कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की दुनिया में एक और बड़ा कदम उठाते हुए OpenAI और Broadcom ने सोमवार को एक मल्टी-ईयर स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप की घोषणा की। इस साझेदारी के तहत दोनों कंपनियां मिलकर 10 गीगावॉट (GW) क्षमता वाले कस्टम AI एक्सेलेरेटर्स विकसित करेंगी। यह साझेदारी न केवल OpenAI की तकनीकी क्षमता को बढ़ाएगी, बल्कि भविष्य के सुपरकंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को भी एक नई दिशा देगी।
💡 OpenAI का दूसरा हार्डवेयर मिशन

OpenAI पहले ही Jony Ive के साथ एक AI डिवाइस के विकास पर काम कर रही है। अब Broadcom के साथ यह नया कदम उसकी हार्डवेयर यात्रा में दूसरा बड़ा पड़ाव है।
कंपनी ने अपने आधिकारिक ब्लॉग में बताया कि इस समझौते के तहत OpenAI चिप्स का डिज़ाइन तैयार करेगी, जबकि Broadcom उनका फैब्रिकेशन और डिप्लॉयमेंट संभालेगी।
⚙️ कैसे बनेंगे ये AI चिप्स?
इन कस्टम AI एक्सेलेरेटर्स का लक्ष्य है —
- बड़े AI मॉडल्स (LLMs) को और तेज़ी से चलाना,
- ChatGPT और Sora जैसे ऐप्स को अधिक कुशल बनाना,
- और कंपनियों के डेटा सेंटरों में स्केलेबल इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रदान करना।
Broadcom इस प्रोजेक्ट में Ethernet सॉल्यूशन्स भी देगा ताकि यह नेटवर्किंग लेवल पर भी ज़्यादा मजबूत और तेज़ रहे।
🗣️ सैम ऑल्टमैन का बयान
OpenAI के सह-संस्थापक और CEO सैम ऑल्टमैन ने कहा:
“Broadcom के साथ साझेदारी हमारे AI मिशन को नई ऊर्जा देगी। अपने खुद के एक्सेलेरेटर्स बनाना हमें न केवल अधिक नियंत्रण देगा, बल्कि यह कदम मानवता के हित में AI को आगे ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण होगा।”
उन्होंने कहा कि यह सहयोग AI की वास्तविक क्षमता को खोलने और व्यवसायों व आम लोगों तक इसके लाभ पहुंचाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
💰 डील के आर्थिक पहलू
हालांकि, इस डील की वित्तीय जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई, लेकिन यह तय हुआ है कि Broadcom को इन चिप्स के लिए एक्सक्लूसिव राइट्स मिलेंगे।
वह इन चिप्स के साथ आने वाले रैक और ईथरनेट सॉल्यूशन्स भी उपलब्ध कराएगा।
🤝 OpenAI के अन्य टेक पार्टनर्स

OpenAI पहले से ही कई प्रमुख टेक कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रही है:
- Oracle – क्लाउड सर्वर इन्फ्रास्ट्रक्चर
- Nvidia – GPU आधारित AI कंप्यूटिंग
- AMD – प्रोसेसर तकनीक
- और अब Broadcom – कस्टम AI चिप्स
इन साझेदारियों का उद्देश्य है —
AI कंप्यूट की क्षमता को बढ़ाना, लागत को कम करना, और ऊर्जा-कुशल समाधानों को अपनाना।
🌍 800 मिलियन यूज़र्स का भार
OpenAI ने बताया कि ChatGPT के अब 800 मिलियन से ज़्यादा साप्ताहिक एक्टिव यूज़र्स हैं।
इसके साथ ही, OpenAI की सेवाएं अब
- बड़े उद्यमों,
- छोटे व्यवसायों,
- और लाखों डेवलपर्स द्वारा
तेज़ी से अपनाई जा रही हैं।
यह बढ़ती मांग ही नई AI इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्डिंग की प्रेरणा है।
🔬 Broadcom की भूमिका
Broadcom, जो सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में एक वैश्विक लीडर है, अब OpenAI के AI चिप्स के लिए अपने
मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स और नेटवर्क टेक्नोलॉजी का उपयोग करेगी।
कंपनी का लक्ष्य है —
AI-रेडी चिप्स तैयार करना जो
- उच्च प्रदर्शन,
- कम ऊर्जा खपत,
- और बेहतर डेटा थ्रूपुट
प्रदान करें।
⚡ क्या है 10 गीगावॉट का मतलब?
“10 गीगावॉट” सुनने में तकनीकी लगता है, लेकिन इसका अर्थ बहुत बड़ा है।
यह उतनी ऊर्जा है जितनी 10 मिलियन घरों को बिजली देने के बराबर होती है।
इतनी क्षमता के AI सर्वर पूरे विश्व के AI प्रशिक्षण और डेटा प्रोसेसिंग की मांग को पूरा करने में अहम साबित होंगे।
🌐 AI इंफ्रास्ट्रक्चर का भविष्य
AI टेक्नोलॉजी का विस्तार अब केवल सॉफ्टवेयर तक सीमित नहीं है।
कंपनियां अब ऐसे चिप्स बनाने में निवेश कर रही हैं जो
AI मॉडल्स को
- तेज़ी से ट्रेन करें,
- कम बिजली खर्च करें,
- और अधिक डेटा को संभाल सकें।
OpenAI का यह कदम उसे AI हार्डवेयर इंडस्ट्री का भी प्रमुख खिलाड़ी बना सकता है।
🏭 डेटा सेंटरों में होगा डिप्लॉयमेंट
इन कस्टम AI सिस्टम्स को
- OpenAI के खुद के डेटा सेंटर्स,
- और उसके पार्टनर सर्वर नेटवर्क्स
में डिप्लॉय किया जाएगा।
इससे थर्ड-पार्टी कंपनियों और स्टार्टअप्स को भी AI सर्विसेज की स्केलेबल पहुंच मिलेगी।
🚀 टेक जगत में हलचल
इस घोषणा के बाद से टेक जगत में हलचल मच गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम
- Nvidia और AMD जैसी कंपनियों के लिए कड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
- और OpenAI को AI सुपरकंप्यूटिंग के केंद्र में ला सकता है।
🧩 क्यों जरूरी है अपना AI चिप?
अभी तक OpenAI को GPU और चिप्स के लिए Nvidia जैसी कंपनियों पर निर्भर रहना पड़ता था।
लेकिन अब अपने कस्टम चिप्स होने से —
- लागत कम होगी,
- ऊर्जा उपयोग नियंत्रित होगा,
- और AI मॉडल्स का प्रशिक्षण कई गुना तेज़ हो जाएगा।
🧠 निष्कर्ष
OpenAI और Broadcom की यह साझेदारी सिर्फ एक टेक डील नहीं, बल्कि
AI के भविष्य की नई परिभाषा है।
जैसे-जैसे OpenAI अपने LLMs और उत्पादों को आगे बढ़ा रहा है, वैसे-वैसे उसकी यह नई पहल
AI को और अधिक सुलभ, शक्तिशाली और मानव-केंद्रित बनाएगी।
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