भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के अपने मिशन के तहत ‘एलआईसी बीमा सखी योजना’ की शुरुआत की है। यह पहल विशेष रूप से ग्रामीण एवं अर्ध‑शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को एजेंट बना कर स्थिर आय एवं आत्मनिर्भरता प्रदान करने हेतु तैयार की गई है।

1. योजना का उद्देश्य और दृष्टिकोण
एलआईसी बीमा सखी योजना का मूल उद्देश्य महिलाओं को प्रशिक्षित LIC एजेंट के रूप में भर्ती कर उन्हें स्थिर मासिक आय से जोड़ना है। इसके साथ ही, बीमा जागरूकता को गांव‑परिचित क्षेत्रों तक विस्तारित करना इस पहल का दूसरा अहम तत्व है। LIC की यह पहल न केवल महिलाओं को वित्तीय रूप से सशक्त बनाएगी, बल्कि उनके माध्यम से बीमा कवरेज और जागरूकता का दायरा भी बढ़ेगा।
2. प्रशिक्षण और सहयोग
चुनी गई महिलाओं को पहले एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम से गुज़ारा जाएगा, जिसमें उन्हें एजेंट के रूप में:
- LIC उत्पादों की जानकारी,
- बिक्री एवं ग्राहक सेवा कौशल,
- प्रचार सामग्री का उपयोग और
- स्थानीय समुदाय में जागरूकता अभियान क्रियान्वित करने जैसे विविध प्रशिक्षण दिए जाएंगे।
प्रशिक्षण की अवधि पूरी होने पर LIC उन्हें वित्तीय साथ‑सहायता, प्रचार सामग्री, और डिजिटल‑ऑफलाइन बिक्री तकनीकों से लैस करेगी।
3. मासिक वजीफा लचीला आय का ज़रिया
प्रारंभिक तीन वर्षों में वजीफा संरचना इस प्रकार है:
- पहले वर्ष: हर महीने ₹7,000 का फिक्स वजीफा
- दूसरे वर्ष: ₹6,000 प्रतिमाह, अगर शुरुआत में बनाई गई पॉलिसियों का 65% नवीनीकरण हो रहा है
- तीसरे वर्ष: Renewal और नए व्यवसाय पर आधारित वजीफा, योजना में स्पष्ट प्रावधानों के अंतर्गत
इस संरचना का लक्ष्य महिला एजेंटों को सतत प्रदर्शन के लिए प्रेरित करना है।

4. पात्रता व शर्तें
रणनीतिक रूप से, बीमा सखी योजना निम्नलिखित पात्रताओं को ध्यान में रखकर तैयार की गई है:
- आयु सीमा: 18 से 70 वर्ष
- शिक्षा: न्यूनतम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण
- आवेदन पर लागत नहीं होती, सशुल्क प्रशिक्षण भी नहीं है
- LIC के वर्तमान एजेंट, कर्मचारी, पूर्व एजेंट, या रिटायर्ड कर्मचारी शामिल नहीं हो सकते
- पारिवारिक जुड़ाव (पति/पत्नी, बच्चे, माता‑पिता, भाई‑बहन, ससुराल के लोग) LIC में कार्यरत न हों
इस प्रकार, योजना में नए एवं वालंटियर महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।
5. योजना की प्रक्रिया: आवेदन से प्रशिक्षण तक
- आवेदन अवधि शुरु → LIC की शाखा या आधिकारिक पोर्टल से आवेदन पत्र
- प्रारंभिक मूल्यांकन → दस्तावेज सत्यापन एवं पात्रता की जांच
- प्रशिक्षण कार्यक्रम → LIC प्रशिक्षण मॉड्यूल, ऑफलाइन व ऑनलाइन
- आवेदन स्वीकृति → LIC एजेंट के रूप में नामांकन
- कार्य प्रारंभ → ग्राहकों को भेट देना, पॉलिसियों की जानकारी देना, बिक्री करना
- नवीनीकरण और मासिक वजीफा → प्रदर्शन के अनुसार आय
6. ग्रामीण और अर्ध‑शहरी महिलाओं के लिए अवसर
- श्रमिक परिवारों की महिलाएं, जिन्होंने सीमित शिक्षा पाई है, उन्हें भी LIC एजेंट बनने का मौका
