी का बयान
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद (Javed Miandad) ने इस डील को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, “यह डील पाकिस्तान क्रिकेट के लिए किसी ‘लॉलीपॉप’ से कम नहीं है। यह सिर्फ दिखावा है और हमारे लिए इससे कोई बड़ा फायदा नहीं होने वाला। PCB को इस डील को सिरे से नकारना चाहिए और आईसीसी से बेहतर शर्तों के लिए बातचीत करनी चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के पास इतनी ताकत है कि वह आईसीसी से बेहतर सौदा कर सके। उनका मानना है कि पाकिस्तान को अपने क्रिकेट इतिहास और वर्ल्ड क्रिकेट में प्रभाव का पूरा इस्तेमाल करना चाहिए।
PCB को क्या करना चाहिए?
जावेद मियांदाद ने PCB को सलाह दी कि वह इस डील पर फिर से विचार करें और अपने हितों को समझते हुए नई रणनीति अपनाए। उनका कहना था कि “पाकिस्तान क्रिकेट का इतिहास बहुत गौरवमयी रहा है, और हम केवल हिस्सा लेने के लिए नहीं, बल्कि बड़ा हिस्सा पाने के लिए आईसीसी से बात करें।”
मियांदाद ने जोर देकर कहा कि PCB को यह समझना होगा कि क्रिकेट के बड़े फैसले सिर्फ धन के बारे में नहीं होते, बल्कि यह पाकिस्तान के प्रतिष्ठान और विश्व क्रिकेट में उसकी स्थिति से भी जुड़ा होता है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर भी इस डील को लेकर तगड़ी बहस चल रही है। कई क्रिकेट प्रेमियों और विश्लेषकों ने इस डील को न्यायपूर्ण नहीं बताया है और इसे पाकिस्तान के लिए अपमानजनक करार दिया है। एक यूज़र ने कहा, “ICC ने पाकिस्तान को सिर्फ दिखाने के लिए यह डील दी है। हमें अब अपने अधिकारों के लिए लड़ने की जरूरत है।”
वहीं कुछ अन्य लोगों ने यह माना कि ICC के साथ एक मजबूत समझौता करने के लिए PCB को लंबी और कड़ी बातचीत करनी चाहिए।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों पर असर
इस डील का असर भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों पर भी पड़ सकता है, क्योंकि कई लोग मानते हैं कि ICC पाकिस्तान को भारत से संबंधित मैचों में ज्यादा फायदे नहीं दे रहा है, जबकि भारत को इसके मुकाबले बहुत अधिक अवसर मिल रहे हैं। कुछ लोग इसे भारत-पाकिस्तान क्रिकेट रिश्तों का असंतुलित प्रभाव मानते हैं।
सहीद अफरीदी की प्रतिक्रिया
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर सहीद अफरीदी ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा, “यह डील पाकिस्तान क्रिकेट के लिए एक बड़ी चूक साबित हो सकती है। हमें अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने की आवश्यकता है।” अफरीदी ने कहा कि ‘लollipop’ डील से पाक क्रिकेट का आर्थिक और प्रतिस्पर्धात्मक फायदा बहुत कम हो सकता है, और यही पाकिस्तान की कमजोरी बन सकती है।
अफरीदी ने इस डील के सामान्य आर्थिक लाभ पर भी सवाल उठाए हैं, यह कहते हुए कि यदि पाकिस्तानी क्रिकेट को अपनी पुरानी चमक और ताकत हासिल करनी है, तो उसे इस डील में सुधार करने की दिशा में गंभीर कदम उठाने चाहिए। उन्होंने PCB को सलाह दी कि “आईसीसी के साथ एक मजबूत और टिकाऊ समझौता किया जाए, ताकि पाकिस्तान को बेहतर फायदे मिल सकें।”**
आईसीसी डील का असर: क्या है पाकिस्तान की स्थिति?
हालांकि इस डील के कुछ सकारात्मक पहलू भी हैं, जैसे कि आईसीसी के आयोजनों में भागीदारी, लेकिन अफरीदी और कई अन्य पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों का मानना है कि पाकिस्तान को इसके बदले ज्यादा आर्थिक योगदान मिलना चाहिए था। इसके अलावा, पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह की डील से पाकिस्तान को किसी भी तरह का नुकसान न हो।
आलोचकों का कहना है कि पाकिस्तान का शेयर इस डील में बहुत कम है, जबकि भारत, ऑस्ट्रेलिया, और इंग्लैंड जैसे देशों को ज्यादा फायदा हो सकता है। ऐसे में यह डील ‘लollipop’ यानी सिर्फ दिखावा की तरह लगती है, जिसमें पाकिस्तान को ज्यादा फायदा नहीं मिलेगा।
PCB के सामने चुनौती
सहीद अफरीदी की सलाह एक ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के सामने अपने क्रिकेट के भविष्य को पुनर्निर्माण करने की चुनौती है। यदि PCB को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना वजूद बनाए रखना है, तो उसे अपनी आर्थिक ताकत और प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति पर गंभीर विचार करना होगा।
समाप्ति:
सहीद अफरीदी की इस तीखी प्रतिक्रिया से यह साफ है कि ICC डील पर पाकिस्तान के क्रिकेट प्रेमियों में असंतोष बढ़ सकता है। अफरीदी ने PCB को अपनी स्थिति को सुधारने और आईसीसी डील में पाकिस्तान के हिस्से को बढ़ाने की सलाह दी है। क्या PCB इस पर विचार करेगा और पाकिस्तानी क्रिकेट को एक नई दिशा देगा? यह देखने वाली बात होगी।
क्या आपको लगता है कि PCB को अफरीदी की सलाह पर ध्यान देना चाहिए? हमें अपने विचार कमेंट में बताएं।
निष्कर्ष
पाकिस्तान को दी गई इस ‘लollipop’ डील पर पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटरों और क्रिकेट प्रेमियों की प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि पाकिस्तान को ICC से अधिक सशक्त और न्यायपूर्ण सौदा करना चाहिए। PCB को इस डील पर गंभीरता से विचार करते हुए अपने हितों के पक्ष में कड़ा कदम उठाना चाहिए।
क्या PCB इस सलाह को गंभीरता से लेगा और आगे के लिए एक मजबूत रणनीति तैयार करेगा? यह सवाल पाकिस्तान क्रिकेट के भविष्य के लिए अहम साबित हो सकता है।