वॉशिंगटन: अमेरिका की एक कोर्ट ने लोकप्रिय वीडियो शेयरिंग ऐप TikTok की बिक्री को लेकर दिए गए बड़े फैसले को बरकरार रखा है। यह निर्णय TikTok की पैरेंट कंपनी ByteDance और अमेरिकी सरकार के बीच लंबे समय से चली आ रही सुरक्षा चिंताओं पर आधारित विवाद के बाद आया है।
क्या है मामला?
अमेरिकी सरकार ने TikTok पर डेटा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े जोखिमों का हवाला देते हुए ByteDance को अपना अमेरिकी ऑपरेशन किसी स्थानीय कंपनी को बेचने का निर्देश दिया था।
- अमेरिकी प्रशासन का मानना है कि TikTok का डेटा चीन सरकार के साथ साझा हो सकता है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है।
- TikTok ने इन आरोपों को बार-बार खारिज करते हुए डेटा की सुरक्षा का आश्वासन दिया है।
TikTok की बिक्री क्यों बनी मुद्दा?
TikTok का स्वामित्व चीनी कंपनी Bytedance के पास है। अमेरिका में लंबे समय से इसे डेटा सुरक्षा और उपयोगकर्ताओं की प्राइवेसी को लेकर सवालों का सामना करना पड़ रहा है। ट्रम्प प्रशासन के दौरान, TikTok पर अमेरिकी डेटा चीन को पहुंचाने के आरोप लगे, जिससे प्लेटफॉर्म की बिक्री का मुद्दा उठाया गया।
बाइडेन प्रशासन ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इसे अमेरिकी कंपनियों को बेचने की योजना को जारी रखा, और कोर्ट ने अब इस कदम को वैध करार दिया है।
अदालत का फैसला
US कोर्ट ने राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए TikTok की बिक्री के आदेश को सही ठहराया है। हालांकि, इसे लागू करने के लिए ByteDance को कुछ और समय दिया गया है।
- अदालत ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिकी उपभोक्ताओं की डेटा प्राइवेसी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
- TikTok ने इस फैसले के खिलाफ अपील करने का विकल्प खुला रखा है।
क्या है TikTok विवाद?
TikTok, जो कि चीन की कंपनी ByteDance का हिस्सा है, लंबे समय से अमेरिका में डेटा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विवादों में फंसा हुआ है। अमेरिकी प्रशासन का आरोप है कि TikTok के जरिए अमेरिकी नागरिकों का डेटा चीन सरकार तक पहुंच सकता है। इस मामले को लेकर TikTok पर प्रतिबंध और बिक्री के आदेश दिए गए थे।
अदालत का फैसला
अमेरिकी कोर्ट ने अपने हालिया फैसले में TikTok की बिक्री को सही ठहराते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए यह कदम जरूरी है।
- बिक्री की प्रक्रिया: TikTok अब अमेरिकी कंपनियों या निवेशकों को बेचा जाएगा।
- डेटा सुरक्षा: नए मालिकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि TikTok का डेटा अमेरिका में ही स्टोर और प्रबंधित हो।
TikTok का क्या होगा भविष्य?
TikTok के लिए यह फैसला बड़ा झटका हो सकता है, लेकिन नए मालिक आने के बाद:
- यूजर्स की प्राइवेसी पर भरोसा बढ़ेगा।
- ऐप अमेरिका में बैन होने से बच जाएगा।
- नई सुविधाओं और अपग्रेड्स के जरिए यह अपनी लोकप्रियता बनाए रख सकता है।
TikTok पर असर
- यूजर डेटा पर कड़ी निगरानी:
TikTok को अमेरिका में अपने सर्वर और डेटा संचालन को पारदर्शी बनाना होगा। - बिक्री के लिए संभावित कंपनियां:
Microsoft, Oracle और Walmart जैसी कंपनियां TikTok के अमेरिकी ऑपरेशन खरीदने की रेस में हैं। - यूजर्स की चिंता:
TikTok यूजर्स इस फैसले से चिंतित हैं, लेकिन कंपनी ने भरोसा दिलाया है कि उनकी सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी।
TikTok के भविष्य पर क्या है विशेषज्ञों की राय?
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह फैसला अमेरिकी नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा और वैश्विक तकनीकी विवाद में एक महत्वपूर्ण कदम है। TikTok के लिए यह एक नई शुरुआत हो सकती है, जहां इसे अमेरिकी बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका मिलेगा।
भारत के लिए क्या संदेश?
भारत ने पहले ही TikTok समेत कई चीनी ऐप्स को बैन कर रखा है। अमेरिका का यह कदम भारतीय नीति को और मजबूती देता है।
निष्कर्ष:
TikTok की बिक्री पर अमेरिकी कोर्ट का यह फैसला न केवल कंपनी की रणनीति पर असर डालेगा, बल्कि सोशल मीडिया ऐप्स की सुरक्षा और प्राइवेसी को लेकर एक नई बहस भी छेड़ेगा। अब देखना होगा कि ByteDance इस चुनौती का सामना कैसे करता है।