🎯 भूमिका: जब हर रुपया बनाए उद्देश्य
आज के आर्थिक माहौल में जहाँ स्टॉक‑बाज़ार की उछल‑कूद आम बात है, वहीं सुरक्षित निवेश की चाह रखने वाले निवेशक बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में भरोसा रखते हैं। बक्शी-सब्ज़‑जैसे भावों के बीच भी लोग चाहते हैं कि उनका पैसा न सिर्फ सुरक्षित रहे, बल्कि अच्छे लाभ पर बढ़े। इसी सोच को मद्देनज़र रखते हुए, बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने अपनी FD स्कीम को और भी लुभावनी बनाया है।
📈 RBI की कटौती और FD पर इसका असर
इस साल RBI ने रेपो रेट में कुल 100 बेसिस अंक कटौती की, जिससे बँकों की फ़ंडिंग लागत कम हुई। लेकिन इसका असर FD ब्याज दरों पर भी पड़ा — खासकर लंबी अवधि की डिपॉजिट्स पर। इसके बावजूद, बँक ऑफ बड़ौदा ने FDs में आकर्षक ब्याज दरें बनाए रखी हैं, ताकि निवेशकों को लाभ मिलता रहे और सूदखोरी की संभावना सीमित रहे।
💰 बँक ऑफ बड़ौदा की FD दौड़ — दरों का नया दृश्य

1. सामान्य FD रेंज (7 दिन से 10 वर्ष)
बैंक ऑफ बड़ौदा ग्राहकों को 7 दिन से लेकर 10 वर्ष की FD करवाई जा सकती है, जिसमें ब्याज दरें इस प्रकार हैं :
अवधि | सामान्य (%) | वरिष्ठ नागरिक (%) | अति‑वरिष्ठ नागरिक (%) |
---|---|---|---|
7‑14 दिन | 4.25 | 4.75 | 4.75 |
15‑45 दिन | 4.50 | 5.00 | 5.00 |
46‑90 दिन | 5.50 | 6.00 | 6.00 |
91‑180 दिन | 5.60 | 6.10 | 6.10 |
181‑210 दिन | 5.75 | 6.25 | 6.25 |
211‑270 दिन | 6.25 | 6.75 | 6.75 |
271 दिन से <1 वर्ष | 6.50 | 7.00 | 7.00 |
1 वर्ष | 6.85 | 7.35 | 7.35 |
1 वर्ष–400 दिन | 7.00 | 7.50 | 7.60 |
400–2 वर्ष (444 नहीं) | 7.00 | 7.50 | 7.60 |
2–3 वर्ष | 7.15 | 7.65 | 7.75 |
3–5 वर्ष | 6.80 | 7.40 | 7.50 |
5–10 वर्ष | 6.50 | 7.50 | 7.50 |
10+ वर्ष (MACAD schemes) | 6.25 | 6.75 | 6.75 |
व्यापक रूप से, FD दर 3.50% से शुरू होकर 7.50% तक जाती है, जो विभिन्न अवधि और ग्राहक समूहों को देखकर तय होती है।
2. स्पेशल प्लान – 444‑दिन की “bob Square Drive Deposit Scheme”

यह 444 दिन की विशेष FD स्कीम वितीय वर्ष की शुरुआत से ही चर्चा में रही। 7 अप्रैल 2025 से यह स्कीम लागू है और इसके ब्याज दरें हैं :
- सामान्य ग्राहकों के लिए: 7.15%
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए: 7.65% (+0.50%)
- अति‑वरिष्ठ नागरिकों (80+ वर्ष) के लिए: 7.75% (+0.60%)
- नॉन‑कॉलयेबल (₹1–3 करोड़) में सामान्य: 7.20%, वरिष्ठ: 7.70%, अति‑वरिष्ठ: 7.80%
वर्तमान माह में—1 जुलाई 2025 तक देखे—यह बड़ा रिटर्न देने वाला विकल्प है ।
स्पेशल 444‑दिन की FD स्कीम को लेकर बैंकों में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। एसबीआई (Amrit Vrishti), केनरा बैंक, इंडियन बैंक समेत अन्य राज्य‑बैंक भी इसी तरह की योजनाएँ चला रहे हैं।
🧓 वरिष्ठ व अति‑वरिष्ठ नागरिकों के लिए क्यों खास?
- वरिष्ठ नागरिकों को ब्याज पर अतिरिक्त 0.50% का लाभ मिलता है।
- अति‑वरिष्ठ नागरिकों को और 0.10% का अतिरिक्त बोनस होता है, खासकर 444‑दिन स्कीम में।
- लंबी अवधि की FD पर बुजुर्गों को अच्छा लाभ मिलता है, जहाँ लम्बित बैंकिंग जोखिम भी कम रहता है।
उदाहरण:
₹1 लाख का उदाहरण लें—
- 2 बर्ष की FD, सामान्य: 6.50% × 2 = कुल मूल+ब्याज ₹1,13,763
- वरिष्ठ: 7.00% × 2 = ₹1,14,888
- अति‑वरिष्ठ: 7.10% × 2 = ₹1,15,114।
यानि बुजुर्गों को ₹1.35–₹2,000 का अतिरिक्त फायदा मिलता है।
🧠 FD क्यों चुनें – FD vs SCSS vs Mutual Funds?
ईटी की हालिया रिपोर्ट बताती है कि SCSS (सरकार समर्थित) में 8.2% ब्याज मिलता है, जो FDs से बेहतर है। लेकिन FD में लचीलापन, जोखिम कम, और ब्याज दर स्थितता मिलती है।
SCSS की अधिकतम सीमा ₹30 लाख है और टैक्स छूट (80C) मिलती है। लेकिन FD में यह छूट नहीं होती, पर राशि की कोई रोक नहीं होती।
म्युचुअल फंड, एसआईपी, छोटे‑बैंकों की योजनाओं से FD का कोई तुलना नहीं, क्योंकि FD सुरक्षित रखते हैं, जबकि बाकी मुनाफे के साथ जोखिम भी जोड़ते हैं ।
📉 क्या FD दरें और गिरेंगी?
रिपोर्ट्स कहती हैं कि RBI ने फरवरी 2025 में repo rate 6.50% से 6.25% तक घटाया ।
जब RBI की दरें घटेंगी, बँक इसकी FD दरों में तथा ज्यादा कटौती करेंगी। पर BoB ने अभी भी सपोर्टिव रेट्स रखे हैं ताकि निवेशक लंबी अवधि तक जुड़ सकें। आम उम्मीद है कि यह गिरावट मार्च-अप्रैल के बीच धीमी होगी ।
🧩 स्मार्ट निवेश सुझाव
- Short-term (7–14 दिन): औसत 4.25–4.50%, लेकिन बुजुर्गों को 4.75% तक।
- Medium-term (6–12 माह):
- सामान्य: 6.50–6.85%
- वरिष्ठ: 7.00–7.35%
- 1–2 वर्ष:
- सामान्य: 7.00–7.15%
- वरिष्ठ: 7.50–7.65%
- अति‑वरिष्ठ: 7.60–7.75%
- 444‑दिन स्कीम: 7.15–7.75% पुरुषार्थी (उच्चतम रेट)
- 2–3 वर्ष: 7.15–7.75%
- 5–10 वर्ष: 6.50–7.50%
💡 सलाह: जिनको उच्च दर चाहिए और वे थोड़ी अवधि तक जुड़ सकते हैं, वे 444‑दिन स्कीम चुन सकते हैं।
जो बुजुर्ग हों, उन्हें अतिरिक्त लाभ मिलेगा और जोखिम भी कम रहेगा।
🔄 कर लाभ और टैक्स बचत
- FD पर TDS तब लागू होता है जब वार्षिक ब्याज ₹40,000 से अधिक होता है (बुजुर्गों के लिए ₹50,000)।
- मल्टीप्ल FD करने पर 1 FD में ब्याज कम रखकर टीडीएस टल सकता है।
- टैक्स बचाने हेतु Form‑15G / 15H भरकर ₹1 लाख से कम ब्याज पर TDS रोक सकते हैं ।
🧾 FD बनाम अन्य विकल्प
- SCSS में 8.2% मिलता है— परिवार में बुजुर्ग के लिए बेहतर विकल्प। लेकिन ₹30 लाख तक सीमा है ।
- म्युचुअल फंड, SIP, बोंड फंड में जोखिम‑लाभ दोनों होते हैं।
✅ बँक ऑफ बड़ौदा FD: निष्कर्ष
- RBI की कटौती के बावजूद, BoB ने FD दरों को आकर्षक रखा है।
- 444‑दिन की स्कीम ने खासकर ध्यान खींचा है—7.15–7.75% रेंज में उच्चतम दर।
- वरिष्ठ और अति‑वरिष्ठ नागरिकों के लिए अतिरिक्त ब्याज एक खास लाभ है।
- निवेशक SCSS, म्युचुअल फंड आदि के साथ अपने जोखिम‑लाभ संतुलन को ध्याते हुए FD को शामिल कर सकते हैं।
नोट: निवेश करने से पहले, विशेषज्ञ या वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें, क्योंकि निवेश के अपने जोखिम और टैक्स‑प्रभाव होते हैं।
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इस लेख की कथा में:
- RBI के ब्याज परिवर्तन का प्रभाव,
- BoB की विविध FD योजनाओं की तुलना,
- बुजुर्गों के लाभ को विशेष रूप से उभारा गया,
- अन्य निवेश विकल्पों के साथ तुलनात्मक दृष्टिकोण दिया गया,
- साथ ही उपयोगी निवेश सुझाव भी शामिल हैं।
उम्मीद है कि यह न्यूज़ स्टाइल आर्टिकल आपको बैंक ऑफ बड़ौदा FD योजनाएँ समझने और अपने निवेश फैसले बेहतर बनाने में मदद करेगा।