Tuesday, December 10, 2024
Google search engine
HomeदेशDigital Fraud पर सरकार का वार, 2 लाख से ज्यादा कनेक्शन रद्द

Digital Fraud पर सरकार का वार, 2 लाख से ज्यादा कनेक्शन रद्द

नई दिल्ली: डिजिटल युग में बढ़ती ऑनलाइन धोखाधड़ी पर नकेल कसते हुए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। डिजिटल फ्रॉड के खिलाफ चलाए गए एक विशेष अभियान में 2 लाख से अधिक संदिग्ध मोबाइल कनेक्शन को रद्द कर दिया गया है। यह कार्रवाई न केवल फ्रॉड के मामलों पर लगाम लगाने के लिए है, बल्कि आम नागरिकों को सुरक्षित डिजिटल अनुभव प्रदान करने की दिशा में एक मजबूत पहल है।

कैसे हुई कार्रवाई?

सरकार ने मोबाइल कनेक्शन की डिजिटल वेरिफिकेशन प्रक्रिया को और कड़ा कर दिया है। टेलीकॉम विभाग ने फर्जी डॉक्यूमेंट के जरिए एक्टिव किए गए सिम कार्ड्स की पहचान के लिए एक व्यापक जांच अभियान चलाया।

  • AI-आधारित मॉनिटरिंग के तहत संदिग्ध सिम कार्ड्स का पता लगाया गया।
  • फर्जी KYC का उपयोग करके एक्टिव किए गए कनेक्शनों को तुरंत डिएक्टिवेट कर दिया गया।
  • टेलीकॉम कंपनियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे हर नए कनेक्शन के लिए सत्यापन प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन करें।

डिजिटल धोखाधड़ी कैसे बढ़ रही थी?

फर्जी सिम कार्ड्स का इस्तेमाल करके ठगों ने लोगों के बैंक खातों को खाली करने, ऑनलाइन फ्रॉड और साइबर अपराधों को बढ़ावा देने का काम किया। इनमें से कई कनेक्शन का उपयोग OTP चोरी, फिशिंग और स्पैम कॉल्स के लिए किया जा रहा था।

सरकार के कड़े कदम

  • डिजिटल KYC का अनिवार्य पालन: अब हर नया सिम कार्ड केवल डिजिटल वेरिफिकेशन के बाद ही एक्टिव होगा।
  • संदिग्ध नंबरों पर निगरानी: ऐसे नंबर जो फ्रॉड गतिविधियों में संलग्न पाए गए, उन्हें ब्लॉक किया जाएगा।
  • सख्त जुर्माने का प्रावधान: टेलीकॉम कंपनियों पर लापरवाही बरतने पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।

डिजिटल फ्रॉड को कैसे रोका जाएगा?

  • AI और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल: फर्जी कनेक्शनों को पहचानने और रोकने के लिए सरकार अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर जोर दे रही है।
  • कस्टमर अलर्ट: यूजर्स को नियमित रूप से फिशिंग कॉल्स और मैसेज से बचने के लिए जागरूक किया जाएगा।
  • हेल्पलाइन नंबर: अगर कोई फर्जी कॉल या संदिग्ध मैसेज प्राप्त होता है, तो इसके लिए एक विशेष हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।

डिजिटल सुरक्षा के लिए क्या करें?

  1. अपने KYC डॉक्यूमेंट्स किसी भी अनजान व्यक्ति या एजेंसी के साथ साझा न करें।
  2. फर्जी कॉल्स और मैसेज पर दिए गए लिंक को कभी न खोलें।
  3. अगर आपके सिम कार्ड का गलत इस्तेमाल हो रहा है, तो तुरंत इसकी शिकायत करें।
  4. अपने बैंकिंग और डिजिटल वॉलेट पासवर्ड को नियमित रूप से बदलते रहें।

आम लोगों के लिए क्या बदल जाएगा?

  1. सुरक्षित कनेक्शन: अब हर मोबाइल कनेक्शन की सत्यापन प्रक्रिया कड़ी होगी, जिससे फर्जी सिम कार्ड्स का इस्तेमाल रुक सके।
  2. कम फ्रॉड कॉल्स: स्पैम और धोखाधड़ी वाली कॉल्स में कमी आएगी।
  3. डिजिटल लेनदेन में सुरक्षा: डिजिटल फ्रॉड पर लगाम लगने से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करना सुरक्षित होगा।

टेलीकॉम कंपनियों की भूमिका

सरकार ने Jio, Airtel, Vi और BSNL जैसी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे:

  • हर नए कनेक्शन की AI और मशीन लर्निंग आधारित वेरिफिकेशन प्रक्रिया अपनाएं।
  • पुराने कनेक्शनों का भी ऑडिट करें और संदिग्ध नंबरों को ब्लॉक करें।
  • ग्राहकों को डिजिटल फ्रॉड के खिलाफ जागरूक करें।

नागरिकों के लिए सुझाव

  • किसी भी अज्ञात नंबर या लिंक पर क्लिक करने से बचें।
  • अपने मोबाइल नंबर का इस्तेमाल केवल भरोसेमंद प्लेटफॉर्म्स पर करें।
  • अगर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम विभाग को सूचित करें।

निष्कर्ष

सरकार का यह कदम डिजिटल फ्रॉड पर लगाम लगाने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक सराहनीय पहल है। डिजिटल युग में, यह जरूरी हो गया है कि हर कनेक्शन पूरी तरह से सत्यापित हो और डिजिटल लेनदेन सुरक्षित हो। 2 लाख से अधिक कनेक्शनों को रद्द करके सरकार ने स्पष्ट संदेश दिया है कि फर्जीवाड़े को अब बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

 सावधान रहें, सुरक्षित रहें, और डिजिटल फ्रॉड से बचें!

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments