शुभमन गिल बनाम यशस्वी जायसवाल: 23 टी20 इंटरनेशनल मैचों में आंकड़ों की दंगल
भारतीय क्रिकेट टीम आगामी साल 2026 में टी20 वर्ल्ड कप खेलने के लिए तैयारियों में जुटी हुई है। इस तैयारियों का आगाज हाल में संपन्न हुए एशिया कप 2025 से हुआ, जहाँ टीम इंडिया ने अपने अजेय अभियान का प्रदर्शन किया और ट्रॉफी अपने नाम करने में कामयाब रही। इस दौरान टीम की स्क्वाड को लेकर काफी चर्चा रही, जिसमें यशस्वी जायसवाल को मौका नहीं मिला, वहीं शुभमन गिल को टीम में शामिल किया गया।
अब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर होने वाली टी20 सीरीज में भी शुभमन गिल भारतीय स्क्वाड का हिस्सा हैं। इस अवसर पर गिल और यशस्वी जायसवाल के टी20 इंटरनेशनल प्रदर्शन की तुलना करना दर्शकों और विशेषज्ञों के लिए काफी रोचक है।

1. टी20 इंटरनेशनल मैचों की संख्या और रन स्कोर
शुभमन गिल ने अब तक कुल 28 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। वहीं यशस्वी जायसवाल 23 टी20 इंटरनेशनल मैचों में टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं। यदि हम 23 मैचों के आंकड़े देखें तो गिल ने 30.40 के औसत से 608 रन बनाए। दूसरी तरफ यशस्वी ने 36.15 के औसत से 723 रन अपने नाम किए।
यह आंकड़ा दर्शाता है कि यशस्वी ने कम मैचों में ज्यादा रन बनाए हैं, जिससे उनकी प्रदर्शन स्थिरता और रन बनाने की क्षमता पर प्रकाश पड़ता है।
2. सर्वश्रेष्ठ पारियों का आंकलन
शुभमन गिल का सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 126 रन रहा, जो कि उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और लंबे समय तक टिकने की क्षमता को दर्शाता है। वहीं यशस्वी जायसवाल की सर्वोत्तम पारी 100 रन की रही।
यह आंकड़े बतलाते हैं कि गिल ने एक मैच में बड़ा शतक जड़कर अपनी टीम को कठिन परिस्थितियों में मदद की, जबकि यशस्वी ने निरंतरता के साथ टीम के लिए अहम योगदान दिया।
3. शतकीय और अर्धशतकीय पारियों का रिकॉर्ड
23 मैचों के बाद शुभमन गिल के नाम एक शतक और तीन अर्धशतक हैं। इसके मुकाबले यशस्वी ने 23 मैचों में एक शतक और पांच अर्धशतकीय पारियां खेली हैं।

यह दर्शाता है कि यशस्वी ने छोटे-छोटे महत्वपूर्ण पलों में टीम के लिए लगातार योगदान दिया, जबकि गिल ने बड़े शतकीय पलों में अपनी टीम को निर्णायक स्थिति में पहुंचाया।
4. सिक्का खेलने का तरीका: छक्के और चौके
टी20 फॉर्मेट में बल्लेबाजों की आक्रामकता को छक्कों और चौकों से मापा जाता है। शुभमन गिल ने 23 मैचों में कुल 23 छक्के और 64 चौके लगाए हैं। वहीं यशस्वी जायसवाल ने 38 छक्के और 82 चौके लगाए हैं।
यशस्वी की तुलना में गिल का खेल अधिक संतुलित और धीमी गति का प्रतीत होता है, जबकि यशस्वी की आक्रामकता साफ झलकती है।
5. स्ट्राइक रेट का आंकड़ा
टी20 क्रिकेट में स्ट्राइक रेट बहुत महत्वपूर्ण होता है। 23 मैचों के बाद शुभमन गिल का स्ट्राइक रेट 141.06 रहा, वहीं यशस्वी जायसवाल का स्ट्राइक रेट 164.32 है।
इससे स्पष्ट होता है कि यशस्वी ने रन बनाने की गति में गिल की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। उनकी तेज़ बल्लेबाजी टीम के लिए बड़े स्कोर बनाने में अहम भूमिका निभाती है।
6. टी20 क्रिकेट में दोनों की भूमिका
शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल दोनों आक्रामक बल्लेबाज माने जाते हैं। गिल अपने बल्लेबाजी में संयम और शांति बनाए रखते हैं, जबकि यशस्वी किसी भी मौके पर तेजी से रन बनाने में सक्षम हैं।

टी20 में गिल को अक्सर टीम का स्ट्राइक नियंत्रक माना जाता है, जो रन बनाने के साथ-साथ विकेट भी बचाता है। दूसरी तरफ यशस्वी फिनिशर और मध्यक्रम में आक्रामक बल्लेबाज की भूमिका निभाते हैं, जो खेल के अंतिम ओवरों में निर्णायक रन जोड़ते हैं।
7. टी20 वर्ल्ड कप 2026 की तैयारी

टी20 वर्ल्ड कप 2026 की तैयारियों में ये दोनों युवा बल्लेबाज अहम भूमिका निभाने वाले हैं। एशिया कप में गिल ने कप्तान के रूप में टीम इंडिया की स्थिरता और विजयी प्रदर्शन को सुनिश्चित किया। अब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टी20 सीरीज में भी उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई है।
यशस्वी का चयन न हो पाना एशिया कप में चर्चा का विषय रहा, लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनकी प्रतिभा को दोबारा परखने का मौका मिलेगा। उनकी तेज़ और आक्रामक बल्लेबाजी टीम इंडिया के लिए निर्णायक साबित हो सकती है।
8. आगे का मुकाबला और संभावनाएं
टी20 क्रिकेट में बल्लेबाजों की प्रदर्शन क्षमता परिस्थितियों, विरोधी टीम और मैदान की परिस्थितियों पर निर्भर करती है। गिल की तकनीक और संयम उन्हें दबाव में भी रन बनाने में मदद करेगा। वहीं यशस्वी की आक्रामकता और तेज़ स्ट्राइक रेट टीम के लिए बड़े स्कोर बनाने और मैच बदलने में मददगार साबित हो सकती है।
भारत के लिए यह शुभ संकेत है कि टीम के पास दो ऐसे युवा बल्लेबाज हैं, जिनकी बल्लेबाजी की शैली अलग है लेकिन दोनों ही निर्णायक समय पर टीम को फायदा पहुंचा सकते हैं।
9. निष्कर्ष
23 टी20 मैचों के आंकड़ों के आधार पर यशस्वी जायसवाल ने अधिक औसत, स्ट्राइक रेट और छक्के लगाए हैं, जबकि शुभमन गिल ने लंबी पारी और संयमित बल्लेबाजी में बेहतर प्रदर्शन किया।
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दोनों ही बल्लेबाजों की शैली और अनुभव भारतीय टीम के लिए अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में अहम साबित होगी। गिल का संयम और जायसवाल की तेज़ बल्लेबाजी टीम को विविध विकल्प और रणनीति प्रदान करेगी।
टी20 फैंस और विशेषज्ञ अब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इन दोनों बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर निगाह रखे हुए हैं। यह तुलना यह भी दर्शाती है कि भारतीय क्रिकेट को आने वाले समय में इन दोनों युवा खिलाड़ियों पर भरोसा करना चाहिए।