- गाँव‑गाँव तक बीमा की पहुँच, सामाजिक सुरक्षा की जानकारी
- संगठित रूप से मैन्युअल‑डिजिटल दोनों माध्यमों में बिक्री व जागरूकता
इन पहलुओं से LIC ग्रामीण महिलाओं की आत्मनिर्भरता बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध हो रही है।
7. लाभ व संभावित प्रभाव
लाभ क्षेत्र | प्रभाव |
---|---|
आर्थिक सशक्तिकरण | तीन वर्षों में मासिक आय व अनुभव से स्थायी सुरक्षा |
बीमा कवरेज वृद्धि | ग्रामीण व अर्ध‑शहरी इलाकों में पोलिसी कवर और लोग जागरूक होंगे |
सामाजिक सम्मान | महिला एजेंट बनने से परिवार और समाज में आत्म‑गौरव व प्रतिष्ठा |
कौशल विकास | बिक्री, ग्राहक सेवा, डिजिटल लिट्रेसी व नेतृत्व कौशल विकास |
स्थिर रोजगार अवसर | LIC एजेंट बनने से फ्रीलांस, पार्ट‑टाइम या पूर्ण‑कालिक रूप में काम |
8. चुनौतियाँ एवं समाधान
- पॉलिसी नवीनीकरण की शर्त: 65% Renewal दर बनाए रखना महिलाओं के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
→ LIC प्रोत्साहन, ट्रेनिंग, स्थानीय डोर‑टू‑डोर सक्रियता से सुधार ला सकती है। - डिजिटल कौशल की कमी: ग्रामीण महिला एजेंटों के लिए ऐप, पोर्टल समझना कठिन हो सकता है।
→ Training में सिमुलेशन, मोबाइल‑फ्रेंडली तरीके, पूरा‑समर्थन मददगार होता है। - घरेलू प्रतिबद्धताएँ: कार्य लचीलापन आवश्यक है।
→ LIC पार्ट‑टाइम काम की सुविधा, स्थानीय समय‑सरणी की सहजता दे सकती है।
9. साक्षात्कार और व्यक्तिगत अनुभव
कुछ महिला एजेंटों के त्वरित अनुभव (कल्पित उद्धरणों से प्रेरित):
“इस योजना ने मुझे मेरा पहला मासिक आय स्रोत दिया — ₹7,000 से शुरू करके जो अभी बढ़ता जा रहा है।”
“मैंने अपने गाँव में दो‑तीन लोगों को पॉलिसी दिलवाई और LIC ने प्रचार सामग्री दी, जिससे मुझे आत्मविश्वास मिला।”
इन अनुभवों से यह स्पष्ट होता है कि LIC की योजना महिलाओं को स्वतंत्र रोजगार के साथ-साथ सामाजिक प्रभाव बनाने का अवसर दे रही है।
10. भविष्य की संभावनाएँ एवं विस्तार
- LIC इस मॉडल को राष्ट्रीय स्तर तक फैलाएगी, विभिन्न राज्यों में प्रशिक्षण केंद्र, स्थानीय भाषा मॉडल और डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म तैयार करेगी।
- गांवों में बीमा जागरूकता शिविर, कैंप, वार्षिक Renewal drives, Refer‑a‑Friend स्कीम जैसी रणनीतियाँ अपनाई जाएंगी।
- योजना की सफलता होने पर LIC अन्य बीमा कंपनियों के साथ साझेदारी, CSR स्कीमों से सहयोग एवं राष्ट्रीय महिला विकास योजनाओं के साथ तालमेल कर सकती है।
11. निष्कर्ष
LIC बीमा सखी योजना सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि महिलाओं के जीवन में नयी दिशा उपलब्ध कराती है। यह वित्तीय, सामाजिक और कौशल‑आधारित सशक्तिकरण का एक संगठित रूप है। ग्रामीण भारत की महिलाएं LIC एजेंट बनकर खुद आर्थिक रूप से सशक्त हों, परिवार का मान‑सम्मान बढ़ाएँ और बीमा की अहमियत पूरे गाँव में फैलाएँ — इस उद्देश्य को यह पहल पूरी तरह से अपनाती है।
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